Kapil Sibbal के आवास पर कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, सिब्बल ने सोनिया से पत्र में कहा था 'हम जी हुजूर 23 नहीं हैं'

वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल के बयान पर कांग्रेस कार्यकर्ता भड़क गए हैं। कपिल सिब्बल के घर के बार प्रदर्शन किया जा रहा है। इतना ही नहीं कई कांग्रेस नेताओं ने सिब्बल पर खुलकर वार करना शुरू कर दिया है।
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कांग्रेस पार्टी में इन दिनों अच्छा नहीं चल रहा है। पिछले तीन दिनों से पंजाब कांग्रेस में घमासान मचा है। शायद ही यह पहला मौका हो जब किसी राज्य का मुख्यमंत्री ही पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी को ज्वाइंन करने की फिराक में हैं। अब सुनने में आ रहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार में मुख्यमंत्री बदला जाना है। परंतु इसी बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल के बयान पर कांग्रेस कार्यकर्ता भड़क गए हैं। कपिल सिब्बल के घर के बार प्रदर्शन किया जा रहा है। पुलिस उन्हें संभालने में लगी है। एक प्रदर्शनकरी ने बताया," उन्हें अपने बयान पर ध्यान देना चाहिए कि वे क्या कह रहे हैं, जिस पार्टी ने उन्हें कपिल सिब्बल बनाया उसी पार्टी की आप जड़े खोदने में लगे हुए हैं।"

 

कांग्रेस के दिग्गत नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल के उस बयान से कांग्रेस पार्टी के कई नेता खफा हो गए हैं जिसमें उन्होंने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने वाले 23 नेताओं के ग्रुप के बारे में कहा था कि वह 'जी हुजूर 23' ग्रुप नहीं हैं। कांग्रेस में वरिष्ठ नेताओं की हाइकमान से नाराजगी के मुद्दे पर बयानों का सिलसिला लगातार जारी है। इस मुद्दे पर पार्टी के नेता आपस में उलझ पड़े हैं। वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल द्वारा आलाकमान पर सवाल उठाने के बाद अब उन पर भी पलटवार हुआ है।  

 

कांग्रेस नेता अजय माकन ने कपिल सिब्बल पर खुलकर हमला बोलते हुए याद दिलाया कि किस तरह उन्हें कांग्रेस ने पहचान दी। माकन ने कहा कि संगठनात्मक पृष्ठभूमि का नहीं होने के बावजूद कपिल सिब्बल केंद्र में मंत्री बने। माकन ने कहा कि 'सोनिया गांधी जी ने यह सुनिश्चित किया था कि संगठनात्मक पृष्ठभूमि ना होने के बावजूद कपिल सिब्बल केंद्रीय मंत्रिमंडल में मंत्री बनें। पार्टी में सभी की बात सुनी जा रही है। सिब्बल और अन्य लोगों को बताना चाहता हूं कि उन्हें उस संगठन को नीचा नहीं दिखाना चाहिए जिसने उन्हें एक पहचान दी है।' यह भी पढ़ें - भाजपा में शामिल होंगे पंजाब के पूर्व CM! अमित शाह से मिलने पहुंचे कैप्टन अमरिंदर सिंह, कृषि मंत्री बनाए जाने की चर्चा।

 

ये कहा था कपिल सिब्बल में 

 जानकारी हो कि वरिष्ठ कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने बुधवार को सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कहा था कि  'हम जी हुजूर 23 नहीं हैं, ये तो बात सपष्ट है, हम अपनी बात रखेंगे और रखते जाएंगे, अपनी मांगें दोहराएंगे', कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि जो कांग्रेस के लोग हमें छोड़कर चले गए हैं वो वापस आ जाए क्योंकि कांग्रेस ही ऐसी विचारधारा है जो इस देश की बुनियाद है जिसके आधार पर हमारी रिपब्लिक बनी थी उसको बरकरार कर सकती है। Read Also : रेस्टोरेंट से ठेले तक के लिए नए नियम: यूज हो रहे तेल से मसाले तक की देनी होगी जानकारी, FSSAI नंबर भी प्रदर्शित करना होगा

 

