लालू यादव का 'राजकीय' फैसला: बेटे तेज प्रताप को 6 साल के लिए RJD और परिवार से 'बेदखल'!
राजद सुप्रीमो का X पर पोस्ट: 'गैर जिम्मेदाराना व्यवहार पारिवारिक मूल्यों के खिलाफ'; बिहार की राजनीति में भूचाल
Updated: May 25, 2025, 20:34 IST
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पटना: बिहार की राजनीति से इस वक्त की सबसे बड़ी और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सर्वेसर्वा लालू प्रसाद यादव ने अपने बड़े बेटे और बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार दोनों से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। लालू यादव ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इस कड़े फैसले की घोषणा की है, जिसमें उन्होंने तेज प्रताप के 'गैर जिम्मेदाराना व्यवहार' और 'पारिवारिक मूल्यों' के अनुरूप न होने को मुख्य कारण बताया है।READ ALSO:-मेरठ के छात्रों ने सीखी 'जीवन बचाने की कला': समर कैंप से पहले मिला CPR का ऑनलाइन प्रशिक्षण!
लालू प्रसाद यादव का 'दिल तोड़' पोस्ट
राजद चीफ लालू प्रसाद यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' (जिसे पहले ट्विटर कहा जाता था) पर एक लंबा और भावुक पोस्ट लिखा, जिसके जरिए उन्होंने अपने इस अप्रत्याशित और कड़े निर्णय को सार्वजनिक किया। उन्होंने लिखा:
"निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के लिए सामूहिक संघर्ष को कमजोर करता है। ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधि, लोक आचरण तथा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है। अतएव उपरोक्त परिस्थितियों के चलते उसे पार्टी और परिवार से दूर करता हूं।"
यह पोस्ट साफ दर्शाता है कि लालू यादव ने यह फैसला काफी सोच-विचारकर और संभवतः भारी मन से लिया है, जहाँ उन्होंने पार्टी के सिद्धांतों और अपने दशकों पुराने 'सामाजिक न्याय' के संघर्ष को व्यक्तिगत संबंधों से ऊपर रखा है।
निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के लिए सामूहिक संघर्ष को कमज़ोर करता है। ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधि, लोक आचरण तथा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है। अतएव उपरोक्त परिस्थितियों के चलते उसे पार्टी और परिवार…
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) May 25, 2025
'अब से पार्टी और परिवार में कोई भूमिका नहीं'
लालू प्रसाद यादव ने अपने पोस्ट में यह भी स्पष्ट कर दिया कि इस निष्कासन के बाद, तेज प्रताप यादव की अब से पार्टी और परिवार में किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं रहेगी। उन्होंने आगे कहा कि तेज प्रताप अब अपने निजी जीवन का भला-बुरा और गुण-दोष देखने में स्वयं सक्षम हैं। लालू यादव ने उन सभी लोगों को भी एक संदेश दिया है जो तेज प्रताप से किसी भी तरह का संबंध रखते हैं, कि वे अपने विवेक से निर्णय लें। उन्होंने अंत में 'लोकजीवन में लोकलाज' का सदैव हिमायती होने की बात कही और बताया कि उनके परिवार के आज्ञाकारी सदस्यों ने सार्वजनिक जीवन में इसी विचार का पालन किया है।
तेज प्रताप यादव का यह निष्कासन, जो पहले से ही अपने बयानों और हरकतों को लेकर सुर्खियों में रहते थे, राजद और यादव परिवार की आंतरिक राजनीति में एक बड़ा भूचाल ला सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस फैसले का पार्टी के भविष्य पर क्या असर होता है, खासकर ऐसे समय में जब लोकसभा चुनाव भी पास हैं। क्या यह फैसला राजद की राजनीतिक विरासत को मजबूत करेगा या इसमें नई चुनौतियां पैदा करेगा, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
