मेरठ CCSU में 'वार्डनशाही' का कहर: बी.टेक छात्र की पिटाई से यूनिवर्सिटी में बवाल!

 आधी रात को VC आवास का घेराव, 'इंसाफ' के लिए सुबह तक प्रदर्शन; असिस्टेंट वार्डन पद से हटाए गए, पर छात्र चाहते हैं FIR
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CCSU-M
मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (CCSU) कैंपस में एक चौंकाने वाली घटना ने छात्रों के गुस्से को भड़का दिया है। कैलाश प्रकाश हॉस्टल के असिस्टेंट वार्डन डी.के. चौहान पर बी.टेक के एक छात्र को डंडे से बुरी तरह पीटने का आरोप है, जिसके बाद यूनिवर्सिटी में भारी हंगामा हो गया। गुस्साए छात्र आधी रात से लेकर सुबह तक कुलपति आवास के बाहर डटे रहे और आरोपी वार्डन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते रहे।READ ALSO:-मेरठ में दिल दहला देने वाली घटना: 14 साल की किशोरी से दुष्कर्म, 7 माह की गर्भवती! आरोपी फरार

 

रात के 12 बजे का 'ड्रॉमा': पानी फैलाने से शुरू हुआ, डंडे पर खत्म
यह घटना गुरुवार रात करीब 12 बजे की है। असिस्टेंट वार्डन डी.के. चौहान को हॉस्टल में हंगामे की खबर मिली। छात्रों का कहना था कि कुछ लड़के गैलरी में पानी फैला रहे थे। वार्डन जब हॉस्टल पहुँचे, तो उन्होंने देखा कि गैलरी में पानी भरा हुआ था। संयोगवश, गुरुवार को ही बी.टेक के इन छात्रों की परीक्षाएं खत्म हुई थीं।

 


एक कमरे में चार छात्रों को देखकर असिस्टेंट वार्डन डी.के. चौहान ने उनसे पूछताछ शुरू की। गैलरी में पानी फैलने पर उन्होंने आपत्ति जताई, और इसी बात पर उनकी एक छात्र से कहासुनी हो गई। आरोप है कि इसके बाद डी.के. चौहान ने बी.टेक प्रथम वर्ष के छात्र प्रदीप उपाध्याय की डंडे से पिटाई करनी शुरू कर दी।

 

छात्रों का फूटा गुस्सा: VC आवास पर आधी रात को 'धरना'
प्रदीप की पिटाई की खबर हॉस्टल में आग की तरह फैल गई। देखते ही देखते हॉस्टल के बाकी छात्र एकजुट हो गए और सीधे कुलपति आवास पर पहुँचकर जमकर हंगामा करने लगे। छात्र सुबह तीन बजे तक कुलपति आवास के बाहर धरने पर बैठे रहे, असिस्टेंट वार्डन के खिलाफ तत्काल और कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे थे।

 

शुक्रवार सुबह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ता भी छात्रों के साथ कुलपति कार्यालय पहुँचे और विरोध प्रदर्शन किया। पीड़ित छात्र प्रदीप उपाध्याय ने अपनी बात रखते हुए बताया कि उसने पानी नहीं गिराया था, बल्कि परीक्षा खत्म होने के बाद कुछ छात्र रात को नहा रहे थे, जिससे पानी गैलरी में गिर गया था।

 

छात्र नेता की हुंकार: 'सिर्फ हटाना काफी नहीं, FIR हो!'
छात्र नेता विनीत चपराणा भी अपने साथियों के साथ इस प्रदर्शन में शामिल रहे। उन्होंने कहा, "छात्र की इस तरह डंडे से पिटाई करना बेहद शर्मनाक है। हमने कुलपति से मांग की है कि डी.के. चौहान को सिर्फ वार्डन पद से ही नहीं, बल्कि सिक्योरिटी के सभी पदों से हटाया जाए और वह छात्रों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगें।" चपराणा ने चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई नहीं होगी, वे अपना धरना जारी रखेंगे। उन्होंने पिटाई के इस मामले में डी.के. चौहान के खिलाफ FIR दर्ज कराने की भी पुरजोर मांग की है।

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प्रशासन का 'पहला' कदम: असिस्टेंट वार्डन पद से हटाए गए
छात्रों के बढ़ते दबाव और विरोध प्रदर्शन को देखते हुए, चीफ वार्डन प्रो. दिनेश कुमार छात्रों के बीच पहुँचे। उन्होंने छात्रों को सूचित किया कि प्रो. डी.के. चौहान को असिस्टेंट वार्डन पद से हटा दिया गया है और पूरे मामले की जांच की जा रही है।
वहीं, इस पूरे मामले पर प्रो. डी.के. चौहान का कहना है कि हॉस्टल में छात्र बाल्टी से पानी भर रहे थे और उन्हें छात्रों के हुड़दंग करने और गार्डों के साथ बदसलूकी करने की शिकायतें मिली थीं।

 

यह घटना कैंपस में छात्रों की सुरक्षा, वार्डन के व्यवहार और अनुशासन बनाए रखने के तरीकों पर गंभीर सवाल उठाती है। क्या यह मामला सिर्फ पद से हटाने तक ही सीमित रहेगा, या पुलिस इसमें आगे की कार्रवाई करेगी?
SONU

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