KGMU Lucknow: 'कीमती' जमीन पर कब्जा...बुलडोजर ने हटाया, अब मरीजों को मिलेंगी सस्ती दवाएं
22 हजार स्क्वायर फीट जमीन पर थीं दुकानें, मदरसा और अवैध घर; अतिक्रमणकारियों के हमले में 4 डॉक्टर घायल, फिर भी प्रशासन ने कराई जमीन मुक्त; अब खुलेंगे सस्ती दवाओं के काउंटर
Apr 29, 2025, 16:31 IST
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लखनऊ: किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) प्रशासन ने परिसर में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ एक बड़ी और साहसिक कार्रवाई करते हुए लगभग 22 हजार स्क्वायर फीट की अत्यंत मूल्यवान जमीन को अपने कब्जे में वापस ले लिया है। यह जमीन केजीएमयू के नेत्र रोग विभाग के ठीक पीछे स्थित थी, जहाँ दशकों से सात दुकानें (जिनमें खानपान और फोटो स्टेट की दुकानें शामिल थीं), एक अवैध रूप से संचालित मदरसा और 50 से अधिक परिवारों द्वारा बनाए गए अवैध घर मौजूद थे।Read also:-अब चलेगा बुलडोजर? मेरठ के "शास्त्रीनगर कॉम्प्लेक्स पर सुप्रीम कोर्ट का सख्त रुख, समय सीमा बढ़ाने की याचिका खारिज"
केजीएमयू प्रशासन ने इस अवैध कब्जे को हटाने के लिए पहले चार बार नोटिस जारी किए थे, लेकिन अतिक्रमणकारियों ने इन नोटिसों को नज़रअंदाज़ कर जगह खाली करने से इनकार कर दिया। इसके बाद, केजीएमयू की एक टीम शनिवार को पुलिस बल के साथ जब अतिक्रमण हटाने के लिए मौके पर पहुंची, तो उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ा। अतिक्रमणकारियों ने उपद्रव करते हुए टीम पर लाठी-डंडों और पत्थर से हमला कर दिया। इस हमले में दो सीनियर डॉक्टर सहित केजीएमयू के कुल चार डॉक्टर घायल हो गए।
हालांकि, इस हिंसक प्रतिरोध के बावजूद, केजीएमयू प्रशासन पीछे नहीं हटा। पुलिस की मदद से प्रशासन ने सख्ती बरतते हुए लगातार दो दिनों तक बुलडोजर चलवाकर करीब 22 हजार स्क्वायर फीट जमीन को पूरी तरह से अवैध कब्जों से मुक्त करा लिया।
अब केजीएमयू प्रशासन ने इस खाली कराई गई 'कीमती' जमीन का उपयोग मरीजों और अस्पताल के बेहतर संचालन के लिए करने की विस्तृत योजना बनाई है। केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. केके सिंह ने बताया कि इस जगह पर जल्द ही हॉस्पिटल रिवाल्विंग फंड (एचआरएफ) के तहत दवा काउंटर स्थापित किए जाएंगे। इन काउंटरों का उद्देश्य दूर-दराज से आने वाले और ओपीडी में इलाज करा रहे मरीजों को बेहद सस्ती दरों पर गुणवत्तापूर्ण दवाएं उपलब्ध कराना है, जिससे उन्हें आर्थिक रूप से बड़ी राहत मिलेगी।
दवा काउंटरों की स्थापना के अलावा, इस खाली हुई जमीन पर चिकित्सा अधीक्षक (Medical Superintendent) और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (Chief Medical Superintendent) के महत्वपूर्ण कार्यालय भी बनाए जाएंगे, जिससे प्रशासनिक कार्य और सुगम हो सके। केजीएमयू प्रशासन ने इन निर्माण कार्यों के लिए आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी हैं।
डॉ. केके सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि केजीएमयू की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद का यह एक अत्यंत स्पष्ट निर्देश है कि परिसर के भीतर किसी भी प्रकार का अतिक्रमण कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई उसी निर्देश का परिणाम है और भविष्य में भी यदि परिसर के किसी अन्य हिस्से में अवैध कब्जा पाया जाता है, तो उसे भी सख्ती से हटाया जाएगा। यह कार्रवाई परिसर को व्यवस्थित करने, सुरक्षा बढ़ाने और मरीजों तथा स्टाफ के लिए बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
