मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू, 9 फरवरी को मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दिया; 21 महीने से चल रही हिंसा में अब तक 300 से ज्यादा मौतें
मणिपुर के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद भी एन बीरेन सिंह के उत्तराधिकारी पर आम सहमति न बन पाने के कारण राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया है। मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हिंसा के कारण कानून-व्यवस्था की स्थिति भी गंभीर बनी हुई है।
Feb 13, 2025, 21:31 IST
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मणिपुर के सीएम बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया है। रविवार शाम (9 फरवरी) को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने राज्य में जातीय हिंसा के करीब दो साल बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया। राज्य में हुई हिंसा के बाद कई मुद्दों पर उनकी सरकार की आलोचना हो रही थी।READ ALSO:-मेरठ : कबाड़ी अज्जू और गद्दू की तलाश में दिल्ली क्राइम ब्रांच ने की छापेमारी, महिलाओं ने पुलिस से की हाथापाई
संविधान के अनुच्छेद 174 (1) के अनुसार राज्य विधानसभा की दो बैठकों के बीच 6 महीने से ज्यादा का अंतर नहीं होना चाहिए। लेकिन, मणिपुर विधानसभा की बैठक बुलाने की संवैधानिक समय सीमा बुधवार को खत्म हो गई। साथ ही राज्य में कई दौर की बैठकों के बाद भी किसी भी पार्टी या गठबंधन ने सरकार बनाने का दावा पेश नहीं किया। ऐसे में राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया है।
President's Rule imposed in Manipur.
— ANI (@ANI) February 13, 2025
Manipur CM N Biren Singh resigned from his post on 9th February. https://t.co/vGEOV0XIrt pic.twitter.com/S9wymA13ki
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने क्या कहा?
मणिपुर में राष्ट्रपति शासन को लेकर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, मैंने कभी नहीं देखा कि 22 महीने तक हिंसा, लूटपाट और महिलाओं पर अत्याचार होता रहा हो। लगातार हिंसा होती रही लेकिन केंद्र सरकार चुप रही। पिछले 2 सालों से वहां सब कुछ चल रहा था। वहां के सीएम भी मानते थे कि हालात खराब हैं। लेकिन, केंद्र सरकार देखती रही। अगर पीएम मोदी वहां जाते तो इसका असर होता, शायद हिंसा रुक जाती। भाजपा ने देश के इस राज्य के साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया? यह मेरी समझ से परे है। इतिहास उन्हें कभी माफ नहीं करेगा।
बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद बजट सत्र स्थगित
इससे पहले राज्यपाल अजय भल्ला ने रविवार को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद सोमवार से शुरू होने वाले बजट सत्र को स्थगित कर दिया था। दरअसल, मणिपुर विधानसभा का बजट सत्र सोमवार से शुरू होना था और कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दिया था। अविश्वास प्रस्ताव से पहले ही बीरेन सिंह ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था।
इससे पहले राज्यपाल अजय भल्ला ने रविवार को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद सोमवार से शुरू होने वाले बजट सत्र को स्थगित कर दिया था। दरअसल, मणिपुर विधानसभा का बजट सत्र सोमवार से शुरू होना था और कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव दिया था। अविश्वास प्रस्ताव से पहले ही बीरेन सिंह ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था।
इस्तीफे पर बीरेन सिंह ने क्या कहा?
भाजपा नेता बीरेन सिंह ने अपने इस्तीफे में लिखा, "अब तक मणिपुर के लोगों की सेवा करना मेरे लिए सम्मान की बात रही है। मैं केंद्र सरकार का बहुत आभारी हूं। उन्होंने समय पर कार्रवाई की, मदद की और विकास कार्य किए। हर मणिपुरी के हितों की रक्षा के लिए कई परियोजनाएं भी शुरू की गईं।" अपने इस्तीफे में बीरेन सिंह ने केंद्र सरकार से राज्य में शांति बहाल करने के लिए जरूरी कदम उठाने की अपील की थी। इसके साथ ही उन्होंने राज्य में सुरक्षा और शांति से जुड़ी 5 बड़ी मांगें भी केंद्र के सामने रखी थीं। उन्होंने कहा था कि राज्य की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक अखंडता को बनाए रखना जरूरी है।
भाजपा नेता बीरेन सिंह ने अपने इस्तीफे में लिखा, "अब तक मणिपुर के लोगों की सेवा करना मेरे लिए सम्मान की बात रही है। मैं केंद्र सरकार का बहुत आभारी हूं। उन्होंने समय पर कार्रवाई की, मदद की और विकास कार्य किए। हर मणिपुरी के हितों की रक्षा के लिए कई परियोजनाएं भी शुरू की गईं।" अपने इस्तीफे में बीरेन सिंह ने केंद्र सरकार से राज्य में शांति बहाल करने के लिए जरूरी कदम उठाने की अपील की थी। इसके साथ ही उन्होंने राज्य में सुरक्षा और शांति से जुड़ी 5 बड़ी मांगें भी केंद्र के सामने रखी थीं। उन्होंने कहा था कि राज्य की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक अखंडता को बनाए रखना जरूरी है।
हिंसा पर बीरेन सिंह ने कहा था- मुझे माफ कर दें
दिसंबर 2024 को मणिपुर के सीएम बीरेन सिंह ने राज्य में हुई हिंसा और उसमें हुई जानमाल की हानि के लिए माफी मांगी थी। बीरेन सिंह ने कहा था कि पूरा साल बहुत दुर्भाग्यपूर्ण रहा है। मैं इस बात से बहुत दुखी हूं। 3 मई 2023 से लेकर आज तक जो कुछ भी हो रहा है, उसके लिए मैं राज्य की जनता से माफी मांगता हूं।
दिसंबर 2024 को मणिपुर के सीएम बीरेन सिंह ने राज्य में हुई हिंसा और उसमें हुई जानमाल की हानि के लिए माफी मांगी थी। बीरेन सिंह ने कहा था कि पूरा साल बहुत दुर्भाग्यपूर्ण रहा है। मैं इस बात से बहुत दुखी हूं। 3 मई 2023 से लेकर आज तक जो कुछ भी हो रहा है, उसके लिए मैं राज्य की जनता से माफी मांगता हूं।
सीएम बीरेन सिंह ने सचिवालय में मीडिया से चर्चा के दौरान कहा- कई लोगों ने अपनों को खो दिया। बहुत से लोग अपने घर छोड़कर चले गए। मुझे बहुत दुख है। मैं माफ़ी मांगना चाहता हूँ।
मणिपुर में कुकी-मीतेई समुदाय के बीच 3 मई 2023 से हिंसा चल रही है। मीतेई-कूकी समुदाय के बीच हिंसा भड़के 600 दिन से ज़्यादा बीत चुके हैं।
बीरेन ने कहा, 'मई 2023 से अक्टूबर 2023 तक मणिपुर में गोलीबारी की 408 घटनाएँ दर्ज की गईं। नवंबर 2023 से अप्रैल 2024 तक 345 घटनाएँ हुईं। मई 2024 से अब तक 112 घटनाएँ दर्ज की गई हैं।'
हालाँकि, पिछले महीने से राज्य में शांति है। हिंसा की कोई घटना नहीं हुई है। छिटपुट विरोध प्रदर्शन के लिए भी लोग सड़कों पर नहीं निकले। सरकारी दफ़्तर रोज़ खुल रहे हैं और स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ रही है।