Education News : उत्तर प्रदेश में ग्रेजुएशन के लिए ग्रेडिंग सिस्टम लागू, मार्कशीट में अंकों की जगह दिखेंगे ग्रेड प्वाइंट, देखें क्या रहेगा पूरा सिस्टम
Grading System in UP : नई शिक्षा नीति (New Education Policy 2022) के तहत बदलने जा रही इस व्यवस्था का शासनादेश अपर मुख्य सचिव मोनिका एस. गर्ग (Additional Chief Secretary Monika S. Garg) ने जारी कर दिया है।
Thu, 21 Apr 2022
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Grading System in UP : उत्तर प्रदेश में अब स्नातक में ग्रेडिंग सिस्टम (Grading System in Graduation) लागू होगा। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश जारी कर दिए हैं। यह प्रदेश की सभी विश्वविद्यालयों में लागू होगा। इस पूरी व्यवस्था में 10 ग्रेड प्वाइंट में पूरे नंबरों को प्रदर्शित किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार नई शिक्षा नीति के तहत प्रदेश के विश्वविद्यालयों में संचालित बीए, बीएससी, बीकॉम के प्रथम तीन वर्ष में यह व्यव्था रहेगी। छात्रों को मार्कशीट में नंबरों की जगह अब ग्रेड प्वाइंट (grade point ) नजर आएंगे। READ ALSO : विमल इलायची का विज्ञापन कर ट्रोल हुए अभिनेता अक्षय कुमार ने मांगी माफी, सोशल मीडिया पर अपने प्रसंशकों के लिए लिखी ये बात, पढ़ें
मुख्य सचिव ने शासनादेश जारी किया
नई शिक्षा नीति (New Education Policy 2022) के तहत बदलने जा रही इस व्यवस्था का शासनादेश अपर मुख्य सचिव मोनिका एस. गर्ग (Additional Chief Secretary Monika S. Garg) ने जारी कर दिया है। इस आदेश के बाद यूनिवर्सिटी ग्राट कमीशन यानी यूजीसी के दिशा-निर्देश के आधार पर बदलाव किए जाएंगे।

ये रहेगा ग्रेड प्वाइंट सिस्टम (grade point system)
लेटर ग्रेड | विवरण | अंक की सीमा | ग्रेड प्वाइंट |
ओ | सर्वश्रेष्ठ | 91-100 | 10 |
ए प्लस | शानदार | 81-90 | 9 |
ए | बहुत अच्छा | 71-80 | 8 |
बी प्लस | अच्छा | 61-70 | 7 |
बी | औसत से उपर | 51-60 | 6 |
सी | औसत | 41-50 | 5 |
पी | पास | 33- 40 | 4 |
एफ | फेल | 0-32 | 0 |
एबी | अनुपस्थित | अनुपस्थित | 0 |
ये भी रहेगी व्यवस्था
मुख्य और माइनर विषयों का हर कोर्स और पेपर में 33 प्रतिशत अंक पाने पर अभ्यर्थी उत्तीर्ण माने जाएंगे। को करीकुलर कोर्स और तीसरे वर्ष के माइनर प्रोजेक्ट में 40 प्रतिशत अंक पाने पर उत्तीर्ण होंगे। चार कौशल विकास कोर्स में भी 40 प्रतिशत अंक पाने पर उत्तीर्ण माने जाएंगे।
आतरिक परीक्षा के अंक सुधार नहीं
आतरिक परीक्षा में बैक पेपर और सुधार के लिए परीक्षा नहीं होगी। केवल सेमेस्टर को बैक पेपर परीक्षा के रूप में देने की सुविधा दी जाएगी। कोई भी छात्र एक साथ दो पूरे सेमेस्टर की परीक्षा नहीं दे सकेगा।