भारत में फिर बढ़ रहे कोरोना के मामले: JN.1 वेरिएंट को लेकर चिंता? जानिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ!
क्या COVID का नया 'खतरा' है JN.1? या ओमिक्रॉन का पुराना साथी? दिल्ली AIIMS के एक्सपर्ट ने बताई पूरी सच्चाई!
May 24, 2025, 14:57 IST
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दुनियाभर में लगभग पांच साल पहले जिसने हाहाकार मचाया था, वह कोरोना वायरस एक बार फिर कुछ देशों में अपनी वापसी का संकेत दे रहा है. हफ्तेभर पहले कुछ देशों में मामले बढ़ने के बाद, अब भारत में भी इस वायरस के मामलों में इजाफा दर्ज किया जा रहा है. महाराष्ट्र से लेकर दिल्ली तक, कोविड के केस फिर से सिर उठा रहे हैं, और इसके पीछे मुख्य वजह JN.1 वेरिएंट को बताया जा रहा है. लेकिन, क्या यह वाकई कोविड का कोई नया और खतरनाक वेरिएंट है, या सिर्फ एक मौसमी उतार-चढ़ाव? इस सवाल का जवाब जानने के लिए हमने विशेषज्ञों से बात की है.Read also:-UP में शिक्षा क्रांति: अब बच्चे देखेंगे सौरमंडल का नज़ारा, हर मंडल में बनेंगे 'साइंस पार्क'!
क्या JN.1 वाकई नया वेरिएंट है? एक्सपर्ट की राय
दिल्ली एम्स में कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. संजय राय के अनुसार, "JN.1 वेरिएंट के मामले सामने आ रहे हैं और इसे लेकर काफी चर्चा भी है, लेकिन यह कोविड का कोई नया वेरिएंट नहीं है." डॉ. राय ने स्पष्ट किया कि, "यह करीब डेढ़ साल पुराना वेरिएंट है और ओमिक्रॉन का ही एक सब-वेरिएंट है." उन्होंने आगे कहा, "इससे घबराने की कोई जरूरत नहीं है, हां, यह जरूरी है कि लोग सावधानी बरतें, खासकर वे लोग जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है." डॉ. राय ने बताया कि कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को वायरस से थोड़ा अधिक खतरा हो सकता है, इसलिए उन्हें विशेष सावधानी बरतनी चाहिए.
JN.1 के लक्षण: क्या कुछ बदला है?
डॉ. संजय राय ने JN.1 वेरिएंट के लक्षणों पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि JN.1 वेरिएंट के सभी लक्षण पुराने ही हैं - जैसे कि खांसी, जुकाम, सिरदर्द और हल्का बुखार. मरीजों में सांस संबंधी गंभीर परेशानी नहीं देखी जा रही है, जो एक राहत की बात है.
डॉ. राय ने इस बात पर जोर दिया कि "कोरोना एक वायरस है और वायरस कभी पूरी तरह खत्म नहीं होते हैं. वे हमारे आसपास ही रहते हैं." उन्होंने समझाया कि वायरस खुद को जिंदा रखने के लिए लगातार म्यूटेट (परिवर्तित) होते रहते हैं, और इसी क्रम में नए-नए वेरिएंट भी आते रहते हैं. हालांकि, उन्होंने दोहराया कि JN.1 कोई नया स्ट्रेन नहीं है, बल्कि एक पुराना और हल्के लक्षणों वाला वेरिएंट है. भले ही कोविड के केस बढ़ रहे हों, लेकिन लक्षणों में कोई खास फर्क नहीं दिख रहा है, जो बताता है कि इसकी गंभीरता में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है.
क्या हमें नई लहर की आशंका करनी चाहिए?
जब नई लहर की आशंका के बारे में पूछा गया, तो डॉ. राय ने आश्वस्त किया कि "कोविड से अब पहले की तरह कोई गंभीर खतरा नहीं है." उन्होंने कहा कि "कुछ केस तो आते ही रहेंगे, लेकिन वायरस से कोई बड़ा खतरा नहीं होगा." हालांकि, उन्होंने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी, विशेषकर भीड़ वाले इलाकों में. मास्क पहनना और स्वच्छता बनाए रखना अभी भी महत्वपूर्ण है, खासकर संवेदनशील आबादी के लिए.
संक्षेप में, JN.1 वेरिएंट चिंता का विषय ज़रूर है, लेकिन घबराहट का नहीं. यह ओमिक्रॉन का ही एक पुराना सब-वेरिएंट है जिसके लक्षण हल्के हैं. सावधानी और सतर्कता ही इस स्थिति से निपटने का सबसे प्रभावी तरीका है.
