फिल्मी स्टाइल ड्रामा! तेलंगाना में महिला ने रेलवे ट्रैक पर दौड़ा दी कार, 15 ट्रेनें ठप, पुलिस हैरान: क्या है इसका राज? वीडियो वायरल
सनसनीखेज वारदात: मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने वाली महिला ने मचाया बवाल, आत्महत्या की कोशिश या गहरा रहस्य?
Jun 27, 2025, 01:10 IST
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तेलंगाना के रंगा रेड्डी जिले में बुधवार दोपहर उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक 34 साल की महिला ने अपनी चमकदार किआ सोनेट (Kia Sonet) कार को सीधे रेलवे ट्रैक पर दौड़ा दिया! इस हैरतअंगेज करतूत ने न सिर्फ वहां मौजूद रेलवे कर्मचारियों के होश उड़ा दिए, बल्कि 10 से 15 यात्री ट्रेनों को आनन-फानन में रोकना पड़ा या उनके रूट बदलने पड़े। शंकरपल्ली के पास हुई इस घटना के कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गए हैं, जिसने पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है।READ ALSO:-🏠💥8 साल बाद बड़ा धमाका! नए सर्किल रेट से जमीनों के दाम में आग, खरीदने वालों की बढ़ी बेचैनी
ट्रैक पर 'किआ सोनेट' का बेकाबू सफर: वायरल वीडियो ने मचाई खलबली
想象 कीजिए: एक खाली रेलवे ट्रैक और उस पर फर्राटे भरती एक सफेद कार! वायरल हुए एक 13 सेकंड के वीडियो में साफ दिख रहा है कि महिला अपनी किआ सोनेट को रेलवे ट्रैक पर कैसे चला रही है, मानो वह कोई सड़क हो। यह दृश्य इतना अविश्वसनीय था कि जिसने भी देखा, दंग रह गया। एक दूसरे वीडियो में, पुलिस, रेलवे कर्मचारी और स्थानीय लोग मिलकर महिला को कार से बाहर निकालने की कोशिश करते दिख रहे हैं। काफी मशक्कत के बाद जब उसे बाहर निकाला गया, तो भीड़ ने उसके हाथ बांध दिए ताकि वह और हंगामा न कर सके। यह नजारा किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं था!
想象 कीजिए: एक खाली रेलवे ट्रैक और उस पर फर्राटे भरती एक सफेद कार! वायरल हुए एक 13 सेकंड के वीडियो में साफ दिख रहा है कि महिला अपनी किआ सोनेट को रेलवे ट्रैक पर कैसे चला रही है, मानो वह कोई सड़क हो। यह दृश्य इतना अविश्वसनीय था कि जिसने भी देखा, दंग रह गया। एक दूसरे वीडियो में, पुलिस, रेलवे कर्मचारी और स्थानीय लोग मिलकर महिला को कार से बाहर निकालने की कोशिश करते दिख रहे हैं। काफी मशक्कत के बाद जब उसे बाहर निकाला गया, तो भीड़ ने उसके हाथ बांध दिए ताकि वह और हंगामा न कर सके। यह नजारा किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं था!
'ऑपरेशन रेस्क्यू': 20 लोगों ने मिलकर महिला को निकाला बाहर!
सूत्रों के मुताबिक, "यह एक हाई-वोल्टेज ड्रामा था! कई रेलवे कर्मचारी और पुलिसकर्मी उस चलती कार के पीछे भागे। आखिरकार, बड़ी मुश्किल से वे उसे रोकने में कामयाब हुए।" महिला इतनी हिंसक और असहयोगी थी कि उसे कार से बाहर निकालने के लिए करीब 20 लोगों की मदद लेनी पड़ी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वह बिल्कुल भी सहयोग नहीं कर रही थी, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन और भी चुनौतीपूर्ण हो गया।
मल्टीनेशनल कंपनी का कनेक्शन और 'मानसिक अस्थिरता' का शक
रेलवे पुलिस की सुपरिंटेंडेंट चंदना दीप्ति ने इस पूरे मामले पर कुछ अहम खुलासे किए हैं। उन्होंने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि यह महिला उत्तर प्रदेश की रहने वाली है और हाल ही तक एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम कर रही थी। दीप्ति ने कहा, "उसका व्यवहार बहुत आक्रामक था। ऐसा लग रहा था कि वह मानसिक रूप से अस्थिर है।" अब पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या उसकी मानसिक स्थिति ने ही उसे यह कदम उठाने पर मजबूर किया।
आत्महत्या की कोशिश या कोई गहरी साजिश? पुलिस की जांच तेज
महिला की कार से उसका ड्राइविंग लाइसेंस और पैन कार्ड बरामद हुआ है, जिससे उसकी पहचान स्थापित हो गई है। सुपरिंटेंडेंट चंदना दीप्ति ने गंभीर संदेह जताते हुए कहा, "पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं यह महिला आत्महत्या की योजना तो नहीं बना रही थी और इस पूरी घटना को किसी और रूप में दिखाने की कोशिश तो नहीं थी।" यह एक बहुत बड़ा सवाल है, क्योंकि रेलवे ट्रैक पर कार चलाना केवल एक लापरवाही नहीं, बल्कि एक खतरनाक इरादे की ओर इशारा करता है। क्या यह किसी गहरी साजिश का हिस्सा है?
महिला की कार से उसका ड्राइविंग लाइसेंस और पैन कार्ड बरामद हुआ है, जिससे उसकी पहचान स्थापित हो गई है। सुपरिंटेंडेंट चंदना दीप्ति ने गंभीर संदेह जताते हुए कहा, "पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं यह महिला आत्महत्या की योजना तो नहीं बना रही थी और इस पूरी घटना को किसी और रूप में दिखाने की कोशिश तो नहीं थी।" यह एक बहुत बड़ा सवाल है, क्योंकि रेलवे ट्रैक पर कार चलाना केवल एक लापरवाही नहीं, बल्कि एक खतरनाक इरादे की ओर इशारा करता है। क्या यह किसी गहरी साजिश का हिस्सा है?
ट्रेनों का चक्का जाम: यात्रियों की परेशानी
इस अप्रत्याशित घटना का सीधा असर ट्रेनों के संचालन पर पड़ा। रेलवे सूत्रों के अनुसार, बेंगलुरु-हैदराबाद ट्रेन सहित कम से कम 10 से 15 यात्री ट्रेनों को सुरक्षा कारणों से या तो घंटों रोका गया या उनके रूट डायवर्ट किए गए, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा और उनका समय बर्बाद हुआ।
इस अप्रत्याशित घटना का सीधा असर ट्रेनों के संचालन पर पड़ा। रेलवे सूत्रों के अनुसार, बेंगलुरु-हैदराबाद ट्रेन सहित कम से कम 10 से 15 यात्री ट्रेनों को सुरक्षा कारणों से या तो घंटों रोका गया या उनके रूट डायवर्ट किए गए, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा और उनका समय बर्बाद हुआ।
फिलहाल, महिला को हिरासत में ले लिया गया है और उससे पूछताछ जारी है। इस सनसनीखेज घटना के पीछे की असली वजह क्या है - एक पल की मानसिक अस्थिरता, आत्महत्या का प्रयास, या कोई गहरा रहस्य - पुलिस जांच के बाद ही इसका खुलासा हो पाएगा।
