सीमा पर तनाव गहराया: 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पाकिस्तान की बौखलाहट जारी, ड्रोन हमलों और गोलाबारी का भारत दे रहा करारा जवाब

 36 लोकेशन पर ड्रोन हमले नाकाम, कई जिलों में ब्लैकआउट, श्रीनगर एयरपोर्ट 14 मई तक बंद; सेना और वायुसेना अलर्ट पर
 | 
JMMU
नई दिल्ली/जम्मू: पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर भारत की 'ऑपरेशन सिंदूर' कार्रवाई के बाद सीमा पर स्थिति बेहद तनावपूर्ण बनी हुई है। पाकिस्तान लगातार उकसावे भरी हरकतें कर रहा है, जिसका भारतीय सशस्त्र बल प्रभावी और मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं। बीती रात और शुक्रवार को भी सीमा पार से नापाक कोशिशें जारी रहीं।READ ALSO:-भारत-पाक तनाव चरम पर: 'ऑपरेशन सिंदूर' और पाक हरकत के बाद 24 भारतीय हवाई अड्डे 15 मई तक बंद

 

गुरुवार रात बड़े ड्रोन हमले का प्रयास नाकाम:
खुफिया सूचनाओं के अनुसार, गुरुवार रात पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ एक बड़ा और सुनियोजित हमला करने की कोशिश की। उसने तुर्किए निर्मित लगभग 300 से 400 ड्रोनों का इस्तेमाल कर करीब 36 अलग-अलग लोकेशनों पर हमले का प्रयास किया था। हालांकि, भारतीय वायुसेना की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई ने पाकिस्तान के इस मंसूबे को पूरी तरह से नाकाम कर दिया।

 

शुक्रवार को भी जारी रही पाकिस्तान की हिमाकत:
गुरुवार रात की नाकामी के बावजूद, पाकिस्तान ने शुक्रवार को भी ड्रोन और गोलाबारी के जरिए भारतीय सीमा में अशांति फैलाने का प्रयास किया। भारतीय सशस्त्र बलों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई करते हुए जम्मू, सांबा और पठानकोट सेक्टरों में पाकिस्तान से आए ड्रोनों को मार गिराया। पठानकोट में घुसपैठ या हमले की एक कोशिश को भी भारतीय सेना ने पूरी तरह से विफल कर दिया। इसके अलावा, उरी सेक्टर में पाकिस्तानी सेना ने इस बार सिविलियन (नागरिक) इलाकों को निशाना बनाने की कोशिश की, जो उसकी हताशा को दर्शाता है।

 

राजौरी में संघर्ष विराम उल्लंघन और जम्मू में धमाके:
राजौरी सेक्टर में भी पाकिस्तान ने संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए गोलाबारी की। भारतीय सेना ने इसका कड़ा और प्रभावी जवाब दिया। शुक्रवार शाम जम्मू शहर में अचानक कई जोरदार धमाकों की आवाजें सुनी गईं, जिसके बाद पूरे शहर में हवाई हमले के सायरन बजने लगे। अधिकारियों ने बाद में पुष्टि की कि ये धमाके सीमा पार से पाकिस्तान द्वारा की जा रही गोलाबारी का ही परिणाम थे।

 


बढ़ते तनाव के चलते कई जिलों में ब्लैकआउट:
सीमा पर जारी तनाव और सुरक्षा खतरों को देखते हुए, प्रशासन ने जम्मू, कठुआ, सांबा, उधमपुर, राजौरी और पुंछ जैसे सीमावर्ती जिलों में पूर्ण ब्लैकआउट लागू कर दिया है। यह एहतियाती कदम किसी भी संभावित हवाई या ज़मीनी हमले की स्थिति में बचाव के लिए उठाया गया है। सांबा सेक्टर में एक बार फिर पाकिस्तानी ड्रोन देखे जाने के बाद भारत की वायु रक्षा प्रणाली ने तुरंत सक्रिय होकर उन्हें निष्क्रिय कर दिया।

 

सुरक्षा कारणों से पंजाब के होशियारपुर जिले में भी पूर्ण ब्लैकआउट का आदेश जारी किया गया है। जिले की डिप्टी कमिश्नर आशिका जैन ने भारतीय वायुसेना से मिली विशिष्ट जानकारी के आधार पर यह आदेश जारी किया और क्षेत्र के लोगों को सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी।

 

श्रीनगर एयरपोर्ट 14 मई तक बंद, अन्य क्षेत्रों में भी ब्लैकआउट: पाकिस्तान की लगातार आक्रामक हरकतों और सीमा पर बढ़े तनाव के कारण, श्रीनगर एयरपोर्ट को 14 मई तक नागरिक उड़ानों के लिए बंद कर दिया गया है। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। श्रीनगर के साथ-साथ जम्मू और बारामुल्ला जैसे कश्मीर घाटी के प्रमुख क्षेत्रों में भी सुरक्षा कारणों से ब्लैकआउट लागू किया गया है।

 OMEGA

जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर क्षेत्र की स्थिति पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने लिखा, "जहां मैं हूं, वहां से रुक-रुक कर विस्फोटों और भारी तोपखाने की आवाजें सुनी जा सकती हैं। उरी, पुंछ और कुपवाड़ा में भीषण गोलाबारी हो रही है।" उनका बयान सीमावर्ती क्षेत्रों की गंभीर स्थिति की पुष्टि करता है।

 

कुल मिलाकर, 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद सीमा पर स्थिति बेहद संवेदनशील बनी हुई है। भारतीय सशस्त्र बल पूरी तरह से अलर्ट पर हैं और पाकिस्तान की किसी भी नापाक हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार हैं।

SONU

देश दुनिया के साथ ही अपने शहर की ताजा खबरें अब पाएं अपने WHATSAPP पर, क्लिक करें। Khabreelal के Facebookपेज से जुड़ें, Twitter पर फॉलो करें। इसके साथ ही आप खबरीलाल को Google News पर भी फॉलो कर अपडेट प्राप्त कर सकते है। हमारे Telegram चैनल को ज्वाइन कर भी आप खबरें अपने मोबाइल में प्राप्त कर सकते है।