लखनऊ में 'निर्भया' जैसी दरिंदगी की कोशिश: चलती ई-रिक्शा से कूदी नर्सिंग छात्रा, 4 गिरफ्तार!

 वायरल वीडियो ने खोली दरिंदों की पोल; राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा पर उठे गंभीर सवाल!
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लखनऊ, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं। कुर्सी रोड स्थित एक यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली नर्सिंग की छात्रा के साथ ई-रिक्शा में सवार कुछ युवकों ने दरिंदगी की कोशिश की, जिससे खुद को बचाने के लिए छात्रा को चलती ई-रिक्शा से कूदना पड़ा। यह पूरी भयावह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है। पुलिस ने मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।READ ALSO:-🎉नौचंदी मेला अब 28 मई से! इंतजार खत्म, मेरठ की सांस्कृतिक धड़कन फिर से लौटेगी

 

क्या हुआ उस खौफनाक रात? - टेढ़ी पुलिया का डरावना सफर
जानकारी के अनुसार, 19 मई को छात्रा अपने मामा के घर, बर्लिंगटन इलाके में गई हुई थी। शाम को वह बर्लिंगटन चौराहे से टेढ़ी पुलिया जाने के लिए एक ई-रिक्शा में बैठी। निशातगंज पहुंचने पर ई-रिक्शा चालक ने अचानक रिक्शा रोक दिया और खुद छात्रा के बगल वाली सीट पर आकर बैठ गया। रिक्शे को अब एक दूसरा युवक चलाने लगा।

 


छात्रा उस समय अपने मोबाइल में व्यस्त थी, इसलिए उसे इस बदलाव का तुरंत अंदाज़ा नहीं हुआ। जब वह टेढ़ी पुलिया पहुंची और रिक्शा रुकवाने की कोशिश की, तो चालक ने वाहन की गति और बढ़ा दी। छात्रा को आभास हुआ कि कुछ गलत हो रहा है, तो वह चिल्लाने लगी। तभी बगल में बैठे युवक ने उसके साथ अश्लील हरकतें शुरू कर दीं। साथ में सवार तीन अन्य युवकों ने भी छेड़खानी शुरू कर दी और छात्रा का मुंह दबाने की कोशिश की ताकि वह चिल्ला न सके।

 

हिम्मत नहीं हारी छात्रा: चलती गाड़ी से लगाई छलांग, गंभीर चोटें
हालांकि, छात्रा ने इस विकट परिस्थिति में भी अदम्य साहस दिखाया। मौका मिलते ही उसने चलती ई-रिक्शा से छलांग लगा दी। सड़क पर गिरने से उसे कई चोटें आईं। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत उसे उठाया और अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज चल रहा है।

 

सीसीटीवी फुटेज बना सबूत, चार आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने छात्रा के बयान और घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिससे आरोपियों की पहचान हो सकी। छात्रा की शिकायत पर, पुलिस ने फैजुल्लागंज निवासी ई-रिक्शा चालक सत्यम सिंह और उसके तीन साथियों अनुज गुप्ता उर्फ आकाश, रंजीत चौहान और अनिल सिन्हा को गिरफ्तार कर लिया है।

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पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि मुख्य आरोपी सत्यम सिंह पूर्व में भी जेल जा चुका है, जो उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि को दर्शाता है। अन्य आरोपियों की भी पृष्ठभूमि की जांच की जा रही है। इस घटना ने राजधानी लखनऊ में महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और प्रशासन से ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की जा रही है।
SONU

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