मेरठ में मौसम का पलटवार: 18 अप्रैल को आंधी-बारिश का अलर्ट, किसानों पर संकट
मौसम विभाग की चेतावनी: कटी हुई फसलें तुरंत सुरक्षित करें, तापमान 35.9 डिग्री के पार; गेहूं, सरसों और आम की फसलों को नुकसान की आशंका
Apr 16, 2025, 13:06 IST
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मेरठ: मेरठ और आसपास के जिलों के किसानों के लिए एक चिंताजनक खबर सामने आई है। मौसम विभाग ने आगामी 18 अप्रैल को तेज आंधी के साथ बारिश की संभावना जताई है, जिससे खेतों में पड़ी कटी हुई फसलों को भारी नुकसान हो सकता है। सरदार पटेल कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर यूपी शाही ने इस संबंध में विशेष सलाह जारी की है, जिसमें किसानों से आग्रह किया गया है कि वे अपनी कटी हुई गेहूं, सरसों और आम की फसल को बिना किसी देरी के सुरक्षित भंडारण गृहों में पहुंचा दें।READ ALSO:-मेरठ: मंडप सजा, खाना भी तैयार था, और दुल्हन प्रेमी संग ब्यूटी पार्लर से फरार! मंडप रह गया सूना
दरअसल, मेरठ और इसके आसपास के क्षेत्रों में पिछले कुछ दिनों से गर्मी का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। मंगलवार को मौसम कार्यालय पर दिन का अधिकतम तापमान 35.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 19.6 डिग्री सेल्सियस रहा। इस बढ़ती गर्मी के बीच मौसम में संभावित बदलाव किसानों के लिए एक नई चुनौती लेकर आ सकता है।
मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर यूपी शाही ने इस मौसम परिवर्तन का कारण बताते हुए कहा कि 11 अप्रैल को पश्चिमी विक्षोभ के चलते क्षेत्र में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई थी, जिससे तापमान में कुछ गिरावट आई थी। हालांकि, अब मौसम फिर से बदल रहा है और 18 व 19 अप्रैल को एक बार फिर तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना है।
डॉक्टर शाही ने किसानों को आगाह करते हुए कहा कि इस संभावित मौसम परिवर्तन से गेहूं, सरसों और आम की फसल को काफी नुकसान पहुंच सकता है। खेतों में कटी पड़ी फसलें बारिश और तेज हवाओं के कारण खराब हो सकती हैं, जिससे किसानों को आर्थिक रूप से बड़ा झटका लग सकता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि किसानों को इस खतरे को गंभीरता से लेना चाहिए और अपनी मेहनत से काटी गई फसल को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर भंडारित कर लेना चाहिए।
गौरतलब है कि इस समय मेरठ और आसपास के क्षेत्रों में रबी की फसल की कटाई का कार्य लगभग पूरा हो चुका है और किसानों ने अपनी फसलें खेतों में सुखाने के लिए रखी हैं। ऐसे में मौसम विभाग की यह चेतावनी किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है। उन्हें अब तेजी से अपनी फसलों को मंडियों या अपने भंडारण स्थलों तक पहुंचाने की व्यवस्था करनी होगी ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।
मौसम विभाग के इस अलर्ट ने किसानों की चिंताएं बढ़ा दी हैं। पहले से ही बढ़ती गर्मी और अब संभावित बारिश की आशंका ने उन्हें अपनी फसलों की सुरक्षा को लेकर और अधिक सतर्क कर दिया है। अब देखना यह होगा कि किसान मौसम विभाग की इस सलाह पर कितना ध्यान देते हैं और अपनी फसलों को बचाने में कितने सफल हो पाते हैं। फिलहाल, मौसम विभाग की यह चेतावनी मेरठ और आसपास के कृषि समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण सूचना है जिस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।
