दिल्ली: जहांगीरपुरी में ट्रांसजेंडर बनकर भीख मांग रहे 6 अवैध बांग्लादेशी गिरफ्तार, प्रतिबंधित ऐप का कर रहे थे इस्तेमाल

 नॉर्थ वेस्ट जिला पुलिस की कार्रवाई, 10 दिन की निगरानी के बाद मेट्रो स्टेशन के पास से पकड़े गए आरोपी, डिपोर्टेशन की तैयारी
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DELHI
दिल्ली: दिल्ली पुलिस की नॉर्थ वेस्ट जिला टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए जहांगीरपुरी इलाके से छह ऐसे बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है जो अवैध रूप से भारत में रह रहे थे और पहचान छुपाने के लिए ट्रांसजेंडर के रूप में इलाके में सक्रिय थे। पुलिस ने इन आरोपियों के कब्जे से 6 मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं।Read also:-बिजनौर में शराब की दुकानों पर मची लूट, नई नीति से पहले आधे दाम पर बिकी अंग्रेजी शराब

 

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, ये सभी आरोपी लंबे समय से दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे थे। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि इन सभी ने बिना वैध दस्तावेजों के बांग्लादेश से भारत में प्रवेश किया था। अपनी पहचान छिपाने और पुलिस की नजरों से बचने के लिए इन्होंने ट्रांसजेंडर का रूप धारण कर लिया था और जहांगीरपुरी तथा महेन्द्र पार्क के आसपास के ट्रैफिक सिग्नलों पर भीख मांगने का काम करते थे।

 

पुलिस को इन इलाकों में अवैध रूप से रह रहे प्रवासियों के खिलाफ लगातार शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद एक विशेष अभियान चलाया जा रहा था। इसी अभियान के दौरान पुलिस को खुफिया जानकारी मिली कि जहांगीरपुरी इलाके में छह बांग्लादेशी नागरिक ट्रांसजेंडर बनकर सक्रिय हैं और संदिग्ध गतिविधियों में शामिल हैं।

 

इस सूचना के आधार पर, पुलिस टीम ने इन संदिग्धों की गतिविधियों पर लगभग 10 दिनों तक बारीकी से निगरानी रखी। 27 मार्च को पुलिस को इनके ठिकाने के बारे में सटीक जानकारी मिली, जिसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जहांगीरपुरी मेट्रो स्टेशन के पास से इन सभी छह आरोपियों को धर दबोचा।

 

गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान इस प्रकार है: मोहम्मद जकरिया मोइना खान (उम्र 24 वर्ष, निवासी बारगुना जिला, बांग्लादेश), सुहाना खान उर्फ सौरभ (उम्र 21 वर्ष, निवासी गाजीपुर जिला, बांग्लादेश), अखी सरकार (उम्र 22 वर्ष, निवासी मदारीपुर जिला, बांग्लादेश), मोहम्मद बोइजेद खान उर्फ पाखी (उम्र 24 वर्ष, निवासी सिराजगंज, बांग्लादेश), मोम्मद राना लवली (उम्र 26 वर्ष, निवासी अज्ञात, बांग्लादेश), और जॉनी हुसैन जिम्मी (उम्र 21 वर्ष, निवासी अज्ञात, बांग्लादेश)।

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जांच में यह भी पता चला है कि इन आरोपियों के मोबाइल फोन में प्रतिबंधित IMO नामक ऐप इंस्टॉल था, जिसका इस्तेमाल वे बांग्लादेश में अपने परिवार के सदस्यों से संपर्क करने के लिए कर रहे थे। सुरक्षा एजेंसियों के लिए यह एक चिंता का विषय है कि अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिक प्रतिबंधित ऐप्स का इस्तेमाल कर रहे हैं।

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दिल्ली पुलिस ने सभी छह गिरफ्तार आरोपियों को एफआरआरओ (विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण अधिकारी), आरके पुरम, नई दिल्ली के हवाले कर दिया है। अब एफआरआरओ इन सभी आरोपियों की नागरिकता और भारत में उनके अवैध प्रवेश से संबंधित आगे की कानूनी प्रक्रिया को पूरा करेगा, जिसके बाद उन्हें वापस बांग्लादेश डिपोर्ट (निर्वासित) किया जाएगा। पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या इन आरोपियों का किसी बड़े आपराधिक गिरोह से कोई संबंध है या नहीं।

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