⚠️लिवर और किडनी फेलियर: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में ख़तरा, जानिए कारण और लक्षण!
🧬एक्सपर्ट्स की राय: शरीर के इन महत्वपूर्ण अंगों को कैसे रखें सुरक्षित, समय पर पहचानें खतरे के संकेत
Jun 9, 2025, 07:05 IST
|

मेरठ, 8 जून 2025 – आज की भागदौड़ भरी जीवनशैली और गलत खानपान के कारण लिवर (यकृत) और किडनी (गुर्दा) से जुड़ी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। पिछले कुछ सालों में लिवर और किडनी फेलियर के मामलों में चिंताजनक वृद्धि हुई है। ये दोनों अंग हमारे शरीर के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं, जो शरीर को अंदर से साफ रखने में मदद करते हैं। इसलिए, इनके स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना बेहद जरूरी है। अगर समय रहते इनके लक्षणों को पहचाना न जाए, तो जानलेवा स्थिति भी बन सकती है। आइए एक्सपर्ट्स से जानते हैं लिवर और किडनी फेल होने के प्रमुख कारण और शुरुआती लक्षण:READ ALSO:-🤰गर्भावस्था में शिशु के लिए 'डेंजर जोन': 5 आदतें जो माँ और बच्चे पर पड़ सकती हैं भारी!
लिवर फेल क्यों होता है? प्रमुख कारण
लिवर हमारे शरीर का सबसे बड़ा अंग है, जो भोजन को पचाने, विषैले तत्वों को बाहर निकालने और खून को साफ करने का काम करता है। जब यह अंग सही से काम नहीं करता है, तो इसे लिवर फेलियर कहा जाता है।
नोएडा स्थित कैलाश हॉस्पिटल में वरिष्ठ परामर्शदाता, फिजिशियन डॉक्टर मानस चटर्जी के अनुसार, लिवर फेल होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
-
वायरल संक्रमण: हेपेटाइटिस ए, बी और सी जैसे वायरल संक्रमण लिवर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
-
शराब का अधिक सेवन: लंबे समय तक शराब का अत्यधिक सेवन लिवर को गंभीर रूप से क्षति पहुंचा सकता है।
-
दवाइयों का अधिक सेवन: कुछ दवाइयों का अधिक या गलत तरीके से सेवन लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है।
-
फैटी लिवर: लिवर में वसा का जमा होना (फैटी लिवर) लिवर फेलियर का कारण बन सकता है।
-
ऑटोइम्यून रोग: कुछ ऑटोइम्यून रोग लिवर पर हमला कर सकते हैं।
-
हेमोक्रोमैटोसिस: शरीर में कॉपर का अधिक जमा होना भी लिवर फेलियर का कारण बन सकता है।
-
हृदय संबंधी रोग, पित्त नली का रुकावट, मेटाबोलिज्म संबंधी समस्याएं भी लिवर फेलियर का कारण बन सकती हैं।
-
आयुर्वेदिक या देसी इलाज: कुछ आयुर्वेदिक या देसी इलाज में इस्तेमाल होने वाली चीजें लिवर को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
लिवर फेल होने के लक्षण
डॉ. मानस चटर्जी बताते हैं कि लिवर फेलियर के लक्षण शुरुआत में सामने नहीं आते हैं, लेकिन समय के साथ ये धीरे-धीरे बढ़ने लगते हैं। इसके मुख्य लक्षण हैं:
-
लगातार थकान महसूस होना
-
त्वचा और आंखों का पीला पड़ना (पीलिया)
-
पेट में सूजन या दर्द
-
भूख न लगना
-
अचानक से वजन कम होना
-
बार-बार उल्टी या जी मिचलाना
-
पेशाब का रंग गहरा होना
-
भ्रम, चक्कर आना या नींद अधिक आना (एन्सेफैलोपैथी)
यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
किडनी फेल क्यों होती है? प्रमुख कारण
किडनी का मुख्य काम खून को साफ करना और शरीर से अपशिष्ट पदार्थों को पेशाब के जरिए बाहर निकालना होता है। जब किडनी अपना काम करना बंद कर देती है, तो उसे किडनी फेलियर कहा जाता है।
सफदरजंग अस्पताल में नेफ्रोलॉजी विभाग के एचओडी प्रोफेसर डॉ. हिमांशु वर्मा के अनुसार, किडनी फेल होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
-
हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप): लगातार हाई बीपी किडनी की कार्यक्षमता को कम करता है।
-
डायबिटीज (मधुमेह): लंबे समय तक अनियंत्रित शुगर लेवल किडनी की नसों को नुकसान पहुंचाता है।
-
कुछ दवाइयों का असर: पेनकिलर या एंटीबायोटिक दवाओं का बार-बार सेवन किडनी पर असर डाल सकता है।
-
यूरिन रुकावट: पेशाब की नली में रुकावट या बार-बार संक्रमण होने से किडनी प्रभावित होती है।
-
आनुवंशिक कारण: कुछ लोगों में जन्म से ही किडनी की बनावट में खराबी होती है।
किडनी फेल होने के लक्षण
डॉ. हिमांशु वर्मा बताते हैं कि किडनी फेलियर के मुख्य लक्षण हैं:
-
पैरों, टखनों और चेहरे पर सूजन
-
पेशाब कम आना या बिल्कुल बंद हो जाना
-
मांसपेशियों में ऐंठन या कमजोरी
-
सांस फूलना और चक्कर आना
-
लगातार थकावट और नींद न आना
-
उल्टी या मतली
-
भूख कम लगना
-
शरीर में जलन होना
यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो, तो बिना देर किए तुरंत डॉक्टर से मिलें।
🔴 याद रखें:
"लिवर और किडनी न हों तो जीवन की मशीन रुक जाती है। इन्हें स्वस्थ रखना आपके पूरे शरीर को स्वस्थ रखने की कुंजी है।"
"लिवर और किडनी न हों तो जीवन की मशीन रुक जाती है। इन्हें स्वस्थ रखना आपके पूरे शरीर को स्वस्थ रखने की कुंजी है।"
