चुनाव से पहले इस राज्य सरकार ने लिया बड़ा फैसला, गाय को राज्यमाता घोषित किया, क्या है फैसले के पीछे की वजह?

महाराष्ट्र सरकार ने विधानसभा चुनाव की घोषणा से ठीक पहले सोमवार को कई बड़े फैसलों को मंजूरी दी है। सरकार ने गाय को राज्यमाता का दर्जा दिया है। इसके साथ ही सरकार ने गाय पालन के लिए सब्सिडी योजना शुरू करने को भी मंजूरी दी है।
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महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने देसी गाय को राज्यमाता का दर्जा दिया है। भारतीय संस्कृति में देसी गाय का दर्जा, मानव आहार में देसी गाय के दूध की उपयोगिता, आयुर्वेद चिकित्सा, पंचगव्य उपचार पद्धति और जैविक कृषि प्रणालियों में गोबर और गोमूत्र का महत्वपूर्ण स्थान को ध्यान में रखते हुए सरकार ने अब से देसी गाय को 'राज्यमाता गौ माता' घोषित करने को मंजूरी दे दी है।READ ALSO:- UP : काम नहीं करेंगे तो पब्लिक से 'जूतों से पिटवाऊंगा, दिमाग ठीक कर दूंगा', वायरल वीडियो पर बोले BJP नेता संगीत सोम

 

गायों को राज्यमाता का दर्जा दिए जाने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि देसी गाय हमारे किसानों के लिए वरदान है, इसलिए हमने यह दर्जा देने का फैसला किया है और इसके साथ ही इसके संवर्धन के लिए चारे की भी व्यवस्था की है। सरकार देसी गायों के पालन के लिए सब्सिडी योजना भी शुरू करेगी। आज हुई कैबिनेट बैठक में इसे भी मंजूरी दे दी गई है। 

 


मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में 38 फैसलों को मंजूरी दी गई। राजस्व विभाग के तहत कोतवालों के वेतन में दस फीसदी की बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई है। इसके साथ ही उन पर अनुकंपा नीति भी लागू की जाएगी। इसके साथ ही राज्य में सैनिक स्कूलों के लिए संशोधित नीति लागू करने को भी मंजूरी दी गई है। ठाणे सर्कुलर मेट्रो रेल परियोजना के काम में तेजी लाई जाएगी। इस पृष्ठभूमि में 12 हजार 200 करोड़ की संशोधित योजना को भी मंजूरी दी गई है।

 

महाराष्ट्र सरकार के प्रमुख फैसले
  • राज्य में जल संसाधन सूचना केंद्र स्थापित किया जाएगा
  • पंचगंगा नदी के प्रदूषण के लिए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को अपग्रेड किया जाएगा
  • राज्य में विशेष शिक्षक के पद के लिए 4860 रिक्तियां जारी की जाएंगी
  • अंगदान और अंग प्रत्यारोपण के लिए एक प्रणाली स्थापित की जाएगी
  • ग्राम रोजगार सेवकों को प्रोत्साहन सब्सिडी के साथ 8 हजार रुपये प्रति माह मिलेंगे
  • राज्य के राजस्व को बढ़ाने के लिए स्टांप अधिनियम में संशोधन
  • राज्य में 26 और आईटीआई संस्थान खोलने की अनुमति

 

कैबिनेट के फैसले के बाद मीडिया से बात करते हुए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि देशी गाय हमारे किसानों के लिए वरदान है, इसलिए हमने उन्हें यह दर्जा (राज्य माता) देने का फैसला किया है। हमने देशी गाय के पोषण और चारे में मदद करने का निर्णय लिया है।

 

भारतीय समाज गाय को माता का दर्जा देता है
गाय का महत्व केवल आर्थिक या कृषि पशु के रूप में ही नहीं है, बल्कि यह सांस्कृतिक और धार्मिक प्रतीक के रूप में भी है। इसका संरक्षण और सम्मान न केवल हमारे पारंपरिक मूल्यों को बनाए रखने में मदद करता है, बल्कि यह हमारे स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए भी बेहद फायदेमंद है। इस प्रकार, गाय को भारतीय समाज में एक विशेष स्थान प्राप्त है, जो इसे केवल एक पशु नहीं, बल्कि एक माँ का दर्जा देता है।

 

श्री कृष्ण ने भी गायों के प्रति प्रेम दिखाया है...
भारतीय संस्कृति में गाय का महत्व बेहद गहरा है और प्राचीन इतिहास में भगवान कृष्ण द्वारा गाय की सेवा इसका प्रतीक है। श्री कृष्ण ने गायों के प्रति अपना विशेष प्रेम और भक्ति दिखाई है, जिसे आज भी श्रद्धा के साथ याद किया जाता है। उनके जीवन और कहानियों से गायों की देखभाल और सुरक्षा का संदेश फैला है। 

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लंबे समय से विभिन्न समूहों और संगठनों द्वारा गाय को राष्ट्र की माता घोषित करने के लिए आंदोलन चल रहे हैं। इस मांग को समाज में गाय के प्रति सम्मान दिखाने और उसकी रक्षा करने के लिए एक आवश्यक कदम के रूप में देखा जा रहा है। हाल के वर्षों में गोहत्या और गो तस्करी के मामलों में वृद्धि ने इस मुद्दे को और गंभीर बना दिया है।
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