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बॉलीवुड और भारतीय टेलीविजन जगत के महान और बहुमुखी कलाकार सतीश शाह (Satish Shah) का आज (शनिवार, 25 अक्टूबर 2025) दुखद निधन हो गया है। अपनी लाजवाब कॉमिक टाइमिंग से दर्शकों को हंसाने वाले सतीश शाह ने 74 वर्ष की उम्र में मुंबई में अपनी आखिरी सांस ली। वह लंबे समय से किडनी से जुड़ी गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे, और किडनी फेलियर को उनकी मौत का कारण बताया जा रहा है। उनके निधन की पुष्टि प्रोड्यूसर और IFTDA के अध्यक्ष अशोक पंडित ने की है। चरित्र अभिनेता और कॉमेडियन का सफर सतीश शाह का अभिनय करियर पाँच दशकों से अधिक लंबा रहा, जिसमें उन्होंने 400 से ज्यादा फिल्मों और कई सफल टीवी सीरियल्स में काम किया। उनका जन्म 1951 में हुआ था और उन्होंने पुणे के FTII (Film and Television Institute of India) से प्रशिक्षण लिया था। टीवी जगत का आइकॉन: उन्हें सबसे ज्यादा पहचान हिट कॉमेडी सीरियल 'साराभाई वर्सेज साराभाई' में इंद्रावदन साराभाई (Indravadan Sarabhai) के किरदार से मिली। इस शो में उनके डायलॉग और एक्सप्रेशन आज भी कल्ट क्लासिक माने जाते हैं। 'ये जो है जिंदगी' (1984) में 55 अलग-अलग किरदार निभाकर उन्होंने घर-घर में अपनी पहचान बनाई थी। फिल्मी करियर की शुरुआत: उन्होंने 1983 की डार्क कॉमेडी फिल्म 'जाने भी दो यारों' में एक 'लाश' (Dead Body) का आइकॉनिक किरदार निभाया था, जिसने उन्हें रातोंरात पहचान दिलाई थी। प्रमुख फिल्में: उनकी कुछ यादगार बॉलीवुड फिल्मों में 'हम आपके हैं कौन', 'मुझसे शादी करोगी', 'कल हो ना हो' और शाहरुख खान अभिनीत 'मैं हूँ ना' शामिल हैं, जहाँ उन्होंने अपनी कॉमिक टाइमिंग से जान डाल दी। Read Also : थामा, और 'स्त्री 2' के म्यूजिक कंपोजर सचिन सांघवी गिरफ्तार, शादी और गाना देने का झांसा देकर 20 साल की युवती से यौन उत्पीड़न का आरोप किडनी फेलियर और निधन की पुष्टि मिली जानकारी के मुताबिक, अभिनेता सतीश शाह पिछले कुछ समय से किडनी संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। उन्होंने आज दोपहर करीब 2:30 बजे अंतिम सांस ली। आधिकारिक रूप से किडनी फेलियर को उनकी मृत्यु का कारण बताया गया है। शाह के निधन की खबर सामने आने के बाद बॉलीवुड इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। इंडस्ट्री में शोक की लहर मशहूर निर्माता अशोक पंडित ने सतीश शाह के निधन की पुष्टि करते हुए कहा, "जी हाँ, सतीश शाह नहीं रहे। वो मेरे अच्छे मित्र थे। किडनी फेलियर के चलते उनका निधन हो गया है। इंडस्ट्री के लिए यह एक बड़ी क्षति है।" Public Reaction or Social Media: श्रद्धांजलि सतीश शाह के निधन की खबर से उनके फैंस स्तब्ध हैं। सोशल मीडिया पर उनके फैंस और फिल्मी सितारों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है और उनके सबसे यादगार किरदारों को याद कर रहे हैं। 'साराभाई वर्सेज साराभाई' की कास्ट और क्रू ने भी उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी है। सिनेमा में हास्य की क्षति सतीश शाह का निधन हिंदी सिनेमा में चरित्र अभिनय और हास्य की एक पीढ़ी का अंत है। उनकी अभिनय शैली और हास्य टाइमिंग हमेशा दर्शकों के दिलों में ज़िंदा रहेगी।
उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहर मेरठ के लिए परिवहन के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत होने जा रही है। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस (रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम) कॉरिडोर के साथ ही मेरठ को अपनी पहली 'मेरठ मेट्रो' मिलने जा रही है। यह न केवल शहर के अंदर कनेक्टिविटी को सुधारेगी, बल्कि दिल्ली और गाजियाबाद जैसे शहरों से भी मेरठ के सफर को आसान और तेज बना देगी। आइए, मेरठ मेट्रो से जुड़ी हर महत्वपूर्ण जानकारी पर एक विस्तृत नजर डालते हैं: Meerut Metro की कब होगी शुरुआत? (Kab Shuru Hogi) मेरठ मेट्रो का संचालन, दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस (जिसे 'नमो भारत' ट्रेन के नाम से भी जाना जाता है) के साथ ही शुरू होना प्रस्तावित है। हालिया अपडेट: खबरों के अनुसार, 30 सितंबर 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नमो भारत ट्रेन के आखिरी चरण (मेरठ साउथ से मोदीपुरम) और मेरठ मेट्रो का उद्घाटन किया जा सकता है। लक्ष्य: पूरी परियोजना (RRTS के साथ) को जून 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। प्राथमिकता खंड (साहिबाबाद से दुहाई) का परिचालन अक्टूबर 2023 में पहले ही शुरू हो चुका है। खासियत: यह देश का पहला ऐसा ट्रैक होगा जिस पर एक ही ट्रैक पर हाई-स्पीड नमो भारत ट्रेन और तीन कोच वाली मेरठ मेट्रो ट्रेन, दोनों एक साथ चलेंगी। रूट मैप (Route Map) और स्टेशन मेरठ मेट्रो कॉरिडोर दिल्ली-मेरठ RRTS कॉरिडोर का ही हिस्सा है। यह मुख्यतः मेरठ के शहरी क्षेत्र में सेवा प्रदान करेगी। कॉरिडोर का नाम: मेरठ दक्षिण से मोदीपुरम (Meerut South to Modipuram) कुल लंबाई: लगभग 23 किमी स्टेशनों की संख्या: इस कॉरिडोर में कुल 13 स्टेशन हैं। केवल मेट्रो स्टेशन: इनमें से 10 स्टेशन केवल मेरठ मेट्रो के लिए होंगे। RRTS और मेट्रो दोनों के लिए स्टेशन (Integrated Stations): मेरठ साउथ, बेगमपुल, और मोदीपुरम स्टेशन RRTS और मेरठ मेट्रो, दोनों की सेवाओं के लिए इंटीग्रेटेड (एकीकृत) होंगे। प्रमुख स्टेशन (संभावित): मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, ब्रह्मपुरी, मेरठ सेंट्रल, भैसाली, बेगमपुल, एमईएस कॉलोनी, दौर्ली, मेरठ नॉर्थ, और मोदीपुरम। किराया (Kiraya) मेरठ मेट्रो का किराया दूरी के आधार पर तय किया जाएगा। यह किराया नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (NCRTC) द्वारा जारी किया जाएगा। नमो भारत (RRTS) का किराया (दिल्ली-मेरठ कॉरिडोर के लिए): मानक (Standard) कोच: ₹20 से शुरू होकर अधिकतम ₹150 तक हो सकता है (पूरे कॉरिडोर के लिए)। प्रीमियम (Premium) कोच: ₹30 से शुरू होकर अधिकतम ₹225 तक हो सकता है (पूरे कॉरिडोर के लिए)। मेरठ मेट्रो का अनुमानित किराया: चूंकि मेरठ मेट्रो की यात्रा दूरी RRTS की तुलना में कम होगी (शहर के भीतर), इसका किराया ₹20 से ₹50 के बीच होने की संभावना है, जो यात्रियों द्वारा तय की गई दूरी पर निर्भर करेगा। मेरठ मेट्रो की आगे की योजना (Aage Ka Plan) मेरठ मेट्रो का पहला चरण (मेरठ दक्षिण से मोदीपुरम) पूरा होने के बाद, आगे की योजनाओं में शहर के विकास और कनेक्टिविटी को बढ़ाना शामिल है: दूसरा कॉरिडोर प्रस्तावित: मेरठ मेट्रो के लिए दूसरा कॉरिडोर भी प्रस्तावित है, जिसका रूट श्रद्धापुरी एक्सटेंशन से जाग्रति विहार तक हो सकता है। इस पर अभी विस्तृत काम शुरू होना बाकी है। टाउनशिप और TOD: मेरठ में ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट (TOD) मॉडल पर आधारित नई टाउनशिप का विकास किया जा रहा है। ये टाउनशिप RRTS/मेट्रो स्टेशनों के आस-पास होंगी, जिससे लोग अपने कार्यस्थल (Walk to Work) और जरूरी सुविधाओं तक आसानी से पहुँच सकेंगे। इससे 2029 तक 20,000 से अधिक रोजगार उत्पन्न होने का अनुमान है। फीडर सेवाएं: स्टेशनों से अंतिम-मील कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों के लिए फीडर सेवाओं को मजबूत करने की योजना है। मेरठ मेट्रो न केवल शहर के ट्रैफिक को कम करेगी बल्कि दिल्ली-एनसीआर से मेरठ की कनेक्टिविटी को भी मजबूत करेगी, जिससे यहां के निवासियों के लिए समय और पैसे दोनों की बचत होगी। यह परियोजना मेरठ को देश के सबसे आधुनिक परिवहन नेटवर्क वाले शहरों की श्रेणी में खड़ा कर देगी।
