उत्तरप्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश में नाइट कर्फ्यू लगाने का अधिकार डीएम को दे दिया है। सभी जिलों में कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि उत्तरप्रदेश के जिन जिलों में 500 से ज्यादा एक्टिव केस हैं वहां नाइट कर्फ्यू लगाने का अधिकार जिलाधिकारी के पास है। यूपी के लखनऊ समेत 13 जिलों में कोरोना तेजी से पांव पसार रहा है। ऐसे में आवागमन और भीड़ को नियंत्रित करने का फैसला डीएम अपने विवेक से ले सकते हैं।
सीएम ने कहा कि जिले में जहां कोविड हॉटस्पॉट बन रहा है उन स्थानों को चिन्हित करते हुए सख्ती बरतें, नियम तोड़ने वालों के चालान किए जाएं और लोग न मानें तो उस क्षेत्र को सील कर दिया जाए।
उधर जिला मजिस्ट्रेट लखनऊ ने तत्काल प्रभाव से चिकित्सा, नर्सिंग और पैरा मेडिकल संस्थानों को छोड़ कर समस्त सरकारी, गैर सरकारी एवं निजी प्रबंधीय विद्यालय, महाविद्यालय एवम् शैक्षणिक संस्थान और कोचिंग संस्थान 15 अप्रैल तक बंद करने के निर्देश दिए हैं। हालांकि मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों में परीक्षाएं / प्रैक्टिकल कोविड 19 प्रोटोकॉल का कठोरता से अनुपालन करते हुए आयोजित किए जा सकेंगे।
सीएम ने कहा कि, लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गोरखपुर, मेरठ, गौतमबुद्ध नगर, झांसी, बरेली, गाजियाबाद, आगरा, सहारनपुर और मुरादाबाद जिले में कोविड संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। यहां केस की संख्या अधिक है। हालांकि पॉजिटिविटी दर में गिरावट हुई है। कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाई जाए। ट्रेस करके उनका टेस्ट किया जाए और जरूरत के अनुसार ट्रीटमेंट दिया जाए। निगरानी समितियों और इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की उपयोगिता बढ़ाई जाए। पब्लिक एड्रेस सिस्टम का अधिकाधिक प्रयोग किया जाए। मास्क न लगाने वाले लोगों पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए। इन सभी जनपदों में निगरानी के लिए तत्काल विशेष सचिव स्तर के अधिकारियों की तैनाती की जाए।
जिन जिलों में प्रतिदिन 100 से अधिक केस मिल रहे हैं, अथवा जहां कुल एक्टिव केस की संख्या 500 से अधिक है, वहां माध्यमिक विद्यालयों में अवकाश के संबंध में जिलाधिकारी स्थानीय स्थिति के अनुरूप निर्णय लें। ऐसे जिलों में रात्रि में आवागमन नियंत्रित रखने के संबंध में भी समुचित निर्णय लिया जाए, लेकिन किसी भी परिस्थिति में आवश्यक सामग्री जैसे दवा, खाद्यान्न आदि के आवागमन को बाधित न किया जाए।
इससे पहले मंगलवार को उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि सभी सरकारी कार्यालयों तथा निजी प्रतिष्ठानों में इन्फ्रारेड थर्मामीटर और सेनिटाइजर की व्यवस्था होनी चाहिए। कहीं भी भीड़ एकत्र न होने पाए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वैक्सिनेशन अभियान की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीका लगाने के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए।
इस दौरान शादी व अन्य सार्वजनिक एवं मांगलिक कार्यक्रमों के लिए भी मेहमानों की संख्या भी तय कर दी गई। इसके तहत खुले स्थान पर 200 से अधिक तथा बन्द स्थान पर 100 से अधिक लोग एकत्र नहीं हो सकेंगे। मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर को पूरी सक्रियता से संचालित किया जाए। होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमित मरीजों को नियमित रूप से मानिटर करते हुए उनका हालचाल लिया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्रों में निगरानी समितियां प्रभावी ढंग से कार्यशील रहें।