टूलकिट विवाद : दिशा रवि के करीबियों पर भी शिकंजा, समर्थन में विपक्ष से लेकर स्टूडेंट्स भी, जानें क्या है विवाद और क्या है टूलकिट

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किसान आंदोलन में सरकार का विरोध करना लोगों को भारी पड़ रहा है। सोशल मीडिया पर किसानों के समर्थन देने पर जहां रविवार को दिल्ली पुलिस ने 21 साल की जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि को गिरफ्तार किया था वहीं सोमवार को इसी मामले में दिल्ली की एक अदालत ने कार्यकर्ता-वकील निकिता जैकब और शांतनु के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है। पुलिस दोनों की तलाश कर रही है और इनकी लोकेशन मिलते ही इन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। 

एक्टिविस्ट और वकीलों पर सरकार की यह कार्रवाई सवालों के घेरे में आ गई है। विपक्षी दलों ने जहां इस मसले पर भाजपा सरकार को घेरना शुरू कर दिया है वहीं स्टूडेंट्स भी सोशल मीडिया पर दिशा के पक्ष में अपनी आवाज उठा रहे हैं। सभी की मांग है कि दिशा को तत्काल रिहा किया जाए। आखिर क्यों सरकार इन युवाओं से घबरा रही है और इन्होंने ऐसा क्या किया जो पुलिस इन पर शिकंजा कस रही है इस बारे में सब कुछ हम आपको बताते हैं।

ग्रेटा थनबर्ग मामला : 21 साल की जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि को दिल्ली पुलिस ने किया गिरफ्तार

इस पूरे मसले के बारे में जानने से पहले सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि दिशा रवि, शांतनु और निकिता जैकब कौन हैं-

  • कौन है दिशा रवि
  • नार्थ बंगलूरू के सोलादेवना हल्ली इलाके की रहने वाली व जलवायु कार्यकर्ता दिशा ने माउंट कैमेल कॉलेज से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन स्नातक की डिग्री हासिल की है। इस समय वह गुड माइल्क कंपनी के साथ जुड़ी हुई। दिशा रवि के पिता मैसूर में एक एथलेटिक कोच हैं और मां एक गृहिणी हैं।
  • कौन हैं निकिता जैकब
  • निकिता जैकब एक कार्यकर्ता और वकील हैं। दावा किया जा रहा है कि निकिता ने अपनी पुरानी ट्वीटर प्रोफाइल में खुद का परिचय बॉम्बे हाई कोर्ट की वकील, पर्यावरणविद और आम आदमी पार्टी (AAP) से जुड़े होने के रूप में दे रखा था। इसके बाद उन्होंने इसे डिलीट कर दिया था।
  • नए प्रोफाइल में उसने आम आदमी पार्टी से अपने संबंध की बात हटा दी है। ट्विटर यूजर विजय पटेल ने दावा किया है कि निकिता ने 30 जनवरी, 2021 को 'सॉलिडेरिटी विद इंडियन फार्मर्स' के नाम डॉक्युमेंट तैयार की थी। दावा है कि वो इंस्टाग्राम पर News Infuse नाम से एक अकाउंट भी बना रखा है जहां पर वो प्रॉपगैंडा फैलाती रहती हैं।
  • दिल्ली पुलिस का कहना है कि वह भारत विरोधी अभियानों में भाग लिया करती थीं। दावा यह भी है कि निकिता खालिस्तानी आतंकी के साथ मीटिंग कर चुकी है।
  • निकिता अपने बारे में बताते हुए कहती हैं कि वो लेखक, गायिका और वॉइस आर्टिस्ट बनना चाहती है। फोटॉग्राफी भी कर लेती हैं और खाना भी बना लेती हैं।
  • शांतनु
  • शांतनु भी एक कार्यकर्ता हैं। उनके खिलाफ दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को गैर जमानती वारंट जारी किया है। पुलिस फिलहाल उनकी तलाश कर रही है।

अब जानें क्या है मामला

स्वीडन की 18 साल की पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने भारत में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर समर्थन दिखाते हुए ट्वीट किया था। आरोप है कि उन्होंने एक टूलकिट भी ट्वीट किया था, जिसमें भारत में अस्थिरता फैलाने को लेकर साजिश का प्लान था। दिशा रवि पर भी किसानों के समर्थन में बनाई गई इस विवादित 'टूलकिट' को एडिट कर सोशल मीडिया पर शेयर करने का आरोप लगा है।

