किडनी ही नहीं, लिवर में भी हो सकती है पथरी! डॉक्टर ने खोले राज, जानें लक्षण और इलाज
सीनियर यूरोलॉजिस्ट ने बताया दुर्लभ बीमारी का सच, जानें लक्षण और कैसे बचें सर्जरी से; पेट दर्द हो तो तुरंत हो जाएं अलर्ट!
May 28, 2025, 09:05 IST
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आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और अनियंत्रित खानपान ने 'पथरी' (स्टोन) की समस्या को बेहद आम बना दिया है। आमतौर पर लोग किडनी या गॉल ब्लैडर में स्टोन के बारे में जानते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि यह समस्या आपके लिवर को भी अपना शिकार बना सकती है? जी हां, यह एक दुर्लभ लेकिन बेहद गंभीर स्थिति है। सीनियर यूरोलॉजिस्ट डॉ. वैभव सक्सेना ने इस चौंकाने वाले सच और उससे जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं पर विस्तार से रोशनी डाली है।READ ALSO:-देश में फिर बढ़ी कोरोना की चिंता: नए वेरिएंट्स की दस्तक से अलर्ट जारी!
लिवर में पथरी: एक दुर्लभ पर गंभीर खतरा
डॉ. वैभव सक्सेना बताते हैं कि सामान्य तौर पर पथरी किडनी, गॉल ब्लैडर (पित्ताशय) और किडनी से जुड़ी नलिकाओं में ही होती है। लेकिन, यह एक सच्चाई है कि लिवर में भी स्टोन हो सकते हैं, हालांकि ऐसे मामले काफी कम देखने को मिलते हैं। अक्सर गॉल ब्लैडर में बनी पथरी का ही लिवर पर बुरा प्रभाव पड़ता है, जिससे कई बार लिवर में गंभीर समस्या होने का भ्रम होता है। लेकिन लिवर में सीधे पथरी का निर्माण होना एक अलग और गंभीर स्थिति है।
किन कारणों से बनती है लिवर में पथरी?
डॉ. सक्सेना के अनुसार, लिवर में पथरी होने के मुख्य कारण हमारी खराब जीवनशैली और असंतुलित खानपान ही हैं। जब हमारे लिवर में फैट, कैल्शियम और कोलेस्ट्रॉल जैसे तत्व अधिक मात्रा में जमा होने लगते हैं, तब ये धीरे-धीरे क्रिस्टल के रूप में कठोर होकर पथरी का रूप ले लेते हैं। लिवर में स्टोन होने का सीधा और नकारात्मक असर लिवर की कार्यक्षमता पर पड़ता है, जिससे कई शारीरिक दिक्कतें शुरू हो जाती हैं।
लिवर में पथरी होने के मुख्य लक्षण:
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भूख कम लगना
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खाना ठीक से न पचना
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पीलिया (Jaundice) होने का खतरा बढ़ना
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पेट में लगातार दर्द
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बार-बार बुखार आना
इलाज और समाधान: सर्जरी से बचाव संभव?
खुशखबरी यह है कि लिवर स्टोन के हर मामले में तुरंत सर्जरी की आवश्यकता नहीं होती है। डॉ. सक्सेना बताते हैं कि लिवर स्टोन को अक्सर दवाओं और जीवनशैली में जरूरी बदलाव करके ठीक किया जा सकता है। इसके लिए सही दवाएं लेने के साथ-साथ आपको अपनी दिनचर्या और खानपान की आदतों में सुधार लाना होगा। इन उपायों से स्टोन धीरे-धीरे घुल कर खत्म हो सकता है।
हालांकि, अगर लिवर स्टोन ऐसी जगह पर बन गया है जहाँ वह लिवर को गंभीर नुकसान पहुंचा रहा है या लिवर डैमेज का खतरा पैदा कर रहा है, तो ऐसी स्थिति में सर्जरी ही एकमात्र प्रभावी विकल्प बचता है। डॉ. सक्सेना सख्त चेतावनी देते हैं कि लिवर स्टोन को लेकर बिल्कुल भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। जैसे ही पेट दर्द जैसे शुरुआती लक्षण महसूस हों, तुरंत डॉक्टर से सलाह लेकर इसकी जांच करवानी चाहिए। समय पर निदान और उपचार ही गंभीर जटिलताओं से बचा सकता है।
यह जानकारी हमें यह सिखाती है कि हमारे शरीर के हर अंग का ध्यान रखना कितना ज़रूरी है और शुरुआती संकेतकों को नजरअंदाज करना कितना भारी पड़ सकता है। क्या आप जानना चाहेंगे कि स्वस्थ लिवर के लिए कौन से आहार और जीवनशैली के बदलाव सबसे प्रभावी होते हैं?
