Delhi-Dehradun एक्सप्रेसवे पर इतने किलोमीटर तक नहीं देना होगा टोल, ऐसे बचेंगे टोल के पैसे
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे जल्द ही पूरी तरह से खुलने जा रहा है। इससे सफ़र 2.5 घंटे का रह जाएगा। लेकिन इस एक्सप्रेसवे का एक और फ़ायदा है। यह एक्सप्रेसवे कुछ किलोमीटर तक टोल-फ्री भी रहेगा।
Feb 6, 2025, 10:35 IST
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दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के खुलने का सभी को बेसब्री से इंतजार है। क्योंकि इस एक्सप्रेसवे के खुलने से साढ़े छह घंटे का सफर आधे से भी कम हो जाएगा। यानी आप सिर्फ ढाई घंटे में दिल्ली से देहरादून पहुंच सकेंगे। पहले माना जा रहा था कि इसे जनवरी में खोल दिया जाएगा। लेकिन अब इसे खुलने में थोड़ा और समय लग सकता है। हालांकि देहरादून में आशारोड़ी से डाट काली गुफा के बीच का 3.5 किलोमीटर का हिस्सा अब यातायात के लिए पूरी तरह से खोल दिया गया है।READ ALSO:-मेरठ : उत्तर प्रदेश के लोगों को मिलेगी मुफ्त बिजली, इस योजना का उठाएं लाभ; 27 हजार लोगों ने कराया रजिस्ट्रेशन
इसकी एक तरफ की सड़क पर पहले ही यातायात शुरू कर दिया गया था, जिस पर दोनों तरफ वाहन तेजी से दौड़ रहे थे। अब एक्सप्रेसवे के इस हिस्से में दोनों तरफ की सड़क यानी सभी 6 लेन यातायात के लिए खोल दी गई हैं। साढ़े तीन किलोमीटर के इस हिस्से में एक्सप्रेसवे के खुलने से स्थानीय लोगों को काफी सुविधा मिलेगी।
दिल्ली से देहरादून जाने वालों की संख्या काफी ज्यादा है। खास तौर पर उत्तराखंड के मशहूर पर्यटन स्थलों और मंदिरों के दर्शन के लिए ज्यादातर लोग उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से होकर जाते हैं। हालांकि, अभी दिल्ली से देहरादून जाने में 6.5 घंटे का समय लगता है। वहीं, लोगों को रास्ते में भयंकर ट्रैफिक जाम का भी सामना करना पड़ता है। ऐसे में नया दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे गेम चेंजर साबित हो सकता है।
टोल फ्री कहां तक होगा एक्सप्रेसवे
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे 210 किलोमीटर लंबा होगा। यह एक्सप्रेसवे दिल्ली के अक्षरधाम से शुरू होगा और यहां से 18 किलोमीटर का रास्ता पूरी तरह टोल फ्री होगा। 18 किलोमीटर तक कोई टोल बूथ नहीं होगा। वहीं, इस पूरे एक्सप्रेसवे पर 16 एंट्री और एग्जिट पॉइंट होंगे, जो अलग-अलग रास्तों को एक-दूसरे से जोड़ेंगे। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण 18 हजार करोड़ रुपये की लागत से किया गया है।
दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे 210 किलोमीटर लंबा होगा। यह एक्सप्रेसवे दिल्ली के अक्षरधाम से शुरू होगा और यहां से 18 किलोमीटर का रास्ता पूरी तरह टोल फ्री होगा। 18 किलोमीटर तक कोई टोल बूथ नहीं होगा। वहीं, इस पूरे एक्सप्रेसवे पर 16 एंट्री और एग्जिट पॉइंट होंगे, जो अलग-अलग रास्तों को एक-दूसरे से जोड़ेंगे। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण 18 हजार करोड़ रुपये की लागत से किया गया है।