UP : वाहन चलाने के लिए करनी होगी जेब ढीली, वाहन चलाना होगा महंगा, प्रदूषण जांच शुल्क में होगी बढ़ोतरी, नए साल से लागू होंगी नई दरें
पेट्रोल, डीजल और सीएनजी की बढ़ी कीमतों के कारण वाहन मालिकों को पहले से ही अपने वाहन चलाने में दिक्कत हो रही है। अब नए साल के पहले दिन वाहन मालिकों की जेब पर असर पड़ेगा। 1 जनवरी से वाहनों पर प्रदूषण शुल्क बढ़ जाएगा।
Dec 25, 2024, 07:00 IST
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पेट्रोल, डीजल और सीएनजी की बढ़ी कीमतों के कारण वाहन स्वामियों को पहले ही वाहन चलाना मुश्किल हो रहा है। अब नए साल के पहले दिन वाहन स्वामियों की जेब पर असर पड़ेगा। एक जनवरी से वाहनों का प्रदूषण शुल्क बढ़ जाएगा। वाहन स्वामियों को दोपहिया, तिपहिया और चार पहिया के साथ ही अन्य वाहनों के लिए मौजूदा शुल्क से पांच फीसदी अधिक भुगतान करना होगा। ऐसे में महंगाई के दौर में वाहन स्वामियों को वाहन चलाने के लिए अपनी जेब और भी ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी। READ ALSO:-उत्तर प्रदेश रोडवेज बस का किराया हुआ कम, अटलजी के जन्मदिन पर AC यात्रियों को गिफ्ट, लाखों यात्रियों को मिलेगी राहत
अपर परिवहन आयुक्त राजस्व पुष्पसेन सत्यार्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश ऑनलाइन मोटरयान प्रदूषण जांच केंद्र योजना 2020 के नियम 6 के उपनियम (दो) में प्रावधान है कि ऑनलाइन प्रदूषण प्रमाण पत्र जारी करने के लिए हर साल जनवरी माह में पांच फीसदी की वृद्धि की जा सकती है।
यह वृद्धि न्यूनतम पांच रुपये होगी। परिवहन आयुक्त की ओर से इसे मंजूरी दे दी गई है, जिसके बाद इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया गया। उन्होंने बताया कि प्रदूषण जांच के लिए बढ़ा हुआ शुल्क एक जनवरी 2025 से लागू होगा। नई दरें लागू होने के बाद वाहन स्वामियों को उसी दर पर प्रदूषण प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे।
अपर परिवहन आयुक्त राजस्व ने बताया कि पेट्रोल से चलने वाले दोपहिया वाहनों के लिए वर्तमान शुल्क 60 रुपये है, लेकिन एक जनवरी से वाहन स्वामियों को 65 रुपये देने होंगे। तीन पहिया वाहनों (पेट्रोल, एलपीजी और सीएनजी) के लिए अभी तक 80 रुपये है, जो अब 85 रुपये हो जाएगा। चार पहिया वाहनों (पेट्रोल, एलपीजी और सीएनजी) के लिए वर्तमान शुल्क 80 रुपये है, जो अब 85 रुपये हो जाएगा। डीजल वाहनों के लिए प्रदूषण शुल्क जो वर्तमान में 110 रुपये है, वह अब एक जनवरी 2025 से 115 रुपये हो जाएगा।