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ RRTS कॉरिडोर, जिसे अब 'नमो भारत' (NaMo Bharat) ट्रेन के नाम से जाना जाता है, अब अपने अंतिम चरण में है और जल्द ही पूरी तरह से यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा।Read also:-Delhi–Meerut RRTS Opening Date 2025: नमो भारत रैपिड रेल से दिल्ली से मेरठ सफर सिर्फ 55 मिनट में वो दिन अब दूर नहीं, जब मेरठ का निवासी दिल्ली के दिल कनॉट प्लेस में शॉपिंग करने और गाजियाबाद का व्यापारी मेरठ में अपने बिजनेस को विस्तार देने का सपना सिर्फ 60 मिनट में पूरा कर सकेगा। देश के सबसे महत्वाकांक्षी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट, दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (RRTS), अब हकीकत बनने की दहलीज पर है। 82 किलोमीटर का यह हाई-स्पीड कॉरिडोर लगभग तैयार है और रिपोर्ट्स के मुताबिक, अक्टूबर 2025 की शुरुआत में प्रधानमंत्री द्वारा इसका उद्घाटन किया जा सकता है। संभावित उद्घाटन की तारीखें: मीडिया रिपोर्ट्स और निर्माण कार्य की प्रगति के अनुसार, पूरे कॉरिडोर (सराय काले खां से मोदीपुरम तक) का उद्घाटन अक्टूबर 2025 में होने की प्रबल संभावना है। ऐसी खबरें हैं कि अक्टूबर 2025 की शुरुआत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस परियोजना का शुभारंभ कर सकते हैं। पूरा कॉरिडोर: यह 82 किलोमीटर लंबा कॉरिडोर दिल्ली के सराय काले खां को मेरठ के मोदीपुरम डिपो से जोड़ेगा, जिससे दोनों शहरों के बीच यात्रा का समय एक घंटे से भी कम हो जाएगा। वर्तमान में परिचालन: 20 अक्टूबर 2023 से प्राथमिकता कॉरिडोर (साहिबाबाद से दुहाई डिपो) और हाल ही में न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ तक का खंड पहले से ही चालू है, जिसने लाखों यात्रियों को बड़ी राहत दी है। मेरठ मेट्रो: एक ही पटरी पर रैपिड और मेट्रो का तालमेल मेरठ शहर के भीतर यात्रियों की आवाजाही को आसान बनाने के लिए मेरठ मेट्रो भी 'नमो भारत' ट्रेन के साथ ही उसी ट्रैक पर चलेगी। शुरुआत: मेरठ मेट्रो का उद्घाटन भी अक्टूबर 2025 में रैपिड रेल के साथ ही होने की उम्मीद है। रूट: यह मेट्रो सेवा मेरठ साउथ से मोदीपुरम डिपो के बीच 23 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर पर चलेगी, जिसमें 13 स्टेशन होंगे। विशेषता: यह भारत की पहली ऐसी परियोजना है जहाँ क्षेत्रीय रैपिड रेल और स्थानीय मेट्रो ट्रेनें एक ही ट्रैक को साझा करेंगी, लेकिन इनके परिचालन के समय अलग-अलग होंगे। स्टेशन लिस्ट: कहाँ-कहाँ रुकेगी आपकी 'नमो भारत'? दिल्ली-मेरठ RRTS कॉरिडोर पर कुल 16 स्टेशन होंगे। दिल्ली (3) गाजियाबाद (6) मेरठ (7) सराय काले खां साहिबाबाद मेरठ साउथ (कॉमन) न्यू अशोक नगर गाजियाबाद शताब्दी नगर (कॉमन) आनंद विहार गुलधर बेगमपुल (कॉमन) दुहाई मोदीपुरम (कॉमन) दुहाई डिपो परतापुर (सिर्फ मेट्रो) मुरादनगर रिठानी (सिर्फ मेट्रो) मोदीनगर दक्षिण ब्रहमपुरी (सिर्फ मेट्रो) मोदीनगर उत्तर मेरठ सेंट्रल (सिर्फ मेट्रो) भैंसाली (सिर्फ मेट्रो) एमईएस कॉलोनी (सिर्फ मेट्रो) डोरली (सिर्फ मेट्रो) मेरठ नॉर्थ (सिर्फ मेट्रो) मोदीपुरम डिपो (सिर्फ मेट्रो) (कॉमन स्टेशन वे हैं जहाँ 'नमो भारत' रैपिड रेल और मेरठ मेट्रो दोनों रुकेंगी।) किराया विवरण: कितना होगा आपकी यात्रा का खर्च? 