UP : शाही रथ पर मॉडल को बिठाने पर मचा बवाल, हर्षा रिछारिया पर क्यों भड़के शंकराचार्य-कहा-महाकुंभ में चेहरे की खूबसूरती मायने नहीं रखती
प्रयागराज महाकुंभ में आकर सोशल मीडिया सेंसेशन बनी हर्षा रिछारिया को लेकर ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हर्षा रिछारिया को संतों-महात्माओं के शाही रथ पर स्थान देना उचित नहीं है। वह श्रद्धालु के रूप में शामिल होतीं तो भी ठीक था, लेकिन उन्हें भगवा वस्त्र पहनाकर शाही रथ पर बैठाना पूरी तरह गलत है।
Jan 15, 2025, 17:40 IST
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प्रयागराज के महाकुंभ में चर्चा का विषय बनी मॉडल और एंकर हर्षा रिछारिया को लेकर नया विवाद शुरू हो गया है। विवाद हर्षा को महाकुंभ के पहले अमृत स्नान में शामिल करने और महामंडलेश्वर के शाही रथ पर बैठाने को लेकर है। ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती को यह बिल्कुल पसंद नहीं आया। उन्होंने इसे लेकर सवाल उठाए हैं। READ ALSO:-
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा-महाकुंभ में इस तरह की परंपरा शुरू करना पूरी तरह गलत है। यह विकृत मानसिकता का नतीजा है। महाकुंभ में चेहरे की सुंदरता नहीं, बल्कि मन की सुंदरता देखी जानी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि संतों-महात्माओं के शाही रथ पर किसी ऐसे व्यक्ति को जगह देना उचित नहीं है, जिसने अभी तक यह तय नहीं किया है कि उसे संन्यास की दीक्षा लेनी है या विवाह करना है। वह श्रद्धालु के तौर पर भी शामिल होती तो भी ठीक था, लेकिन उसे भगवा वस्त्र पहनाकर शाही रथ पर बैठाना पूरी तरह गलत है।
शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि सनातन के प्रति श्रद्धा होना जरूरी है। महाकुंभ में चेहरे की सुंदरता नहीं, बल्कि मन की सुंदरता दिखनी चाहिए थी। जिस तरह पुलिस की वर्दी सिर्फ पुलिस में भर्ती होने वालों को दी जाती है, उसी तरह भगवा वस्त्र सिर्फ संन्यासियों को ही पहनने की अनुमति है।
सबसे खूबसूरत साध्वी के तौर पर चर्चा में
हर्षा रिछारिया निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर कैलाशानंद महाराज की शिष्या हैं और मूल रूप से मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की रहने वाली हैं। साध्वी होने के साथ ही हर्षा सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर भी हैं। उनके वायरल वीडियो और तस्वीरों को देखकर उनके प्रशंसक उन्हें महाकुंभ 2025 फेम का खिताब दे रहे हैं। हर्षा रिछारिया रातों-रात इसलिए मशहूर नहीं हुईं क्योंकि वह साध्वी हैं, बल्कि सोशल मीडिया पर उनके वायरल होने और फॉलोअर्स बढ़ने की बड़ी वजह उनकी खूबसूरती है। हर्षा रिछारिया को महाकुंभ 2025 में आने वाली सबसे खूबसूरत साध्वी कहा जा रहा है।
हर्षा रिछारिया निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर कैलाशानंद महाराज की शिष्या हैं और मूल रूप से मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की रहने वाली हैं। साध्वी होने के साथ ही हर्षा सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर भी हैं। उनके वायरल वीडियो और तस्वीरों को देखकर उनके प्रशंसक उन्हें महाकुंभ 2025 फेम का खिताब दे रहे हैं। हर्षा रिछारिया रातों-रात इसलिए मशहूर नहीं हुईं क्योंकि वह साध्वी हैं, बल्कि सोशल मीडिया पर उनके वायरल होने और फॉलोअर्स बढ़ने की बड़ी वजह उनकी खूबसूरती है। हर्षा रिछारिया को महाकुंभ 2025 में आने वाली सबसे खूबसूरत साध्वी कहा जा रहा है।
इंस्टाग्राम पर अचानक बढ़े फॉलोअर्स
साध्वी हर्षा का कहना है कि 13 जनवरी को सोशल मीडिया पर उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर करीब 667K फॉलोअर्स थे, जबकि 14 जनवरी को एक दिन में अचानक उनके फॉलोअर्स की संख्या बढ़ गई और उनके फॉलोअर्स 1 मिलियन तक पहुंच गए। यानी एक दिन में हर्षा के फॉलोअर्स में 3 लाख 33 हजार का इजाफा हुआ है।
साध्वी हर्षा का कहना है कि 13 जनवरी को सोशल मीडिया पर उनके इंस्टाग्राम अकाउंट पर करीब 667K फॉलोअर्स थे, जबकि 14 जनवरी को एक दिन में अचानक उनके फॉलोअर्स की संख्या बढ़ गई और उनके फॉलोअर्स 1 मिलियन तक पहुंच गए। यानी एक दिन में हर्षा के फॉलोअर्स में 3 लाख 33 हजार का इजाफा हुआ है।
साध्वी के तौर पर वायरल होने के बाद लोग हर्षा रिछारिया की पुरानी तस्वीरें और वीडियो भी शेयर कर रहे हैं। इन सभी में वह किसी में एंकरिंग करती नजर आ रही हैं, किसी भक्ति एल्बम में एक्टिंग करती नजर आ रही हैं और इंस्टाग्राम पर कंटेंट भी बना रही हैं। उनके इंस्टाग्राम बायो में उनके आध्यात्मिक जुड़ाव और उत्तराखंड से जुड़ाव का भी जिक्र है। उनकी ज्यादातर पोस्ट धार्मिक विषयों पर केंद्रित होती हैं। साथ ही वह सोशल मीडिया पर हिंदूवादी बातें करती नजर आती हैं। जिसके चलते उन्हें कई बार धमकियां भी मिल चुकी हैं।
दो साल पहले साध्वी बनी
अपनी खूबसूरती के कारण चर्चा में आईं साध्वी हर्षा रिछारिया कहती हैं कि दो साल पहले शांति की तलाश में उन्होंने आध्यात्म की ओर रुख किया और जीवन में जो कुछ करना चाहती थीं, सब छोड़कर साध्वी बनने का रास्ता चुना। वह एंकर रह चुकी हैं, शो होस्ट करती थीं और घूमना-फिरना पसंद करती थीं, इसलिए ट्रैवल ब्लॉग बनाती थीं। ग्लैमरस लाइफ छोड़कर वह शांति की दुनिया में खुश हैं।
अपनी खूबसूरती के कारण चर्चा में आईं साध्वी हर्षा रिछारिया कहती हैं कि दो साल पहले शांति की तलाश में उन्होंने आध्यात्म की ओर रुख किया और जीवन में जो कुछ करना चाहती थीं, सब छोड़कर साध्वी बनने का रास्ता चुना। वह एंकर रह चुकी हैं, शो होस्ट करती थीं और घूमना-फिरना पसंद करती थीं, इसलिए ट्रैवल ब्लॉग बनाती थीं। ग्लैमरस लाइफ छोड़कर वह शांति की दुनिया में खुश हैं।