टूलकिट में क्या था
टूलकिट में बताया गया था किसान आंदोलन में सोशल मीडिया पर समर्थन कैसे जुटाया जाए। हैशटैग का इस्तेमाल किस तरह से किया जाए और प्रदर्शन के दौरान क्या किया जाए और क्या नहीं, सब जानकारी इसमें मौजूद थी। तीन फरवरी को एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने किसानों का समर्थंन करते हुए इस टूल किट को सोशल मीडिया पर शेयर किया था। बाद में इस टूलकिट को सोशल मीडिया ने प्रतिबंधित कर उसे डिलीट कर दिया था।

क्या होता है टूलकिट?
"टूलकिट" किसी भी मुद्दे को समझाने के लिए बनाया गया एक गूगल डॉक्यूमेंट होता है। यह इस बात की जानकारी देता है कि किसी समस्या के समाधान के लिए क्या-क्या किया जाना चाहिए? यानी इसमें एक्शन प्वाइंट्स दर्ज होते हैं। इसे ही टूलकिट कहते हैं. इसका इस्तेमाल सोशल मीडिया के संदर्भ में होता है, जिसमें सोशल मीडिया पर कैम्पेन स्ट्रेटजी के अलावा वास्तविक रूप में सामूहिक प्रदर्शन या आंदोलन करने से जुड़ी जानकारी दी जाती है। इसमें किसी भी मुद्दे पर दर्ज याचिकाओं, विरोध-प्रदर्शन और जनांदोलनों के बारे में जानकारी शामिल हो सकती है।

प्रियंका गांधी का मोदी सरकार पर निशाना, कहा- डरते हैं बंदूकों वाले एक निहत्थी लड़की से

सोमवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस मसले पर ट्वीट किया और सरकार को निशाने पर लिया। प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा कि डरते हैं बंदूकों वाले एक निहत्थी लड़की से, फैले हैं हिम्मत के उजाले एक निहत्थी लड़की से।

चीनी घुसपैठ से खतरनाक हो गई टूलकिट : चिदंबरम

कांग्रेस नेता और पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि क्या 22 साल की छात्रा देश के लिए खतरा बन गई है। उन्होंने ट्वीट किया, "माउंट कार्मेल कॉलेज की 22 वर्षीया छात्रा और जलवायु कार्यकर्ता दिशानी रवि राष्ट्र के लिए खतरा बन गई है, तो इसका मतलब है कि भारतीय राज्य बहुत ही कमजोर नींव पर खड़ा है।"

इस देश में किसानों का समर्थन करने के लिए जारी किया गया एक टूलकिट चीनी सैनिकों के घुसपैठ से भी खतरनाक हो गया है। उन्होंने कहा कि भारत बचकानी और बकवास हरकतें कर रहा है और यह दुखद है कि दिल्ली पुलिस उत्पीड़कों का हथियार बन गई है।

पी चिदम्बरम

हमारे युवा आज के विषयों पर जानकारी के साथ अपनी राय रखते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म उन्हें अपनी बात रखने का मौका देते हैं, लेकिन भारत सरकार इसे गुनाह मान रही है. हमारे युवा हमारा भविष्य है, ना की कमजोरी।

शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी

भारत के प्रशासन ने 21 साल की युवा एक्टिविस्ट को गिरफ्तार कर लिया है. नौदीप कौर के बाद ये दूसरी गिरफ्तारी है, जो कृषि कानूनों से जुड़ी है और हाल के दिनों में ही हुई है. 

अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी मीना हैरिस

इधर बेंगलुरु में पर्यावरण न्याय गठबंधन (Coalition for Environmental Justice) ने दिशा की गिरफ्तारी को विधि सम्मत सिद्धांतों के खिलाफ बताया और कहा कि दिल्ली पुलिस कानून का कोई सम्मान नहीं करती है।

हालांकि छात्र-छात्राओं के पास प्रदर्शन की इजाजत नहीं थी, अपना विरोध जताने के लिए प्रदर्शनकारी हाई ग्राउंड पुलिस स्टेशन पहुंचे और पुलिस को विरोध स्वरूप एक पौधा सौंपा। इनका कहना था कि विरोध जताने का ये सही तरीका है।

इनका कहना है कि दिल्ली पुलिस का कदम और भी निंदनीय है क्योंकि पुलिस दिशा को बेंगलुरु से दिल्ली ले गई और वो इतने दर तक कहां रही इसकी जानकारी भी नहीं थी, ये गिरफ्तारी के लिए निर्धारित नियमों का उल्लंघन है।

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