गड़बड़झाला : उत्तर प्रदेश में मुर्दे को दिया लोन; किसान की मौत 30 साल पहले हुई, बैंक ने 3 लाख रुपए का KCC किया पास
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के आर्यावर्त बैंक में लोन घोटाला सामने आया है। घोटाला 2022 का है, इसका खुलासा अब हुआ है। बैंक के आला अधिकारी फिलहाल चुप हैं, लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर इस अजीबोगरीब हरकत की जांच शुरू कर दी है।
Oct 14, 2024, 13:06 IST
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लखीमपुर के आर्यावर्त बैंक का एक अजीबोगरीब कारनामा सामने आया है। मामला जिले की निघासन तहसील का है। जहां बैंक कर्मचारियों ने एक मृत व्यक्ति के नाम वर्ष 2022 के लिए तीन लाख का किसान क्रेडिट कार्ड लोन पास कर दिया। दलाल और बैंक कर्मचारियों ने मिलकर लोन निकालकर आपस में बांट लिया। जब परिजनों को इस लोन के बारे में पता चला तो उन्होंने बैंक पहुंचकर जानकारी ली। जिसके बाद पीड़ित परिवार के लोगों ने थाने में मुकदमा दर्ज कराकर पुलिस प्रशासन से न्याय की मांग की है। READ ALSO:-UP : कॉलेज के चार स्टूडेंट समेत 5 की दर्दनाक मौत, ट्रक ने कार को टक्कर मारी, दरवाजे-छत काट कर निकाले शव
जिले के थाना पढुआ क्षेत्र के गांव छेदुई पतिया भदुरैहा निवासी अफसर अली के पिता इब्राहिम अली की तीस साल पहले मौत हो गई थी। कटान से परेशान अफसर अली गांव छोड़कर दूसरे गांव में रहने लगे थे। यहीं से अपनी जमीन की देखभाल करने जाते थे।
अभी दो दिन पहले अफसर अली जमीन की रजिस्ट्री कराने के लिए क्षेत्रीय लेखपाल से मिले तो लेखपाल ने इंतेखाब और खतौनी मांगी। जिसके बाद किसान अफसर अली जन सेवा केंद्र पहुंचे। जहां उसे जानकारी मिली कि इंतेखाब पर 3 लाख का लोन निकाला गया है और सारी जमीन बैंक में बंधक है।
परेशान किसान जब सुजानपुर के आर्यावर्त बैंक के शाखा प्रबंधक से मिलने गया तो शाखा प्रबंधक ने बताया कि आपकी जमीन पर किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से वर्ष 2022 में तीन लाख का लोन पास हुआ है तो अफसर अली ने शाखा प्रबंधक को जवाब दिया कि मेरे पिता की मृत्यु करीब 30 वर्ष पूर्व हो चुकी है। फिर यह लोन किसने और कब निकाला। जिसको लेकर बैंक के अंदर ही शाखा प्रबंधक और अफसर अली के बीच तीखी बहस हुई। उसके बाद अफसर अली ने पढुआ थाने में शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई।
वहीं इस पूरे मामले में पढुआ थाना प्रभारी निराला तिवारी ने बताया कि, तहरीर मिली है। जांच की जा रही है। यह सही है कि उसके पिता की मृत्यु 30 वर्ष पूर्व हो चुकी है। लेकिन जिले में किसी मृत व्यक्ति को लोन देने का मामला पहली बार देखने को मिल रहा है। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं, इस मामले पर बैंक के वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।