कोरोनावायरस के कारण हमारे जीवन में बड़ा बदलाव आया है। हम साफ-सफाई और सामाजिक व्यवहार पर और ज्यादा ध्यान देने लगे हैं। इस वायरस की सबसे घातक और डराने वाली बात है, इसके फैलने का तरीका। कोरोना बेहद संक्रामक बीमारी है। यह इनफेक्टेड व्यक्ति से किसी स्वस्थ व्यक्ति तक छींकने, खांसने तक से पहुंच सकता है। इसके अलावा वायरस के अंश किसी सतह पर पहुंचकर भी बीमारी फैला सकते हैं। सावधानियों के बाद भी ऐसे कई सवाल हैं, जिनका एक्सपर्ट्स जवाब दे रहे हैं।
क्या बाहर से आकर कपड़े बदलने और नहाने की जरूरत है?
नहीं, अगर आप सोशल डिस्टेंसिंग को गंभीरता से ले रहे हैं, तो आपको घर पहुंचकर कपड़े बदलने और नहाने की जरूरत नहीं है। लेकिन आपको बार-बार हाथ जरूर धोने चाहिए। यह सच है कि किसी के छींकने, खांसने से वायरस के कण किसी भी सतह पर पहुंच सकते हैं, लेकिन उनके आपके कपड़ों तक पहुंचने की संभावनाएं काफी कम हैं। एक स्टडी के मुताबिक वायरस के कण आधे घंटे तक हवा में रह सकते हैं। वर्जीनिया टेक में ऐरोसोल साइंटिस्ट लिंसे मार बताती हैं कि एक छोटी बूंद हवा में तैर सकती है, लेकिन ऐरोडायनेमिक्स के कारण यह आपके कपड़ों पर जमा नहीं हो सकती।
- कपड़ों पर क्यों जमा नहीं होंगे वायरस के कण- डॉक्टर मार ने इसे उदाहरण देकर समझाया। उन्होंने कहा कि यह कण हमारे आसपास हवा के बहाव के साथ रहते हैं, क्योंकि हम अपेक्षाकृत धीमें चलते हैं। जैसे एक धीमी कार के आसपास कीड़े और धूल तैरते हैं, लेकिन जैसे ही गाड़ी की रफ्तार बढ़ती है, वे शीशे से टकराने लगते हैं। डॉक्टर मार के मुताबिक हम चलते समय हवा को धकेलते हैं और इसके साथ ही ये कण भी आगे चले जाते हैं।
क्या बाल और दाढ़ी में वायरस जमा हो सकता है?
बाल चिकित्सा संक्रामक रोगों के प्रशिक्षक डॉक्टर एंड्रयू जैनोस्की बताते हैं कि पहले आपको संक्रामण की पूरी प्रक्रिया के बारे में सोचना होगा। अगर किसी ने आपके सिर के पीछे छींका तो वायरस के कण बहुत सारे होने चाहिए। इसके बाद आपको बालों के उस हिस्से को छूना होगा। इसके बाद आपको चेहरे और शरीर के दूसरे हिस्सों को छूना होगा। डॉक्टर जैनोस्की के मुताबिक, संक्रमण फैलने के लिए इतनी सारी चीजों का एक सीरीज में पूरा होना जरूरी है। इसलिए इस तरह से वायरस फैलने की संभावना बेहद कम है। अगर आप सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं तो आपको चिंतित नहीं होना चाहिए।
क्या कपड़े धोने के लिए अलग से सावधानी रखना जरूरी है?
हां, लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप किसी सामान्य या बीमार व्यक्ति के कपड़े धो रहे हैं। आप रोज की तरह ही कपड़े साफ करें। कुछ वायरस को साफ करना कठिन होता है। जबकि कोरोनावायरस के पास एक मोटी झिल्ली होती है, जो साबुन की चपेट में आ जाती है। कपड़ों की सामान्य धुलाई और सूखने की प्रक्रिया वायरस को हटाने के लिए काफी है।
सीडीसी के मुताबिक अगर आप किसी मरीज के कपड़े धो रहे हैं तो ग्लव्स पहनना चाहिए। ध्यान रखें कि कपड़ों और बिस्तर को झटका न दें। कपड़े धोने के लिए गर्म से गर्म पानी का उपयोग करें और उसे पूरी तरह सूखने दें। आप मरीज के कपड़ों को दूसरे कपड़ों के साथ भी मिला सकते हैं। डॉक्टर मार के मुताबिक, हम जानते हैं कि इस तरह के वायरस दूसरी सतहों के मुकाबले कपड़े पर ज्यादा जल्दी खत्म हो जाते हैं।
- किस सतह पर कितनी देर रहता है वायरस- द न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में मार्च में प्रकाशित हुई एक स्टडी के मुताबिक, वायरस मेटल और प्लास्टिक पर तीन दिन और कार्डबोर्ड पर 24 घंटे रह सकता है।
क्या चिट्ठी, अखबार और सामान से भी कोई खतरा है?
इस तरह से वायरस फैलने का खतरा बेहद कम है। अभी तक ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है, जिससे पता लग सके की पैकेट खोलने या अखबार के कारण कोई बीमार हुआ है। इसके बावजूद आपको सावधानी बरतने की जरूरत है। अगर आपको इसे लेकर किसी तरह की घबराहट हो रही है तो न्यू इंग्लैंड जर्नल स्टडी की मदद लें और चिट्ठी या सामान को देने से पहले 24 घंटे पहले रख दें।
क्या बाहर से आने के बाद जूतों को उतारकर साफ करने की जरूरत है?
जूतों पर बैक्टीरिया और वायरस हो सकते हैं, लेकिन इन्हें संक्रमण का कारण नहीं माना जा सकता। हाल ही में चीन में हेल्थ वर्कर्स पर हुई एक स्टडी के मुताबिक करीब आधे लोगों ने अपने जूतों में कोरोनावायरस पाया। हालांकि यह संभव था, क्योंकि वे हॉस्पिटल और मरीजों के बीच काम कर रहे थे। अगर आपके जूते धोने के लायक हैं तो उन्हें धो लें। जूतों को पोछें नहीं, क्योंकि इससे वायरस सीधे आपके हाथ पर भी आ सकता है। डॉक्टर जैनोस्की कहते हैं कि जूतों से कोरोनावायरस संक्रमण की चिंता नहीं करनी चाहिए।लेकिन अगर आप यह सोचेंगे कि आप कहां गए तो इससे आप चौंक सकते हैं। अगर बैक्टीरिया के बारे में बात करें तो हम जानते हैं उन्हें जूतों में रहना कितना पसंद है।