'नमो भारत' ट्रेन में दो तरह के कोच हैं: स्टैंडर्ड कोच और प्रीमियम कोच। यात्रियों को अपनी सुविधा अनुसार टिकट खरीदने का विकल्प मिलेगा। किराया सीमा: किराया ₹20 से शुरू होता है और अधिकतम ₹225 तक जा सकता है। एक प्रमुख रूट का किराया (उदाहरण): न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ तक: स्टैंडर्ड कोच में ₹150 और प्रीमियम कोच में ₹225। आनंद विहार से मेरठ साउथ तक का सफर लगभग 35 मिनट में पूरा होगा, जिसका किराया इसी सीमा में होगा। भुगतान विकल्प: यात्री QR कोड-आधारित पेपर टिकट और NCMC (नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड) का उपयोग करके यात्रा कर सकेंगे। निर्माण प्रगति और तकनीकी विशेषताएँ आरआरटीएस परियोजना का लगभग 75% से अधिक सिविल कार्य पूरा हो चुका है। स्पीड और रोलिंग स्टॉक: 'नमो भारत' ट्रेन की डिज़ाइन गति 180 किमी/घंटा है, जबकि परिचालन गति 160 किमी/घंटा होगी। ट्रेनों में महिलाओं के लिए एक आरक्षित कोच, प्रीमियम कोच, और सभी के लिए आधुनिक सुविधाएं (Wi-Fi, लैपटॉप/मोबाइल चार्जिंग पोर्ट) उपलब्ध हैं। हरित ऊर्जा पहल: NCRTC ने अपने स्टेशनों और डिपो पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए हैं, जो परियोजना को स्वच्छ और टिकाऊ ऊर्जा प्रदान कर रहे हैं। फाइनल अप्रूवल: दिल्ली से मेरठ तक पूरे कॉरिडोर के वाणिज्यिक परिचालन के लिए अंतिम चरण की सुरक्षा मंजूरी मिलना बाकी है, जिसके बाद इसे तुरंत खोल दिया जाएगा। यह कॉरिडोर एनसीआर के विकास में एक मील का पत्थर साबित होगा, जो न केवल यात्रा को आसान बनाएगा बल्कि रोजगार, व्यापार और रियल एस्टेट को भी नई ऊंचाइयां देगा।
मेरठ, 19 सितंबर 2025 मेरठ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए 30 सितंबर का दिन एक नए युग की शुरुआत करने जा रहा है। इस ऐतिहासिक तारीख को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की पहली रैपिड रेल 'नमो भारत' के संपूर्ण कॉरिडोर और मेरठ मेट्रो को हरी झंडी दिखाएंगे। खास बात यह है कि प्रधानमंत्री इस उद्घाटन को यादगार बनाते हुए दिल्ली से 'नमो भारत' ट्रेन में सवार होकर मेरठ के मोदीपुरम तक का सफर तय करेंगे। उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे।READ ALSO:-सितंबर में 'प्रलयंकारी' मानसून: हिमाचल-उत्तराखंड में बादल फटने और लैंडस्लाइड से तबाही जारी, 424 की मौत दिल्ली से मेरठ तक ट्रेन में PM, फिर विशाल जनसभा योजना के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली से रैपिड ट्रेन के जरिए मेरठ पहुंचेंगे। यह यात्रा अपने आप में एक संदेश होगी कि दिल्ली और मेरठ के बीच की दूरी अब मिनटों में सिमट गई है। मोदीपुरम स्टेशन पर उतरने के बाद प्रधानमंत्री का काफिला शताब्दीनगर के लिए रवाना होगा, जहाँ वे एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। इस रैली में मेरठ समेत आसपास के सभी जिलों से लाखों लोगों के जुटने की उम्मीद है, जिसके लिए तैयारियां जोर-शोर से शुरू हो गई हैं। शहर में हाई अलर्ट, घर-घर किरायेदारों की जांच प्रधानमंत्री के इस दौरे को लेकर पूरा प्रशासनिक और पुलिस अमला हाई अलर्ट पर है। गुरुवार को एडीजी भानु भास्कर ने एक उच्च-स्तरीय बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और कड़े इंतजामों के निर्देश दिए। सुरक्षा एजेंसियां कोई भी ढिलाई नहीं बरतना चाहतीं। पुलिस