कोरोना के मरीज ठीक होने के 6 महीने में हो सकते हैं गंजे

 | 

कोरोना को आए एक साल हो चुका है, लेकिन हालात अभी तक नहीं सुधरे। उधर इस वायरस से शरीर पर होने वाले प्रभावों को लेकर चिंता अभी भी बरकरार है। दरअसल कोरोना के प्रभाव लंबे समय तक रहते हैं और तो और इससे ठीक होने के बाद भी गंभीर बीमारियां होने की संभावना बररकरार रहती है। एक हालिया अध्ययन के मुताबिक, कोरोना वायरस से ठीक हुए कई लोगों ने कोरोना के लंबे अरसे तक रहने वाले प्रभाव में बालों के झड़ने की समस्या भी बताई है।

EXCLUSIVE : मेरठ की 1.5 साल की इशानी इस गंभीर बीमारी की चपेट में, लगना है 16 करोड़ का इंजेक्शन, आपकी मदद की दरकार

कितने वक्त तक रहता है कोरोना का प्रभाव

नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ एंड केयर एक्सीलेंस के मुताबिक, कोरोना का लंबे अरसे तक प्रभाव 12 सप्ताह से अधिक तक रहता है। हालांकि कुछ अध्ययनों में ये दावा किया गया है कि अगर आपको ये लक्षण 8 सप्ताह से ज्यादा तक रहते हैं तो लॉन्ग कोविड हो सकता है।

ऑफिस फॉर नेशनल स्टेटिक्स के मुताबिक, पांच में से एक कोरोना रोगी में पांच सप्ताह से ज्यादा वक्त तक लक्षण दिखाई देते हैं। हाल ही में लांसेट में प्रकाशित एक अन्य अध्ययन में ये दावा किया गया है कि कोरोना रोगी ठीक होने के 6 महीने बाद भी लक्षणों का अनुभव करते हैं, जिसमें से बालों का झड़ना एक सबसे बड़ी समस्या है।

मेरठ में SMA का दूसरा मामला : 9 माह के रेयांश की जिंदगी के लिए भी 16 करोड़ का इंजेक्शन जरूरी, कीजिए मदद

नए अध्ययन के मुताबिक, बालों का झड़ना लंबे अरसे तक रहने वाले प्रभाव में सबसे ज्यादा है। भले ही दुनिया भर में बालों के झड़ने की समस्या प्रचलन में हो लेकिन इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं और हाल के निष्कर्षों से ये पता चला है कि यह एक संभावित कोरोनावायरस लक्षण हो सकता है।

द लांसेट में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, कोरोना से ठीक हुए एक चौथाई रोगियों ने बालों के झड़ने की शिकायत की है। अध्ययन करने वाले शोधकर्ताओं ने चीन के वुहान स्थित अस्पताल में भर्ती 1,655 रोगियों से प्राप्त डेटा का विश्लेषण किया, जिनमें से 359 व्यक्तियों (22%) ने छुट्टी मिलने के छह महीने बाद बालों के झड़ने की समस्या का अनुभव किया। अध्ययन में यह बताया गया है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में बालों का झड़ना अधिक पाया गया।

अध्ययन में अन्य लक्षणों को भी सूचिबद्ध किया गया
बालों के झड़ने की समस्या के अलावा रोगियों में थकान और मांसपेशियों की कमजोरी, नींद न आने की समस्या के साथ-साथ चिंता और अवसाद जैसे लक्षणों को देखा गया। रिपोर्टों के अनुसार, “जो मरीज अस्पताल में रहने के दौरान ज्यादा बीमार थे, उनमें अधिक सांस संबंधी समस्या, सीने में अजीब सी हलचल पाई गई।”

अध्ययन के मुताबिक, 22% रोगियों में बालों के झड़ने की समस्या, 26% को नींद न आने और चिंता की परेशानी और 23% रोगियों में अवसाद की शिकायत थी।

Khabreelal News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… हमारी कम्युनिटी ज्वाइन करे, पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें

Whatapp ग्रुप ज्वाइन करे Join
Youtube चैनल सब्सक्राइब करे Subscribe
Instagram पर फॉलो करे Follow
Faceboook Page फॉलो करे Follow
Tweeter पर फॉलो करे Follow
Telegram ग्रुप ज्वाइन करे Join

देश दुनिया के साथ ही अपने शहर की ताजा खबरें अब पाएं अपने WHATSAPP पर, क्लिक करें। Khabreelal के Facebookपेज से जुड़ें, Twitter पर फॉलो करें। इसके साथ ही आप खबरीलाल को Google News पर भी फॉलो कर अपडेट प्राप्त कर सकते है। हमारे Telegram चैनल को ज्वाइन कर भी आप खबरें अपने मोबाइल में प्राप्त कर सकते है।