'राहुल गांधी को बदनाम करने की साजिश': कांग्रेस ने अमित मालवीय और अर्नब गोस्वामी के खिलाफ दर्ज कराई FIR, 'तुर्की कनेक्शन' गढ़ने का आरोप
युवा कांग्रेस का दावा, 'फर्जी खबर' फैलाकर राष्ट्रीय सुरक्षा और लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश; बेंगलुरु में मामला दर्ज
May 21, 2025, 12:56 IST
|

बेंगलुरु, [21/05/2025]: देश की सियासत में आरोप-प्रत्यारोप का एक नया अध्याय खुल गया है। कांग्रेस पार्टी की युवा इकाई, भारतीय युवा कांग्रेस (IYC) ने भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय और जाने-माने पत्रकार अर्नब गोस्वामी के खिलाफ एक बड़ा मोर्चा खोल दिया है। IYC ने बेंगलुरु में इन दोनों के खिलाफ FIR दर्ज कराई है, जिसमें उन पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को बदनाम करने और कांग्रेस को तुर्की से जोड़ने की साजिश रचने का गंभीर आरोप लगाया गया है।READ ALSO:-🚆अब एक 'क्लिक' में पटरी पर दौड़ता रेलवे: इंडियन रेलवे ने लॉन्च किया 'SwaRail' सुपर ऐप, यात्रियों की हर ज़रूरत एक जगह!
'इस्तांबुल कांग्रेस सेंटर' को बनाया आधार, IYC ने बताया 'आपराधिक कृत्य'
IYC के राष्ट्रीय प्रभारी कृष्णा अल्लावरु, राष्ट्रीय अध्यक्ष उदयभानु चिब और कानूनी विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष रूपेश भदौरिया के निर्देश पर, भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत यह FIR दर्ज की गई है।
शिकायत में, IYC ने अमित मालवीय और अर्नब गोस्वामी पर "स्पष्ट रूप से गलत सूचना प्रसारित करने के लिए एक जघन्य और आपराधिक रूप से प्रेरित अभियान चलाने" का आरोप लगाया है। IYC का कहना है कि, "आरोपियों ने दुर्भावनापूर्ण तरीके से यह मनगढ़ंत दावा फैलाया है कि तुर्की में इस्तांबुल कांग्रेस सेंटर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) का कार्यालय है।"
कांग्रेस का आरोप है कि यह कृत्य "भारतीय जनता को धोखा देने, एक प्रमुख राजनीतिक संस्था को बदनाम करने, राष्ट्रवादी भावनाओं से छेड़छाड़ करने, सार्वजनिक अशांति भड़काने और राष्ट्रीय सुरक्षा और लोकतांत्रिक अखंडता को कमजोर करने के स्पष्ट और निर्विवाद आपराधिक इरादे से किया गया था।"
भारत-तुर्की संबंधों की संवेदनशील पृष्ठभूमि में 'साजिश'
शिकायत में इस मामले को भारत और तुर्की के बीच के "तनावपूर्ण संबंधों की अस्थिर पृष्ठभूमि" से भी जोड़ा गया है। चूंकि तुर्की को पाकिस्तान का कथित समर्थक माना जाता है, भारतीय नागरिकों ने तुर्की के पर्यटन, उत्पादों और आर्थिक जुड़ाव का व्यापक बहिष्कार शुरू किया है। ऐसे में कांग्रेस को तुर्की से जोड़ना, IYC के अनुसार, देश में भ्रम और अशांति पैदा करने का एक दुर्भावनापूर्ण प्रयास है।
IYC ने जोर देकर कहा है कि, "मालवीय और गोस्वामी की हरकतें भारत की लोकतांत्रिक नींव, सार्वजनिक सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा पर एक अभूतपूर्व हमला है। आपराधिक इरादे से झूठ फैलाने के लिए उनके द्वारा प्रभाव का जानबूझकर किया गया दुरुपयोग सबसे कठोर प्रतिक्रिया की मांग करता है।" उन्होंने अधिकारियों से "आरोपियों को गिरफ्तार करने, उनके गलत सूचना नेटवर्क को खत्म करने और कानून के शासन में जनता का विश्वास बहाल करने के लिए निर्णायक कार्रवाई" करने की अपील की है।
'हम चुप नहीं रहेंगे': IYC ने दी सख्त कानूनी कार्रवाई की चेतावनी
इस बीच, IYC के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदयभानु चिब ने इस घटना को "लोकतंत्र पर सीधा हमला" करार दिया। उन्होंने कहा, "कांग्रेस पार्टी को बदनाम करने, अशांति फैलाने और राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर करने का यह दुर्भावनापूर्ण प्रयास बेहद निंदनीय है।"
चिब ने कड़े शब्दों में चेतावनी दी, "हम चुप नहीं रहेंगे। इस एफआईआर के माध्यम से हम स्पष्ट संदेश देना चाहते हैं कि हमारी पार्टी या इसके नेतृत्व के खिलाफ फर्जी खबर फैलाने के किसी भी प्रयास का सख्त कानूनी और राजनीतिक जवाब दिया जाएगा।"
इस हाई-प्रोफाइल मामले ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। अब देखना यह है कि इस शिकायत के बाद आगे क्या कानूनी और राजनीतिक घटनाक्रम सामने आते हैं।