और एलआईयू (स्थानीय अभिसूचना इकाई) की टीमों ने गुरुवार देर रात शताब्दी नगर, रिझानी और रिठानी जैसे इलाकों में घर-घर जाकर सघन चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान किरायेदारों और बाहर से आकर रह रहे लोगों के नाम, पते और मोबाइल नंबर दर्ज किए गए। देर रात बिजली गुल होने के बावजूद यह अभियान टॉर्च की रोशनी में जारी रहा, जो सुरक्षा की गंभीरता को दर्शाता है। यह सुरक्षा इसलिए भी कड़ी की गई है क्योंकि प्रधानमंत्री के दौरे से ठीक पहले राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी 20 से 22 सितंबर तक मेरठ में रहेंगी और दो विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोहों में हिस्सा लेंगी। मेरठ की नई लाइफलाइन: जानिए मेट्रो और नमो भारत का नेटवर्क यह प्रोजेक्ट मेरठ की कनेक्टिविटी को पूरी तरह से बदल देगा। नमो भारत (रैपिड रेल): दिल्ली से मेरठ तक का पूरा 82 किलोमीटर का ट्रैक अब पूरी तरह से चालू हो जाएगा। मेरठ मेट्रो: कुल लंबाई: 23 किलोमीटर (18 किमी एलिवेटेड, 5 किमी भूमिगत) कुल स्टेशन: 13 (मेरठ साउथ, परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, ब्रह्मपुरी, मेरठ सेंट्रल, भैसाली, बेगमपुल, एमईएस कॉलोनी, डौरली, मेरठ नॉर्थ, मोदीपुरम और मोदीपुरम डिपो)। भूमिगत स्टेशन: मेरठ सेंट्रल, भैसाली और बेगमपul। एक ही टिकट पर दोनों में सफर: यात्रियों की सुविधा के लिए चार स्टेशनों- मेरठ साउथ, शताब्दी नगर, बेगमपुल और मोदीपुरम को कॉमन स्टेशन बनाया गया है, जहाँ यात्री नमो भारत और मेट्रो के बीच आसानी से स्विच कर सकेंगे।
इस वर्ष दीपावली की सही तिथि को लेकर पंचांगों में भिन्नता के कारण आम लोगों में बना कन्फ्यूजन अब दूर हो गया है। कुछ पंचांगों में 20 अक्टूबर तो कुछ में 21 अक्टूबर को दिवाली बताई जा रही थी। इस भ्रम की स्थिति को समाप्त करते हुए देश की सर्वोच्च धार्मिक संस्थाओं में से एक, श्री काशी विद्वत परिषद, ने स्पष्ट कर दिया है कि संपूर्ण देश में दीपावली का महापर्व सोमवार, 20 अक्टूबर 2025 को ही मनाया जाएगा।READ ALSO:-यूपी में कुदरत का डबल अटैक: पूर्वांचल में 'जल प्रलय' ने तोड़ा 136 साल का रिकॉर्ड, अब पश्चिमी यूपी के 23 जिलों में भारी बारिश-ओलों का अलर्ट! क्यों 20 अक्टूबर है सही तिथि? काशी विद्वत परिषद के ज्योतिष प्रकोष्ठ के मंत्री और बीएचयू के प्रोफेसर विनय कुमार पांडेय के अनुसार, सनातन धर्म में पर्वों का निर्धारण तिथियों की गणितीय गणना और शास्त्रों के आधार पर होता है। दीपावली कार्तिक मास की अमावस्या को प्रदोष काल में मनाई जाती है। प्रदोष काल का अर्थ है सूर्यास्त के बाद का समय। इस वर्ष कार्तिक अमावस्या तिथि की शुरुआत 20 अक्टूबर को दोपहर 2 बजकर 56 मिनट पर होगी और यह 21 अक्टूबर की शाम 4 बजकर 26 मिनट तक रहेगी। 20 अक्टूबर को, जब सूर्यास्त होगा, तब अमावस्या तिथि विद्यमान रहेगी और पूरे प्रदोष काल को कवर करेगी। लक्ष्मी पूजन और दीपदान के लिए यह शास्त्र सम्मत और शुभ मुहूर्त है। 21 अक्टूबर को, अमावस्या तिथि शाम 4 बजकर 26 मिनट पर ही समाप्त हो जाएगी, जबकि सूर्यास्त लगभग 5 बजकर 40 मिनट पर होगा। इसका अर्थ है कि सूर्यास्त और प्रदोष काल के समय अमावस्या तिथि नहीं रहेगी, बल्कि प्रतिपदा तिथि लग चुकी होगी। ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषि द्विवेदी ने भी स्पष्ट किया कि ब्रह्म पुराण के अनुसार, कार्तिक अमावस्या की रात्रि में ही देवी लक्ष्मी और कुबेर भ्रमण करते हैं। यह रात्रि व्यापिनी और प्रदोष व्यापिनी अमावस्या 20 अक्टूबर को ही प्राप्त हो रही है। अतः इसी दिन लक्ष्मी-कुबेर पूजन और दीपोत्सव मनाना श्रेष्ठ है। 