Sex Racket: बांग्लादेश से लाते हैं लड़कियां, कोडवर्ड 'गाड़ी', ड्रग्स देकर दिनभर में 10 लोगों संग सेक्स को करते थे मजबूर

इस मामले में पुलिस अब तक 41 आरोपियों को जेल भेजा चुकी है। विजय नगर पुलिस ने गिरोह का सरगना मोमिनुल के अलावा 4 युवक और 4 युवतियों को गिरफ्तार किया।

 | 
Sex racket

बांग्लादेश का मोमिनुल विजयदत्त बन भारत में चला रहा था सेक्स रैकेट, पत्नी NGO के जरिये लड़कियों को बॉर्डर पार भेजती थी

मुंबई और मध्यप्रदेश की इंदौर पुलिस ने मिलकर देह व्यापार के सनसनीखेज मामले का खुलासा किया है। इस सेक्स रैकेट के तार बांग्लादेश (Sex Racket in Indore) से जुड़े हैं। मोमिनुल इस गैंग का असली सरगना है वह विजयदत्त बनकर इंदौर में रह रहा था। बताया जा रहा है कि मोमिनुल की पत्नी बांग्लादेश से समाजसेवी संस्था की मदद से लड़कियों को नौकरी के लिए भारत भेजती थी, यहां उन लड़कियों को इंदौर, बेंगलुरु, हैदराबाद, जयपुर जैसे बड़े शहरों में देह व्यापार के लिए भेजा जाता था। पुलिस अब तक इस गिरोह के 41 आरोपी को जेल भेज चुकी है।

 

जांच में सामने आया है कि 40 साल का मोमिनुल 25 साल से नकली पासपोर्ट और राशन कार्ड से भार में रह रहा था। वह बांग्लादेशी लड़कियों को कोलकाता के रास्ते मुंबई लाता था और अलग-अलग शहरों में देह व्यापार के लिए भेज देता था। कई राज्यों में मोमिनुल के एजेंट थे। अकेले मध्यप्रदेश में ही उसके करीब 500 एजेंट हैं। वह 25 हजार से 1 लाख रुपये तक में लड़कियों को बेच देते थे। तस्करी कर लाई गई लड़कियों को एक दिन में 8 से 10 लोगों के साथ सेक्स करने के लिए मजबूर किया जाता था। Read Also : भारत का नया रिकार्ड : पुरुषों से ज्यादा हुई महिलाओं की संख्या, सर्वे के अनुसार देश की जनसंख्या लगभग स्थिर

 

पुलिस ने ऐसे पकड़ा 

पुलिस के मुताबिक यह गिरोह मुंबई के नालासोपारा में एक्टिव था। उसे पकड़ने के लिए सीनियर अधिकारी और जांच एजेंसियों ने टीम गठित की। इसमें हेड कॉन्स्टेबल भरत बड़े, SI प्रियंका शर्मा, कुलदीप और उत्कर्ष को मुंबई रवाना किया गया। पुलिसकर्मियों ने नाम बदलकर यहां किराए का कमरा लिया। इसके बाद सरगना विजय दत्त उर्फ मोमिनुल की खोज शुरू की। यह भी पढ़ें - Narayana Business School - मैनेजमेंट स्टडीज में उत्कृष्टता की मिसाल, MBA के लिए है बेस्ट बिजनेस स्कूल

 

नालासोपारा की तंग गलियों में एक सप्ताह की रैकी की। हेड कॉन्स्टेबल भरत ने बांग्लादेशी व्यक्ति बनकर एसआई प्रियंका को बेचने की अफवाह फैलाई, लेकिन मोमिनुल इतना शातिर था कि वह भागकर इंदौर आ गया। इसकी जानकारी इंदौर पुलिस को दे दी गई। यहां बुधवार को कालिंदी कुंज इलाके से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

 

41 आरोपी जेल भेजे जा चुके

इस मामले में पुलिस अब तक 41 आरोपियों को जेल भेजा चुकी है। विजय नगर पुलिस ने गिरोह का सरगना मोमिनुल के अलावा 4 युवक और 4 युवतियों को गिरफ्तार किया। आईजी हरिनारायण चारी मिश्रा ने पुलिस टीम को 20 हजार रुपए देने की घोषणा भी की। Read Also: महंगा हुआ Parle बिस्किट, पैकेट का वजन भी हुआ कम, जानें कितनी बढ़ी कीमत

 

लड़कियों को गाड़ी कहकर बुलाते हैं

पुलिस ने इनके पास से 14 मोबाइल बरामद किए हैं। इन नंबर्स पर अलग-अलग जगह से युवतियों के लिए डिमांड आया करती थी। अब पुलिस इन नंबरों की कॉल डिटेल निकालने में लगी है। सेक्स रैकेट के दलाल बांग्लादेश से लाई गईं इन युवतियों को कोड वर्ड 'गाड़ी' कहकर बुलाते हैं।

 

1994 में भारत आया था, बांग्लादेश में बैठी पत्नी लड़कियों को भारत भेजती थी

मोमिनुल के मुताबिक वह 1994 में बांग्लादेश से भारत आया था और यहां कृष्णा घाट नदी के आसपास मजदूरी करने लगा था। इसके बाद वह मुंबई में जाकर एक होटल में काम करने लगा था। यहां मोमिनल ने एक युवती से शादी कर ली थी। इतना ही नहीं बांग्लादेश में भी मोमिनुल ने ज्योत्सना खातून नाम की युवती से शादी कर रखी है। जिससे उसके दो बच्चे भी हैं। ज्योत्सना महिला कल्याण के लिए काम करने वाली एक समाजसेवी संस्था चलाती है।

