किसान आंदोलन : 31 जनवरी तक इंटरनेट बैन, राकेश टिकैत बोले- आंसू का अंजाम देख लिया, खूब बहता तो क्या होता
लाल किला हिंसा के बाद प्रशासन किसान आंदोलन पर सख्त होता नजर आ रहा है। इस बीच सिंघू, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर के आस - पास के एरिया में इंटरनेट बैन किया गया है। 31 जनवरी रात 12 बजे तक इन इलाकों में इंटरनेट पर बैन लगाया गया है। फिलहाल देश भर से किसान दिल्ली कूच की तैयारी में है। शुक्रवार में महापंचायत में फैसला हुआ था कि किसान दोबारा दिल्ली के बॉर्डरों पर जाकर आंदोलन को मजबूत करेंगे।
टिकैत की मोदी सरकार को दो टूक
राकेश टिकैत के रोने की घटना के बाद से किसान आंदोलन में दोगुनी तेजी आ गई है। इस बीच टिकैत ने कहा कि आंसू बहाने का अंजाम आपने देख लिया, सोचो अगर खून बहता तो क्या होता। उन्होंने कहा कि आंदोलन मजबूत हो गया है और ये किसी भी कीमत पर नहीं रुकेगा। इंटरनेट बंद करने से किसानों की आवाज नहीं दबेगी। किसान आज महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर शाम 5 बजे तक उपवास पर हैं।
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