UP: शाम 7 बजे बजेगा सायरन, फिर छा जाएगा अंधेरा, होंगे युद्ध जैसे हालत, जानिए पूरी डिटेल

गृह मंत्रालय के निर्देश पर यूपी सहित कई राज्यों में आपात स्थिति से निपटने का अभ्यास; सुरक्षा बलों की तत्परता परखी जाएगी और आम नागरिकों को सिखाए जाएंगे सुरक्षा के गुर।
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MOCK DRILL
देश की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक पुख्ता करने तथा युद्ध जैसी किसी भी संभावित आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों को परखने के उद्देश्य से केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर कल 7 मई को उत्तर प्रदेश सहित देश के कई राज्यों में एक महत्वपूर्ण मॉक ड्रिल (Mock Drill) का आयोजन किया जा रहा है। प्रदान की गई जानकारी के अनुसार, यह ड्रिल शाम 7 बजे आयोजित होगी।READ ALSO:-हार्ट अटैक का बढ़ता खतरा: अब उम्र की कोई सीमा नहीं! जानें जोखिम, लक्षण, इमरजेंसी स्टेप्स और बचाव के कारगर उपाय

 

इस अभ्यास का दोहरा महत्व है: पहला, आम नागरिकों को हवाई हमले, मिसाइल अटैक या ड्रोन हमले जैसी गंभीर आपातकालीन स्थितियों में अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए उठाए जाने वाले आवश्यक कदमों की जानकारी देना और उन्हें जागरूक करना। दूसरा, विभिन्न सुरक्षा बलों, आपदा राहत एजेंसियों और प्रशासनिक तंत्र की तत्परता, प्रतिक्रिया समय और अलग-अलग विभागों के बीच समन्वय की जांच करना।

 

क्यों हो रही है यह महत्वपूर्ण मॉक ड्रिल?
गृह मंत्रालय देश की आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयासरत है और इसी कड़ी में समय-समय पर इस तरह के आपातकालीन अभ्यासों का आयोजन किया जाता रहता है। यह विशिष्ट मॉक ड्रिल मौजूदा सुरक्षा चुनौतियों को देखते हुए विशेष रूप से डिज़ाइन की गई है, ताकि हवाई हमले, मिसाइल हमले और ड्रोन अटैक जैसे आधुनिक खतरों से निपटने की मौजूदा रणनीतियों और तैयारियों के स्तर का मूल्यांकन किया जा सके। इस अभ्यास के माध्यम से यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि आम जनता ऐसे हालात में घबराने के बजाय कैसे सतर्क रहे और अधिकारियों द्वारा जारी किए गए निर्देशों का पालन करे।

 

ड्रिल के दौरान क्या होगा? जानिए पूरा परिदृश्य

इस मॉक ड्रिल के दौरान कुछ प्रमुख गतिविधियाँ होंगी, जो युद्ध जैसी स्थिति का अनुकरण करेंगी:
  1. शाम 7 बजे बजेगा सायरन: निर्देशों के अनुसार, ड्रिल की शुरुआत शाम 7 बजे एक तेज सायरन बजने के साथ होगी, जो एक आपातकालीन स्थिति का संकेत देगा।
  2. ब्लैकआउट: सायरन बजने के तुरंत बाद, अभ्यास वाले पूरे इलाके में 'ब्लैकआउट' किया जाएगा, जिसका अर्थ है बिजली की आपूर्ति पूरी तरह से बंद कर दी जाएगी। यह युद्ध की स्थिति में किया जाता है ताकि हवाई दुश्मनों के लिए निशाना लगाना मुश्किल हो।
  3. अंधेरा और अलर्ट मोड: ब्लैकआउट होने पर चारों तरफ अंधेरा रहेगा, जिससे दुश्मन के हमले का आभास कराया जाएगा। इस दौरान, सुरक्षा बल, पुलिस, और मेडिकल टीमें तुरंत 'अलर्ट मोड' में आ जाएंगी और अपनी भूमिकाएँ संभालेंगी।
  4. राहत और बचाव ऑपरेशन: NDRF (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल), पुलिस, फायर ब्रिगेड और स्वास्थ्य विभाग की टीमें मौके पर पहुँचकर राहत और बचाव कार्य करेंगी। इस अभ्यास में नकली घायलों (mock casualties) को फर्स्ट एड देना और उन्हें सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाना शामिल होगा, ताकि वास्तविक स्थिति में बिना देरी के बचाव कार्य हो सके।
  5. बम स्क्वॉड और डॉग स्क्वॉड की तैनाती: किसी भी संभावित विस्फोटक या संदिग्ध वस्तु की जाँच करने और उससे निपटने के लिए बम डिफ्यूज़ल यूनिट और डॉग स्क्वॉड को भी तैनात किया जाएगा और उनसे संबंधित अभ्यास कराया जाएगा।
  6. सामाजिक दूरी और भीड़ नियंत्रण: यदि किसी स्थान पर भगदड़ जैसी स्थिति बनने की संभावना होती है, तो उसे कैसे नियंत्रित किया जाए और भीड़ के बीच सामाजिक दूरी कैसे बनाए रखी जाए, इसकी योजना और अभ्यास भी ड्रिल का हिस्सा होगा।

आम लोगों को क्या करना होगा? महत्वपूर्ण निर्देश
  • इस मॉक ड्रिल में आम नागरिकों से सहयोग की अपील की गई है और उन्हें ऐसे हालात में बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में बताया गया है। मुख्य निर्देश इस प्रकार हैं:
  • सायरन बजने पर: घबराएं नहीं। अपने घरों या कार्यालयों में ही रहें या तुरंत नजदीकी किसी सुरक्षित स्थान (जैसे बेसमेंट या मजबूत इमारत का निचला हिस्सा) पर चले जाएं।
  • अफवाहों से बचें: किसी भी तरह की अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान न दें। केवल सरकारी सूचना स्रोतों (जैसे आधिकारिक रेडियो, टीवी या सरकारी वेबसाइटें) पर ही भरोसा करें।
  • लाइट्स बंद रखें: ब्लैकआउट में सहयोग करते हुए अपने घरों और प्रतिष्ठानों की लाइटें बंद रखें।
  • निर्देशों को सुनें: यदि कोई आधिकारिक घोषणा या निर्देश प्रसारित हो रहा हो, तो उसे ध्यान से सुनें और उसका पालन करें।
  • हेल्पलाइन पर संपर्क करें: किसी भी वास्तविक आपात स्थिति या संदेहजनक गतिविधि दिखने पर तुरंत पुलिस या संबंधित आपातकालीन हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करें।

 OMEGA

कल 7 मई को शाम 7 बजे आयोजित होने वाली यह मॉक ड्रिल देश की समग्र सुरक्षा तैयारियों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो सुरक्षा एजेंसियों और आम जनता दोनों को किसी भी अप्रत्याशित 'युद्ध' जैसी चुनौती का सामना करने के लिए बेहतर ढंग से तैयार रहने में मदद करेगी।
SONU

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