शोपियां में आतंकी मुठभेड़ में घायल मेरठ के मेजर मयंक विश्नोई शहीद
जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के शेपियां इलाके में 27 अगस्त को आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में घायल मेजर मयंक शनिवार सुबह शहीद हो गए। वह यूपी के मेरठ जिले के कंकरखेड़ा खेत्र के रहने वाले थे।
Updated: Sep 11, 2021, 13:15 IST
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यूपी के मेरठ जिले के कंकरखेड़ा क्षेत्र निवासी मेजर मयंक विश्नोई (Major Mayank Vishnoi) शनिवार सुबह शहीद हो गए। वह 27 अगस्त को शोपियां में आतंकियों से मुकाबला करते समय घायल हो गए थे। उधमपुर के मिलिट्री अस्पताल (Military Hospital Udhampur) में उनका उपचार चल रहा था। वह राजपूताना राइफल्स में तैनात थे। Read Also : PCS Transfer List UP: 38 पीसीएस अफसरों का ट्रांसफर, अमित भट्ट बने मेरठ के सिटी मजिस्ट्रेट
जानकारी के अनुसार मेरठ के कंकरखेड़ा क्षेत्र के शिवलोकपुरी निवासी 30 वर्षीय मेजर मयंक विश्नोई राजपूताना राइफल्स जम्मू-कश्मीर में तैनात थे। जानकारी के मुताबिक 27 अगस्त को शोपियां में आतंकियों ने सैन्य कैंप पर हमला किया था। जिसमें मेजर मयंक विश्नोई टीम के साथ मोर्चा संभाला। मुठभेड़ के दौरान एक गोली मेजर मयंक के सिर में लग गई थी। परिवारजनों के मुताबिक उनका उपचार उधमपुर स्थित मिलिट्री अस्पताल में किया जा रहा था। जहां 16 दिन बाद शनिवार सुबह वह शहीद हो गए। उनके पिता वीरेंद्र विश्नोई भी सेना में सूबेदार पद से रिटायर्ड हो चुके हैं। Read Also : 9/11 Terrorists attack : आज के दिन ही आतंकवादी हमले से हुआ था अमेरिका का सीना छलनी
रविवार सुबह मेरठ पहुंचेगा उनका पार्थिव शरीर
जानकारी के मुताबिक पिता की प्रेरणा से मयंक ने 2010 में आईएमए (IMA Dehradun) से पास हुए थे। अभी मेजर मयंक की पोस्टिंग जम्मू-कश्मीर में थी। परिवार में पत्नी सवति विश्नोई, पिता वीरेंद्र विश्नोई, मां मधु विश्नोई और दो बहने हैं। परिजनों के मुताबिक मेजर मयंक की शहादत पर उन्हें गर्व है। मयंक का शव रविवार सुबह मेरठ स्थित आवास पर पहुंचेगा। सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।