जेल में मोबाइल पहुंचाने के मामले में शेरकोट निवासी पूर्व विधायक मोहम्मद गाजी गिरफ्तार, पूर्व विधायक शाहनवाज राणा से बरामद हुआ था फोन

मुजफ्फरनगर जिला कारागार में मोबाइल बरामदगी का मामला, बिजनौर के पूर्व विधायक पर नौकर की आईडी से फर्जी सिम निकलवाने का आरोप
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MOH GAZHI
मुजफ्फरनगर: मुजफ्फरनगर जिला कारागार में पूर्व विधायक शाहनवाज राणा से मोबाइल फोन बरामद होने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने इस मामले में बुधवार को शाहनवाज राणा के समधी और बिजनौर के बढापुर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक मोहम्मद गाजी को गिरफ्तार कर लिया है। नई मंडी कोतवाली पुलिस ने गाजी को पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसके बाद घंटों चली पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।READ ALSO:-बिजनौर में गेहूं काट रहे किसानों पर गुलदार का कहर, एक साथ आधा दर्जन पर हमला, पांच गंभीर

 

नौकर की आईडी का दुरुपयोग कर निकाला फर्जी सिम, फिर जेल में पहुंचाया
पुलिस के अनुसार, पूर्व विधायक गाजी पर आरोप है कि उन्होंने अपने नौकर आमिर की आईडी का गलत इस्तेमाल करते हुए धोखाधड़ी से एक सिम कार्ड निकलवाया था। आमिर समना सराय शेरकोट का रहने वाला है और मोहम्मद गाजी के यहां काम करता है। पुलिस का कहना है कि गाजी ने इस सिम को कूटरचित तरीके से निकलवाकर बाद में शाहनवाज राणा तक जेल में पहुंचाया।

 पूर्व विधायक शाहनवाज राणा।

गुरुवार को कोर्ट में पेश किए जाएंगे गाजी
एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि मोहम्मद गाजी को घंटों पूछताछ के बाद मुल्जिम बनाते हुए गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्हें गुरुवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

 

मोबाइल बरामदगी से शुरू हुई जांच, जेल प्रशासन ने भी की कार्रवाई
यह पूरा मामला तब सामने आया जब जीएसटी चोरी के आरोप में मुजफ्फरनगर जिला कारागार में बंद पूर्व विधायक शाहनवाज राणा की बैरक में चेकिंग के दौरान एक मोबाइल फोन बरामद हुआ। इस मामले में जेलर की शिकायत पर नई मंडी थाने में शाहनवाज राणा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। प्रारंभिक जांच में पता चला कि मोबाइल में इस्तेमाल किया गया सिम कार्ड आमिर नाम के व्यक्ति की आईडी पर था, जो पूर्व विधायक मोहम्मद गाजी का नौकर है। इस घटना के बाद जेल प्रशासन ने भी त्वरित कार्रवाई करते हुए हेड वार्डन रामरूप को निलंबित कर दिया था और चार जेल गार्ड्स के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी थी।

 

सिम की साजिश का हुआ पर्दाफाश, नौकर को नहीं थी जानकारी
एसपी सिटी ने आगे बताया कि मोहम्मद गाजी ने अपने नौकर आमिर की पुरानी आईडी का इस्तेमाल कर सिम निकलवाया था। इस सिम को पहले शाहनवाज राणा के परिवार के सदस्यों को भेजा गया था, जहां कुछ समय तक इसका इस्तेमाल किया गया। बाद में, जेल में मुलाकात के दौरान यह सिम शाहनवाज राणा तक पहुंचा दिया गया। पुलिस ने स्पष्ट किया कि इस पूरी साजिश के बारे में गाजी के नौकर आमिर को कोई जानकारी नहीं थी। पुलिस ने इस मामले में कूटरचित सिम उपलब्ध कराने और धोखाधड़ी की धाराओं को भी जोड़ा है।

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शाहनवाज राणा पर गैंगस्टर एक्ट, जांच का दायरा बढ़ा
ताजा जानकारी के अनुसार, पूर्व विधायक शाहनवाज राणा और उनके बेटे के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की गई है। अब इस मामले में मोहम्मद गाजी का नाम भी सामने आने से जांच का दायरा और बढ़ गया है। पुलिस ने पहले गाजी को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसके बाद बुधवार को उनकी गिरफ्तारी हुई। पुलिस अब इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि यह पता चल सके कि इस साजिश में और कौन-कौन शामिल है।
SONU

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