मेरठ में 'WhatsApp वाला मौत का सौदा': ऑनलाइन हथियारों के काले बाजार का पर्दाफाश, सैकड़ों पिस्टल बेच चुके 2 तस्कर धरे गए

स्वाट और सरूरपुर पुलिस ने दबोचा 'डिजिटल' गैंग, 5 अवैध पिस्टल, मैगज़ीन और जिंदा कारतूस बरामद, SP देहात बोले- 30 से 50 हजार में होती थी सप्लाई
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MRT
मेरठ: 'डिजिटल इंडिया' की आड़ में चल रहे 'मौत के ऑनलाइन कारोबार' का मेरठ पुलिस ने पर्दाफाश किया है। WhatsApp जैसे मैसेजिंग ऐप का इस्तेमाल कर अवैध हथियारों की ऑन डिमांड सप्लाई करने वाले एक बड़े गिरोह के दो सदस्यों को बुधवार को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इनके कब्जे से भारी मात्रा में अवैध हथियार और जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता के दौरान एसपी देहात राकेश कुमार मिश्रा ने इस 'ऑनलाइन गैंग' के गोरखधंधे का खुलासा किया।READ ALSO:-बागपत में प्रेम प्रसंग का खौफनाक अंत: मुकीमपुरा गांव में पीट-पीटकर युवक की हत्या, युवती के परिजनों पर आरोप, एक हिरासत में

 

एसपी देहात राकेश कुमार मिश्रा ने बताया कि पुलिस और स्वाट टीम को सूचना मिली थी कि सोशल मीडिया के जरिए अवैध हथियारों की ऑनलाइन सप्लाई की जा रही है। इस सूचना पर काम करते हुए पता चला कि आरोपी वॉट्सऐप पर अवैध पिस्टलों की तस्वीरें ग्राहकों को भेजते थे और डील फाइनल होने के बाद हथियारों की डिलीवरी करते थे। जांच में सामने आया कि आरोपी एक पिस्टल को 30 हजार से लेकर 50 हजार रुपये तक की मोटी कीमत में बेचते थे। पूछताछ और तकनीकी पड़ताल में यह भी पता चला कि यह गैंग अब तक ऑनलाइन माध्यम से सैकड़ों अवैध हथियारों की डिलीवरी कर चुका था। 

मुखबिर से मिली पुख्ता जानकारी और मोबाइल नंबरों को सर्विसलांस पर लगाने के बाद, बुधवार को स्वाट टीम और सरूरपुर थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए इस 'डिजिटल गैंग' के दो सदस्यों को धर दबोचा। एसपी देहात ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान कंकरखेड़ा निवासी आदित्य और लिसाड़ी गेट निवासी शहवेज के रूप में हुई है।

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पुलिस द्वारा की गई तलाशी और आरोपियों से पूछताछ के बाद, उनके पास से 5 अवैध पिस्टल, 7 मैगज़ीन और कुछ जिंदा कारतूस बरामद किए गए। इसके अलावा, हथियार तस्करी में इस्तेमाल की जा रही एक बाइक भी पुलिस ने बरामद की है। गिरफ्तार आरोपी आदित्य और शहवेज ने पूछताछ में ऑनलाइन हथियारों की सप्लाई के इस पूरे रैकेट का खुलासा किया है। पुलिस अब दोनों आरोपियों का आपराधिक इतिहास खंगाल रही है और पूछताछ पूरी होने के बाद उन्हें जेल भेजने की तैयारी की जा रही है। पुलिस इस गैंग से जुड़े अन्य सदस्यों की तलाश में भी जुट गई है। यह पर्दाफाश दिखाता है कि अपराधी किस तरह नए-नए डिजिटल माध्यमों का दुरुपयोग कर रहे हैं।
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