 

अवैध तरीके से बॉर्डर पार कराता था

इसी संस्था के जरिये वह गरीब बेसहारा लड़कियों को नौकरी दिलाने के नाम पर भारत में मोमिनुल के पास भेजती थी। मोमिनुल के मुताबिक वह इन लड़कियों को अवैध तरीके से बॉर्डर पार कराकर भारत लाता औश्र यहां कोलकाता के रास्ते पहले उन्हें मुंबई भेजा जाता इसके बाद देश के अलग-अलग राज्यों में देह व्यापार के लिए एजेंटों के जरिये पहुंचाया जाता था।

 

हवाला के जरिये बाग्लादेश भेजता था पैसा

ज्योत्सना जिन लड़कियों को भारत भेजती थी मोमिनुल उनको 25 हजार से 1 लाख रुपए तक में एजेंटों को बेच देता था। लड़कियों के परिजनों को वहर महीने 5 से 6 हजार रुपये भेजता था, ताकि उन्हें किसी तरह का शक न हो। यह पैसा हवाला के जरिये बांग्लादेश भेजा जाता था। 

 

23 साल से पहचान छिपा कर रह रहा था

मोमिनुल 25 साल से पश्चिम बंगाल में विजयदत्त बनकर रह रहा था। इस नाम से पहले उसने नकली राशन कार्ड बनवाया। इसके बाद राशन कार्ड के आधार पर वोटर आईडी, पासपोर्ट और कई अन्य फर्जी दस्तावेज भी बनवाए। इस कारण से जांच एजेंसियां उसे ढूंढ नहीं पा रही थीं।

 

10 साल में कई लड़कियों को धकेल चुका है धंधे में

पुलिस के मुताबिक, मोमिनुल पिछले 10 साल में कई बांग्लादेशी लड़कियों को देह व्यापार के धंधे में धकेल चुका है। मध्यप्रदेश के अलावा देश के विभिन्न राज्यों में एजेंट बना रखे हैं। मध्यप्रदेश के इंदौर, भोपाल, जबलपुर, खंडवा, राजगढ, पीथमपुर आदि शहरों में नेटवर्क फैला है। इंदौर में इसके मुख्य एजेंट उज्जवल ठाकुर, प्रमोद, दिलीप बाबा, ज्योति, पलक आदि हैं। निमाड़ क्षेत्र में प्रमोद पाटीदार प्रमुख एजेंट है। देश के दूसरे हिस्से मुंबई, पुणे, पालघर, सूरत, अहमदाबाद, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, जयपुर, उदयपुर आदि बड़े शहरों में भी उसने एजेंटों के जरिए लड़कियां सप्लाई की हैं।

 

10 ग्रहाकों के साथ सेक्स करने को किया जाता था मजबूर

देह व्यापार में धकेली गई लड़कियों ने पुलिस को बताया कि एजेंट का कहना नहीं मानने पर उन्हें पीटा जाता था। उन्हें एक दिन में 6 से 10 ग्राहकों के साथ सेक्स करने का दबाव डाला जाता था। उनकी यौन क्षमता बढ़ाने के लिए कई बार उन्हें ग्राहकों के पास भेजने से पहले ड्रग्स दी जाती थी। मना करने पर पिटाई की जाती थी। इतना ही नहीं एजेंट उन्हें यह कहकर ब्लैकमेल करते थे कि वे अवैध रूप से भारत में रह रही हैं, ऐसे में अगर वे पुलिस के पास गईं तो उन्हें जेल भेज दिया जाएगा। 

 

लड़कियों ने बताया कि एजेंट उन्हें एक दिन के 500-600 रुपए देते थे, बाकी पैसा वे खुद रख लेते हैं। कई बार जरूरत पड़ने पर वे इन्हीं दलालों से पैसे उधार लेती थीं, लेकिन इसकी एवज में 50% मासिक दर से ब्याज भी देना होता था। 

 

राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों को भी दी जानकारी

पुलिस के अनुसार, गिरोह की जानकारी राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों को भी दी गई है। गिरोह के पर्दाफाश होने के बाद मुंबई के नालासोपारा के कुछ पुलिस अधिकारियों के फोन भी इंदौर पुलिस के पास आए हैं, जिन्होंने बताया कि नालासोपारा के पुलिस चौकी के सामने ही गिरोह संचालित हो रहा था। मुंबई पुलिस भी गिरोह में आरोपियों की तलाश कर रही है।

 

पकड़े गए आरोपी
  • बबलू उर्फ पलाश सरकार पिता संजू सरकार निवासी पश्चिम बंगाल
  • सरगना मोमिनुल पिता रशीद निवासी पश्चिम बंगाल
  • प्रमोद पाटीदार पिता शिव राम पाटीदार निवासी खरगोन
  • उज्जवल ठाकुर निवासी, इंदौर
  • दिलीप बाबा निवासी, इंदौर

 

पकड़ी गई 4 महिलाएं
  • अकीजा, दीपा दोनों निवासी बांग्लादेश
  • नेहा व रजनी वर्मा दोनों निवासी इंदौर

देश दुनिया के साथ ही अपने शहर की ताजा खबरें अब पाएं अपने WHATSAPP पर, क्लिक करें। Khabreelal के Facebookपेज से जुड़ें, Twitter पर फॉलो करें। इसके साथ ही आप खबरीलाल को Google News पर भी फॉलो कर अपडेट प्राप्त कर सकते है। हमारे Telegram चैनल को ज्वाइन कर भी आप खबरें अपने मोबाइल में प्राप्त कर सकते है।