21 अक्टूबर को होगी स्नान-दान की अमावस्या विद्वानों ने यह भी स्पष्ट किया कि 21 अक्टूबर को सूर्योदय के समय अमावस्या तिथि होने के कारण इस दिन स्नान, दान और पितरों के लिए श्राद्ध कर्म करना उत्तम रहेगा। इसलिए, 21 अक्टूबर की तिथि धार्मिक कार्यों के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन दीपावली का मुख्य पर्व 20 अक्टूबर को ही मनाया जाएगा। इस स्पष्टीकरण के बाद अब लोगों को अपने त्योहार की तैयारियों को लेकर किसी भी तरह के भ्रम में रहने की आवश्यकता नहीं है।
बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस और पार्श्व गायिका सुलक्षणा पंडित का गुरुवार शाम 7 बजे मुंबई में निधन हो गया। वे 71 साल की थीं और लंबे समय से बीमार चल रही थीं। उनके भाई और संगीत निर्देशक ललित पंडित ने समाचार एजेंसी पीटीआई से पुष्टि की कि उनका निधन हार्ट अटैक के कारण हुआ। सुलक्षणा पंडित का अंतिम संस्कार आज (शुक्रवार) विले पारले (मुंबई) के पवन हंस श्मशान घाट में किया गया, जिसमें शबाना आजमी और पूनम ढिल्लों जैसे बॉलीवुड सेलेब्स शामिल हुए। उनके निधन की खबर के बाद Sulakshana Pandit गूगल पर ट्रेंड कर रही हैं।Read also:-Breaking: ED का बड़ा एक्शन, Suresh Raina और Shikhar Dhawan की ₹11.14 करोड़ की संपत्ति अटैच, जानें क्या है 1xBet घोटाला संगीत और अभिनय की दुनिया में पहचान सुलक्षणा पंडित का जन्म 12 जुलाई 1954 को एक संगीत से जुड़े परिवार में हुआ था। उनके चाचा महान शास्त्रीय गायक पंडित जसराज थे, और उनके भाई जतिन-ललित मशहूर म्यूजिक डायरेक्टर हैं। संगीत करियर: उन्होंने मात्र 9 साल की उम्र में गाना शुरू कर दिया था। 1967 की फिल्म 'तकदीर' में उन्होंने लता मंगेशकर के साथ 'सात समुंदर पार से' गाया। पुरस्कार: साल 1975 में फिल्म 'संकल्प' के गाने 'तू ही सागर है तू ही किनारा' के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला। टॉप गायकों के साथ काम: उन्होंने किशोर कुमार, मोहम्मद रफी, येशुदास और उदित नारायण जैसे दिग्गज गायकों के साथ युगल गीत गाए। आखिरी प्रस्तुति: उनकी आवाज आखिरी बार 1996 की फिल्म 'खामोशी: द म्यूजिकल' के गाने 'सागर किनारे भी दो दिल' में सुनाई दी। एक्टिंग में जलवा और टॉप एक्टर्स के साथ काम सुलक्षणा पंडित का एक्टिंग करियर भी 1970 और शुरुआती 80 के दशक में अपने शिखर पर था। अभिनय की शुरुआत: उनका फिल्मी सफर 1975 में फिल्म 'उलझन' से शुरू हुआ। यादगार फिल्में: उन्होंने अनिल गांगुली की फिल्म 'संकोच' (1976) में ललिता का किरदार निभाया, जो उपन्यास 'परिणीता' पर आधारित था। बड़े कलाकार: उन्होंने जीतेंद्र (खंजर), संजीव कुमार (उलझन, बजरंग बली), राजेश खन्ना (भोला भाला), विनोद खन्ना (हेरा फेरी), और शशि कपूर (चंबल की कसम) जैसे अपने दौर के लगभग सभी टॉप एक्टर्स के साथ स्क्रीन शेयर की। संजीव कुमार का इनकार और आजीवन अविवाहित रहने का फैसला सुलक्षणा पंडित की व्यक्तिगत जिंदगी उनके अधूरे प्यार की एक दुखद कहानी है। एकतरफा प्यार: उन्हें अपने सह-कलाकार, दिग्गज एक्टर संजीव कुमार से बेहद प्यार था। 