दिल्ली-जयपुर का सफर अब सिर्फ ढाई घंटे में! नए एक्सप्रेसवे से मिलेगी बड़ी राहत
जयपुर, 22 अप्रैल।राजधानी दिल्ली से पिंक सिटी जयपुर जाना अब और भी तेज़, सुगम और आरामदायक होने वाला है। अगले महीने के आखिर तकजयपुर से दिल्ली का सफर सिर्फ ढाई घंटे मेंपूरा किया जा सकेगा। यह सुविधा जयपुर-बांदीकुई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवेके पूरा होने के बाद मिलेगी, जो सीधे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवेसे जुड़ता है।
Apr 23, 2025, 08:10 IST
|

जयपुर/नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली से गुलाबी शहर जयपुर का सफर अब बहुत जल्द बेहद आसान और तेज होने वाला है। यात्रियों को अगले महीने के आखिर से दिल्ली और जयपुर के बीच यात्रा करने में महज ढाई घंटे का समय लगेगा। यह सुविधा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जयपुर को सीधे जोड़ने के लिए बनाए जा रहे चार लेन के ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का काम पूरा होने के बाद शुरू होगी।READ ALSO:-जिलाधिकारी बिजनौर ने निजी स्कूलों को दिए कड़े निर्देश: पांच साल तक नहीं बदलेगी स्कूल ड्रेस, किताबें बेचने पर भी रोक
वर्तमान में दिल्ली से जयपुर या जयपुर से दिल्ली की सड़क यात्रा में आमतौर पर कम से कम 4 से 5 घंटे का समय लग जाता है। इसकी मुख्य वजह मौजूदा दिल्ली-जयपुर हाईवे पर वाहनों का भारी ट्रैफिक है, जिसके कारण वाहनों की गति धीमी हो जाती है और कई बार जाम का सामना भी करना पड़ता है।
कैसे कम होगा सफर का समय?
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के अधिकारियों के अनुसार, 1380 किलोमीटर लंबे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का काम फिलहाल रणथंभौर तक पूरा हो चुका है। हालांकि, यह एक्सप्रेसवे सीधे जयपुर से नहीं जुड़ता है, इसलिए दिल्ली से जयपुर जाने वाले वाहन अभी भी पुराने दिल्ली-जयपुर हाईवे का ही इस्तेमाल करते हैं।
एनएचएआई अब दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को जयपुर से सीधे जोड़ने के लिए 67 किलोमीटर लंबा जयपुर-बांदीकुई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बना रहा है। यह एक्सप्रेसवे बांदीकुई के पास दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा। इस नए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के चालू होने के बाद, दिल्ली से जयपुर जाने वाले वाहन दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का उपयोग करेंगे और बांदीकुई के पास नए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे पर स्विच कर जाएंगे। इससे वे 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से फर्राटा भरते हुए महज 30 मिनट में बांदीकुई और कुल मिलाकर लगभग ढाई घंटे में दिल्ली पहुंच जाएंगे। उम्मीद है कि इससे दिल्ली-जयपुर हाईवे पर भी ट्रैफिक का दबाव कम होगा।
टोल वसूली का नया तरीका:
एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की तर्ज पर ही इस बांदीकुई-जयपुर एक्सप्रेसवे पर भी पारंपरिक टोल प्लाजा नहीं होंगे। बल्कि, एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स पर लगे ऑटोमेटेड सिस्टम के जरिए टोल वसूली की जाएगी, जिससे ट्रैफिक जाम से बचा जा सके।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का काम भी अंतिम चरण में:
एनएचएआई के परियोजना निदेशक (दौसा) बीएस यादव के मुताबिक, 67 किलोमीटर लंबे इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को अगले महीने (मई 2025) के आखिर तक चालू कर दिया जाएगा। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर दिल्ली से रणथंभौर तक का काम पहले ही पूरा हो चुका था, और अब रणथंभौर से वडोदरा तक का काम भी आखिरी चरण में है, जिसके अगले महीने (मई 2025) के मध्य तक पूरा होने की उम्मीद है। इस हिस्से में केवल कोटा में टनल का थोड़ा बहुत काम बाकी है।
यह काम पूरा होते ही गुरुग्राम से वडोदरा तक सीधी कनेक्टिविटी मिल जाएगी। अभी गुरुग्राम से वडोदरा जाने में करीब 22 घंटे लगते हैं, लेकिन इस एक्सप्रेसवे के बनने से यह सफर महज 10 घंटे में पूरा हो सकेगा। इस एक्सप्रेसवे नेटवर्क से अलवर, जयपुर, दौसा, किशनगढ़, अजमेर, रणथंभोर, सवाई माधोपुर, लालसोट, कोटा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, भोपाल, उज्जैन, रतलाम, इंदौर, अहमदाबाद, वडोदरा एवं सूरत जैसे दर्जनों शहरों को सीधी और तेज कनेक्टिविटी मिलेगी, जिससे आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।
