मुजफ्फरनगर में 'फर्जी सिपाही' का पर्दाफाश: वर्दी पहनकर 20 महिलाओं को बनाया शिकार, 10 से बनाए शारीरिक संबंध!

 'राहुल' और 'अब्दुल' बनकर विधवाओं-तलाकशुदाओं को फंसाता था 10वीं पास नौशाद, पुलिसिया पूछताछ में कबूला घिनौना सच
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मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसने वर्दी की गरिमा को तार-तार कर दिया है। यहां पुलिस ने एक ऐसे शातिर जालसाज को गिरफ्तार किया है, जिसने खुद को पुलिसवाला बताकर पिछले तीन वर्षों में 20 बेकसूर महिलाओं को अपने जाल में फंसाया और उनमें से 10 के साथ शारीरिक शोषण किया। 10वीं पास नौशाद, जो हिन्दू महिलाओं के लिए 'राहुल' और मुस्लिम महिलाओं के लिए 'अब्दुल' बनकर अपनी काली करतूतों को अंजाम देता था, आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। पूछताछ में उसने अपने घिनौने अपराधों का चौंकाने वाला कबूलनामा किया है।Read also:-मेरठ से अब सीधे 'प्रभु श्री राम' और 'बाबा विश्वनाथ' के धाम! सिर्फ 12 घंटे में पूरी होगी धार्मिक यात्रा

 

'वर्दी का पावर प्ले': कैसे महिलाओं को बनाता था शिकार?
32 वर्षीय नौशाद, जो चरथावल कस्बे का रहने वाला है, ने महिलाओं को ठगने के लिए एक कुटिल रणनीति अपनाई थी। वह पुलिस की वर्दी पहनकर अकेले रहने वाली महिलाओं, खासकर विधवाओं या पति से अलग रह रही महिलाओं को निशाना बनाता था। वर्दी के रौब और झूठे वादों से वह उनका विश्वास जीतता और फिर उन्हें अपने प्रेम के जाल में फंसाकर उनका शारीरिक शोषण करता था। पूछताछ में उसने बताया कि उसने असम से लेकर मेघालय और दिल्ली से लेकर मुजफ्फरनगर तक कई महिलाओं को अपना शिकार बनाया। उसकी बातों में आकर महिलाएं उस पर आसानी से भरोसा कर लेती थीं, जिसके बाद वह अपनी नीच हरकतों को अंजाम देता था।

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एक शिकायती चिट्ठी ने खोला 'पाखंडी' का पोल
इस पूरे गोरखधंधे का पर्दाफाश तब हुआ, जब एक पीड़ित महिला ने आखिरकार हिम्मत जुटाकर नगर कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एसएसपी संजय कुमार वर्मा ने तत्काल जांच के आदेश दिए और इसकी जिम्मेदारी सीओ सिटी राजू कुमार साव को सौंपी। गहन जांच के बाद पुलिस ने आखिरकार नौशाद त्यागी को धर दबोचा।
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'मित्र की वर्दी' बनी गुनाहों का लिबास
पूछताछ में नौशाद ने बताया कि कुछ समय पहले वह संभल में अपने एक सिपाही दोस्त के साथ रह रहा था। उसके दोस्त के चुनाव ड्यूटी पर जाने के दौरान उसकी वर्दी बैग में ही छूट गई थी। इसी वर्दी का इस्तेमाल कर नौशाद ने फर्जी पुलिसवाला बनकर महिलाओं को ठगने की खौफनाक योजना बनाई। वर्दी पहनकर वह खुद को कॉन्स्टेबल बताता और आसानी से महिलाओं का भरोसा जीत लेता था। सोशल मीडिया और फोन कॉल्स के जरिए वह महिलाओं से नजदीकियां बढ़ाता और फिर उन्हें अपनी हवस का शिकार बनाता था।

 ये आरोपी नौशाद की पुलिस वर्दी में तस्वीर है।

दो पत्नियां, लेकिन हवस का कोई अंत नहीं
नौशाद दो शादियां कर चुका है। उसकी पहली पत्नी की उम्र 55 साल है और वह चरथावल इलाके में रहती है, जबकि दूसरी पत्नी सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के कच्ची सड़क इलाके में। यह जानकर हैरानी होती है कि दो पत्नियां होने के बावजूद उसकी हवस शांत नहीं हुई और उसने कई और महिलाओं की जिंदगी बर्बाद कर दी।

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कानूनी शिकंजा और जनता से अपील
फिलहाल, पुलिस ने आरोपी नौशाद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है और उसके पास से पुलिस वर्दी भी बरामद कर ली गई है। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी अनजान व्यक्ति पर, खासकर वर्दीधारी पर, बिना पूरी तरह से जांच-पड़ताल किए भरोसा न करें और उनकी पहचान सुनिश्चित करने के लिए विभागीय आईडी अवश्य देखें। यह मामला एक कड़वा सबक है कि बाहरी दिखावे और मीठी बातों के पीछे छिपे धोखेबाजों से हमेशा सतर्क रहना चाहिए।
SONU

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