1975 में फिल्म 'उलझन' की शूटिंग के दौरान उनका प्यार परवान चढ़ा और उन्होंने संजीव कुमार के सामने शादी का प्रस्ताव रखा था। इनकार का कारण: संजीव कुमार ने उनके प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। इसका कारण था संजीव कुमार का एक्ट्रेस हेमा मालिनी के लिए एकतरफा प्यार। आजीवन अविवाहित: संजीव कुमार के इनकार के बाद सुलक्षणा पंडित गहरे सदमे में चली गईं। उन्होंने आजीवन अविवाहित रहने का फैसला किया और अपना जीवन अकेलेपन में बिताया। दर्दनाक संयोग: एक दुखद संयोग यह है कि संजीव कुमार का निधन भी 6 नवंबर (1985) को हुआ था, और ठीक 40 साल बाद, इसी दिन (6 नवंबर की शाम को निधन, 7 नवंबर की सुबह घोषणा और अंतिम संस्कार) सुलक्षणा पंडित का भी निधन हुआ। अंतिम विदाई सुलक्षणा पंडित ने अपने जीवन के अंतिम वर्ष मानसिक रूप से अस्थिर होने के कारण अपनी बहन विजयता पंडित के साथ बिताए थे। उनके भाई ललित पंडित ने बताया कि उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी और अस्पताल ले जाने से पहले ही उनका निधन हो गया। बॉलीवुड ने एक ऐसी कलाकार को खो दिया है जिसने अपने हुनर और प्यार दोनों के लिए बड़ा त्याग किया।
भारत की तरफ से WWE (वर्ल्ड रेसलिंग एंटरटेनमेंट) में अपनी पहचान बना चुके मशहूर रेसलर रिंकू सिंह, जिन्हें रिंग में वीर महान (Veer Mahaan) के नाम से जाना जाता है, का एक ऐसा वीडियो वायरल हुआ है, जिसने उनके फैंस को हैरान कर दिया है। यह वीडियो वृंदावन स्थित प्रेमानंद जी महाराज के आश्रम का है, जहाँ रिंकू सिंह माथे पर तिलक लगाकर, साधु के वेश में सड़कों पर झाड़ू लगाते नजर आ रहे हैं। खेल जगत में ताकत और शोहरत के लिए जाने जाने वाले इस शख्स की यह विनम्रता सोशल मीडिया पर खूब छाई हुई है, और कमेंट बॉक्स में फैंस उनकी तारीफों के पुल बाँध रहे हैं।READ ALSO:-1 नवंबर से होने जा रहे हैं 5 बड़े बदलाव: क्रेडिट कार्ड, LPG-CNG रेट और आधार से जुड़े नियमों पर असर, जानें आपकी जेब पर क्या पड़ेगा प्रभाव View this post on Instagram A post shared by Shubham Bhardwaj (@bhardwaj_shubham.in) बेसबॉल से WWE तक का सफर रिंकू सिंह की यात्रा बेहद असाधारण रही है। वह सिर्फ एक Former WWE Wrestler ही नहीं, बल्कि बेसबॉल के पेशेवर खिलाड़ी भी रह चुके हैं। बेसबॉल में रिकॉर्ड: 87 मील प्रति घंटे की रफ़्तार से बेसबॉल फेंककर उन्होंने पेशेवर करियर की शुरुआत की। वह पेशेवर बेसबॉल खेलने वाले पहले भारतीय बने और अमेरिकी माइनर लीग में कई सीज़न बिताए। फिल्म: उनकी और दिनेश पटेल की सच्ची कहानी पर आधारित, डिज़्नी की ओर से 2014 में "मिलियन डॉलर आर्म" (Million Dollar Arm) नाम की एक फिल्म भी बनाई गई थी। WWE में एंट्री: द ग्रेट खली के बाद, 2018 में रिंकू सिंह की WWE की दुनिया में एंट्री हुई। उन्होंने जॉन सीना और द ग्रेट खली जैसे बड़े नामों के खिलाफ मुकाबला किया और अपने देसी लुक (तिलक और रुद्राक्ष की माला) से WWE की स्टेज पर अपनी अलग पहचान बनाई। वीर महान का आध्यात्मिक मोड़ सोशल मीडिया पर धड़ाधड़ वायरल हो रहे इस वीडियो में रिंकू सिंह के अद्भुत परिवर्तन को हाईलाइट किया गया है। वीडियो की शुरुआत: वीडियो की शुरुआत Former WWE Wrestler के एक्शन हाइलाइट्स से होती है, जिसके बाद उन्हें आश्रम की सड़कों पर विनम्रता से झाड़ू लगाते हुए देखा जा सकता है। कैप्शन: वीडियो के साथ कैप्शन शेयर किया गया है, "बेसबॉल, WWE से वृंदावन तक – रिंकू सिंह का आध्यात्मिक मोड़।" दिल को छू लेने वाला हिस्सा: वीडियो का सबसे मार्मिक हिस्सा प्रेमानंद जी महाराज के साथ उनकी बातचीत है। महाराज उनसे कहते हैं, "अगर तुम्हें लगता है कि तुम इस संसार के लायक हो गए हो तो आओ।" जिस पर रिंकू मुस्कुराते हुए हाथ जोड़कर धीरे से जवाब देते हैं, "लगने लगा है।" सादगी की प्रशंसा प्रेमानंद जी महाराज के आश्रम के नियम कठोर माने जाते हैं, जहाँ हर भक्त को सेवा करनी पड़ती है। रिंकू सिंह का अपनी शोहरत को त्यागकर आश्रम में सेवा करना उनकी सादगी को