यह विडंबना है कि जो लोग इनके खासमखास थे वे लोग इनको छोड़कर चले गए

 कपिल सिब्बल ने बताया कि हमारे एक वरिष्ठ सहयोगी ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी (cwc) की मीटिंग के लिए कांग्रेस अध्यक्षा को लिखा था ताकि जो हम पब्लिक में नहीं कह सकते वो उनके सामने कह सकें। कम से कम cwc में इस बात पर चर्चा तो हो कि क्यों इस तरह की स्थिति बन चुकी है, हम ऐसे लोग नहीं है जो कांग्रेस पार्टी कि विचारधारा को छोड़कर दूसरी जगह चले जाएं। लेकिन यह विडंबना है कि जो लोग इनके खासमखास थे वे लोग इनको छोड़कर चले गए, लेकिन ये समझते हैं कि इनके खासमखास नहीं हैं वे आज भी इनके साथ खड़े हैं, यह कांग्रेस पार्टी की विडंबना है। इस स्थिति में मैं यही कहूंगा कि हिंदुंस्तान के हर कांग्रेस कार्यकर्ता को यही सोचना चाहिए कि पार्टी आगे कैसे बढ़े और कैसे इसको मजबूत किया जा सकता है। मैं तो यह भी कहूंगा कि जो कांग्रेस कार्यकर्ता हमें छोड़कर चले गए हैं वे वापस आएं। कांग्रेस ही एक ऐसी विचारधारा है जो इस देश की बुनियाद है उसको बरकरार रख सकती है। कांग्रेस पार्टी ही अकेले इस गणतंत्र को बचा सकती है। मौजूदा सरकार इसको बर्बाद करने में लगी हुई है। 

 

गोवा के पूर्व सीएम, सुष्मिता, जितिन प्रसाद चले गए : कपिल सिब्बल

उन्होंने कहा कि चीन ने हमारी सीमा में घुसपैठ की है, अफगानिस्तान में हुए बदलाव से जम्मू कश्मीर में सुरक्षा पर खतरा है, लाखों लोग गरीबी में जा चुके हैं, बेरोजगारी दर बढ़ रही है, सरकार बहूमूल्य संपत्ति को बेच रही है, ऐसी स्थिति में कांग्रेस पार्टी इस स्थिति में आ चुकी है जो निऱाशाजनक है, हमें मिलकर लड़ने की जरूरत थी ऐसी सरकार के खिलाफ जो दिल्ली में बैठी हुई है लेकिन उसके पास एक दिन भी सरकार चलाने का अधिकार नहीं है। इस स्थिति में क्या हो रहा है, हमारे लोग हमें छोड़कर जा रहे हैं, सुष्मिता जी चली गईं, गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री चले गए, उनके साथ कई और लोग चले गए, जितिन प्रसाद जी को मंत्रालय मिल गया, सिंधिया जी पहले ही चले गए थे, हमारे एक पूर्व अध्यक्ष के बेटे ने कांग्रेस छोड़ दी, ललितेश त्रिपाठी उत्तर प्रदेश से चले गए, हरियाणा में कुछ लोग चले गए, केरल में पूर्व पीसीसी प्रेसिडेंट सुधीरन चले गए, तो सवाल उठता है कि क्यों जा रहे हैं। हमारी पार्टी में फिलहाल कोई अध्यक्ष नहीं है, हमें अभी तक नहीं पता कि कौन इस तरह के निर्णय ले रहा है। 

 

कपिल सिब्बल ने कहा कि मैं पंजाब के बारे में बात नहीं करना चाहता, लेकिन एक सीमावर्ती राज्य में इस तरह कांग्रेस पार्टी के लिए यह सब हो रहा है और इसका मतलब है कि इससे पाकिस्तान और आईएसआई को फायदा होगा। हमें पंजाब का इतिहास पता है और जानते हैं कि कैसे वहां कट्टरपंथ बढ़ता है। हमें पता है कि सीमा पार की ताकतें किस तरह से पंजाब में परिस्थितियों का फायदा उठाती हैं। यही ताकतें इस समय हमारी देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती हैं। कांग्रेस पार्टी को यह सुनिश्चित करना चाहिए था कि वे एकजुट रहें और अगर किसी को कोई परेशानी हो तो उसे पार्टी के वरिष्ठतम नेता के साथ डिस्कस किया जाए। संगठनात्मक ढांचे को बनाने की जरूरत है और अगर कोई अध्यक्ष होता और चुनी हुई cwc होती तो ही यह संभव होता। 

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