ग्रेटर नोएडा में बस रही न्यूयॉर्क जैसी सपनों की स्मार्ट सिटी: 750 एकड़ में 30 हजार लोगों का होगा आशियाना, 50 हजार को मिलेगा रोजगार
DMIC प्रोजेक्ट के तहत इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप का विकास तेज, ₹4000 करोड़ का निवेश आकर्षित, जल्द लॉन्च होगी ग्रुप हाउसिंग स्कीम।
Apr 15, 2025, 14:31 IST
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ग्रेटर नोएडा/मेरठ, 15 अप्रैल 2025: अगर आप राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में, विशेषकर ग्रेटर नोएडा में, अपने सपनों का घर बनाने या बेहतर रोजगार के अवसर तलाश रहे हैं, तो आपके लिए एक बड़ी खुशखबरी है। ग्रेटर नोएडा में दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (DMIC) जैसी महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत लगभग 750 एकड़ (302.63 हेक्टेयर) भूमि पर एक अत्याधुनिक एकीकृत औद्योगिक टाउनशिप (Integrated Industrial Township - IIT) का विकास तेज गति से चल रहा है। इसे भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एक स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है।READ ALSO:-UP में अब शॉपिंग मॉल और रेस्टोरेंट में भी मिलेगी बीयर-वाइन, योगी सरकार की नई आबकारी नीति को मंजूरी
विश्वस्तरीय मानकों पर आधारित स्मार्ट सिटी
इस टाउनशिप को विश्व स्तरीय मानकों के अनुरूप डिजाइन किया गया है, जिसका लक्ष्य इसे एक मजबूत, टिकाऊ और स्मार्ट शहरी केंद्र बनाना है। यह परियोजना DMIC के दादरी-नोएडा-गाजियाबाद निवेश क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका उद्देश्य वाणिज्यिक और औद्योगिक विकास के लिए बड़े पैमाने पर निवेश को आकर्षित करना और सुविधाजनक बनाना है।
आवास, रोजगार और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर
इस महत्वाकांक्षी टाउनशिप परियोजना में न केवल आधुनिक उद्योगों के लिए स्थान होगा, बल्कि यह हजारों लोगों के लिए घर और रोजगार का केंद्र भी बनेगी। योजना के अनुसार:
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आवासीय क्षमता: इस स्मार्ट सिटी में लगभग 30,000 लोगों के रहने के लिए आवास विकसित किए जाएंगे।
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रोजगार सृजन: पूर्ण विकसित होने पर यहां करीब 50,000 लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होने का अनुमान है।
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एकीकृत विकास: टाउनशिप को आधुनिक उद्योगों, आरामदायक आवासीय क्षेत्रों, जीवंत वाणिज्यिक स्थानों और आवश्यक सामाजिक बुनियादी ढांचे (जैसे स्कूल, अस्पताल आदि) के एक आदर्श मिश्रण के रूप में डिजाइन किया गया है।
हाई-टेक सुविधाएं और सुरक्षा
यहां रहने वाले निवासियों और काम करने वाले लोगों की सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाएगा। पानी की आपूर्ति, निर्बाध बिजली, सुगम यातायात प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था जैसी आवश्यक सेवाओं को अत्याधुनिक तकनीक (स्मार्ट टेक्नोलॉजी) का उपयोग करके प्रबंधित किया जाएगा। पूरी टाउनशिप को व्यापक सीसीटीवी कैमरा नेटवर्क से लैस किया जाएगा ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
निवेश और औद्योगिक प्रगति
टाउनशिप ने पहले ही महत्वपूर्ण निवेश आकर्षित करना शुरू कर दिया है:
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निवेश: विभिन्न कंपनियों द्वारा अब तक ₹4,000 करोड़ से अधिक का निवेश किया जा चुका है।
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कंपनियां: हायर इलेक्ट्रॉनिक्स, फॉर्मी मोबाइल, सत्कृति इंफोटेनमेंट, चेनफेंग (LED कंपनी), और जे वर्ल्ड इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी कई बड़ी और प्रतिष्ठित कंपनियों ने यहां अपनी इकाइयां स्थापित करने के लिए निवेश किया है।
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औद्योगिक प्लॉट: अब तक कुल 19 औद्योगिक कंपनियों को भूखंड आवंटित किए जा चुके हैं।
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संचालन शुरू: इनमें से चार कंपनियों ने पहले ही अपना परिचालन शुरू कर दिया है, जिससे प्रारंभिक चरण में ही 11,000 युवाओं को रोजगार मिल चुका है।
जल्द आएगी ग्रुप हाउसिंग स्कीम
औद्योगिक विकास के साथ-साथ, अब आवासीय और वाणिज्यिक क्षेत्र पर भी ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। परियोजना की कार्यान्वयन एजेंसी, आईआईटीजीएनएल (IITGNL - इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिप ग्रेटर नोएडा लिमिटेड), जल्द ही टाउनशिप के भीतर ग्रुप हाउसिंग और कॉमर्शियल भूखंडों के लिए नई योजनाएं लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। इससे आम लोगों के लिए यहां अपना घर बनाने का सपना साकार हो सकेगा।
यह इंटीग्रेटेड टाउनशिप न केवल ग्रेटर नोएडा के विकास को नई ऊंचाइयां देगी, बल्कि दिल्ली-एनसीआर, जिसमें मेरठ जैसे शहर भी शामिल हैं, के निवासियों के लिए आवास और रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगी।