दर्शाता है। फैंस की प्रतिक्रिया: फैंस ने कमेंट बॉक्स में लिखा है कि, "खेल जगत में इतनी शोहरत पाने वाला शख्स इतनी विनम्रता दिखा सकता है, यह अविश्वसनीय है।" कई लोगों ने इसे 'सच्ची भारतीय संस्कृति' का प्रतीक बताया है। शोहरत से शांति की ओर रिंकू सिंह का यह कदम लाखों लोगों के लिए एक संदेश है कि शोहरत और धन से कहीं अधिक महत्वपूर्ण आंतरिक शांति और आध्यात्मिक मार्ग है। उनका यह आध्यात्मिक मोड़ दिखाता है कि वह अब अपने जीवन में एक नई दिशा की तलाश में हैं, जहाँ सादगी और सेवा सर्वोपरि है।
भारत की सबसे लोकप्रिय स्पाई-थ्रिलर वेब सीरीज़ 'The Family Man' के फैंस का लंबा इंतजार आखिरकार खत्म हो गया है। प्राइम वीडियो (Prime Video) ने आधिकारिक तौर पर घोषणा कर दी है कि मनोज बाजपेयी (Manoj Bajpayee) स्टारर 'The Family Man 3' 21 नवंबर 2025 को ओटीटी (OTT) पर रिलीज़ होगी। सीरीज के मेकर्स राज और डीके ने एक धमाकेदार प्रोमो वीडियो जारी करते हुए इस बहुप्रतीक्षित तीसरे सीज़न की रिलीज़ डेट का खुलासा किया है। जासूसी और पारिवारिक ड्रामा का मिश्रण 'The Family Man' अपनी अनूठी कहानी के लिए जानी जाती है, जो एक साधारण फैमिली मैन श्रीकांत तिवारी (Manoj Bajpayee) के दोहरे जीवन—एक तरफ राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) के जासूस के रूप में हाई-प्रेशर मिशन और दूसरी तरफ एक परेशान पति और पिता की भूमिका—के बीच के संतुलन को दर्शाती है। Read Also : Baahubali - The Epic Trailer: SS Rajamouli ने जारी किया 'बाहुबली: द एपिक' का ट्रेलर, 31 अक्टूबर को सिनेमाघरों में एक साथ दिखेंगी दोनों फिल्में! पिछला सीज़न: पहला सीज़न 2019 में, और दूसरा सीज़न 2021 में रिलीज़ हुआ था, जिसमें सामंथा रुथ प्रभु (Samantha Ruth Prabhu) भी अहम भूमिका में थीं। दूसरे सीज़न के बाद, फैंस बेसब्री से तीसरे सीज़न का इंतज़ार कर रहे थे, जो अब चार साल के अंतराल के बाद आ रहा है। रिलीज़ डेट, विलेन और स्टोरी की झलक Amazon Prime Video ने एक आकर्षक टीज़र जारी कर 'The Family Man 3' की रिलीज डेट की पुष्टि की। रिलीज़ डेट: 21 नवंबर 2025 स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म: Amazon Prime Video (शो 240 से अधिक देशों में एक साथ प्रीमियर होगा)। टीज़र की झलक: टीज़र में प्रियामणि (Priyamani) का किरदार (सुचित्रा) वक्त के साथ हुए बदलावों पर बात करता है, जैसे बेटी धृति का कॉलेज जाना, लेकिन श्रीकांत तिवारी का अपनी नौकरी में वहीं अटका रहना। अंत में मनोज बाजपेयी फोन पर कहते हैं, "आ रहा हूँ," जिससे फैंस का उत्साह चरम पर पहुँच गया। The Family Man 3 में दिखेंगे नए विलेन रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस सीज़न में जयदीप अहलावत (Jaideep Ahlawat) और निमरत कौर (Nimrat Kaur) जैसे बड़े कलाकार विलेन की भूमिका में दिखाई देंगे। कहानी: रिपोर्ट्स के अनुसार, सीज़न 3 की कहानी COVID-19 महामारी और चीन द्वारा भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों में गुप्त हमले की साजिश से जुड़ी हो सकती है। amazon Prime Video ने शेयर किया प्रोमो Amazon Prime Video ने सोशल मीडिया पर रिलीज़ प्रोमो को कैप्शन दिया: "ले लाडले, हो गया श्रीकांत का कमबैक 👀 #TheFamilyManOnPrime, नवंबर 21। The Family Man 3' की रिलीज़ इस साल नवंबर में OTT पर सबसे बड़ा धमाका साबित होगी। यह सीरीज एक बार फिर मनोज बाजपेयी की अभिनय क्षमता और राज-डीके की अनूठी कहानी कहने की शैली को साबित करेगी।
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