मदुरै में ट्रेन के प्राइवेट कोच में आग लगने से 10 की मौत, उत्तरप्रदेश के 63 लोगों ने तीर्थयात्रा के लिए कराया था बुक,

बताया गया कि यह एक प्राइवेट पार्टी कोच था. इसे 25 अगस्त को नागरकोइल जंक्शन पर ट्रेन संख्या 16730 (पुनालुर-मदुरै एक्सप्रेस) से जोड़ा गया था। इस डिब्बे में यात्री अवैध रूप से गैस सिलेंडर भी लेकर आये थे। तभी कॉफी बनाने के दौरान सिलेंडर फटने से आग लग गयी। 
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TRAIN FIRE
तमिलनाडु के मदुरै रेलवे स्टेशन के पास एक ट्रेन के प्राइवेट कोच में आग लग गई। शनिवार तड़के हुए हादसे में उत्तर प्रदेश के 10 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई, जबकि 50 लोग घायल हो गए।  प्रदेश के 63 तीर्थयात्री निजी कोच में यात्रा कर रहे थे। हादसे के वक्त कोच यार्ड में खड़ा था। यह कोच 17 अगस्त को लखनऊ जंक्शन से रवाना हुआ था। कोच को रविवार को चेन्नई से लखनऊ लौटना था।READ ALSO:-Electric Cars: अब मोबाइल फ़ोन बनाने वाली दिग्गज कंपनी बनाएगी सस्ती इलेक्ट्रिक कार! जल्द आ सकती है बड़ी खबर

 

मदुरै कलेक्टर एमएस संगीता ने बताया कि कोच में सवार सभी तीर्थयात्री  प्रदेश के थे। इस कोच को दो दिन तक मदुरै में रुकना था। आज सुबह जब यात्रियों ने कॉफी बनाने के लिए स्टोव जलाया तो सिलेंडर में ब्लास्ट हो गया। 

 

मृतकों में छह लोगों के नाम पता चल गये हैं। इनमें शत्रुदमन सिंह निवासी सीतापुर, मिथिलेश कुमारी निवासी सीतापुर, शांति देवी निवासी लखीमपुर, मनोरमा अग्रवाल निवासी लखनऊ, हिमानी बंसल निवासी लखनऊ और परमेश्वर दयाल शामिल हैं। 

 


रेलवे के मुताबिक, हादसा सुबह 5.15 बजे मदुरै यार्ड में खड़े कोच में हुआ। सुबह 5.45 बजे दमकल की टीम पहुंची और 7.15 बजे आग पर काबू पा लिया गया। यह निजी कोच शुक्रवार को नागरकोले जंक्शन पर पुनालुर-मदुरै एक्सप्रेस (16730) में जोड़ा गया था। ट्रेन सुबह 3.47 बजे मदुरै रेलवे स्टेशन पहुंची। वहां इस कोच को ट्रेन से अलग कर दिया गया। 

 सीतापुर की एक ट्रैवल एजेंसी ने इस कोच की थर्ड पार्टी बुकिंग कराई थी।

कोच में आग लगने का मुख्य कारण सिलेंडर था, जो अवैध रूप से ले जाया जा रहा था। रेलवे के मुताबिक IRCTC के जरिए कोई भी कोच बुक कर सकता है, लेकिन सिलेंडर ले जाने पर रोक है। इसके बावजूद एक यात्री सिलेंडर लेकर चढ़ गया। घटना स्थल पर डीआरएम समेत रेलवे के अधिकारी मौके पर हैं। घायल लोगों को मदुरै के सरकारी राजाजी कॉलेज में भर्ती कराया गया है। 

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हादसे से जुड़े दो वीडियो सामने आए हैं, जिसमें एक महिला और कई यात्री बचाओ-बचाओ चिल्ला रहे हैं। कुछ देर बाद ये आवाज शांत हो जाती है। रेलवे कर्मी आग बुझाने वाले यंत्रों और पानी की बौछारों का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन उनका आग पर कोई असर नहीं हो रहा है। 
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रेल मंत्री से ली जानकारी
हादसे पर उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है। मृतकों के परिवार को 2 लाख रुपये मुआवजा देने की बात कही। उन्होंने कहा कि वह खुद घटना पर नजर रखे हुए हैं। पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। रेल मंत्री अश्विनी वार्ष्णेय से बात हुई। हादसे में घायलों का समुचित इलाज हो, इस पर हमारी पूरी नजर है। 

 

प्रमुख सचिव गृह ने कमान संभाल ली है. स्थानीय अधिकारियों और रेलवे अधिकारियों से बात कर उत्तर प्रदेश के लोगों के समुचित इलाज की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है।  उत्तर प्रदेश सरकार ने टोल फ्री नंबर 1070, 94544410813, 9454441075 जारी किए हैं। 

 

मदुरै DRM द्वारा जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर हैं: -
  • 9360552608
  • 8015681915

 

मृतक के परिवार को 10 लाख रुपये मुआवजा
आग की लपटें उठती देख रेलवे ने तुरंत अगल-बगल की बोगियों को अलग कर दिया, ताकि आग दूसरी बोगियों तक न फैल सके। आग से एक बोगी पूरी तरह जलकर खाक हो गई है। 
 रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। 

 

जिस ट्रैवल एजेंसी से टिकट बुक किए गए थे, उसके कर्मचारी अंकुर ने कहा, "17 अगस्त को टूर सीतापुर से रामेश्वरम गया था। कुल 63 यात्री थे। वापसी 30 अगस्त को थी। एक महिला, मिथलेश चौहान हादसे में आदर्श नगर, सीतापुर निवासी शत्रुदमन सिंह तोमर नामक व्यक्ति की भी मौत हो गई।

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