UP का गेमचेंजर गंगा एक्सप्रेसवे: 79% काम पूरा, पश्चिमी से पूर्वी यूपी का सफर होगा बेहद आसान, जाने कब तक कर सकेंगे यात्रा?
मेरठ से प्रयागराज तक 594 किमी लंबा एक्सप्रेसवे तेजी से आकार ले रहा, स्ट्रक्चर्स से लेकर अर्थवर्क तक का काम जोरों पर, जुलाई 2025 में शुरू होने की संभावना
Apr 26, 2025, 14:54 IST
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लखनऊ: देशभर में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए कई एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य चल रहा है, जिनमें उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रस्तावित गंगा एक्सप्रेसवे एक अत्यंत महत्वपूर्ण परियोजना है। इसका मुख्य उद्देश्य राज्य के पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों के बीच कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी सुधार करना है, जिससे मेरठ से लेकर प्रयागराज तक लोगों का सफर बेहद आसान हो जाएगा। यूपी में इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य अत्यंत तेजी से किया जा रहा है।READ ALSO:-UP में सस्ती दवाओं का रास्ता साफ: खुलेंगे 1110 नए जन औषधि केंद्र; 850 से ज्यादा नर्सिंग ऑफिसर व लैब सहायक प्रमोट
हाल ही में इस महत्वाकांक्षी एक्सप्रेसवे के काम का ताजा अपडेट सामने आया है, जिसके अनुसार अब तक कुल 79 फीसदी काम पूरा किया जा चुका है। परियोजना के विभिन्न घटकों की बात करें तो, 1500 में से 1460 स्ट्रक्चर्स (पुल, अंडरपास आदि) का निर्माण पूरा हो चुका है। इसके अलावा, अर्थवर्क (भूमि समतलीकरण) का काम 99 फीसदी, और क्लियरिंग एंड ग्रबिंग (C&G) का काम लगभग 100 फीसदी पूरा हो चुका है। ग्रेन्युलर सब-बेस (GSB) का काम 85 फीसदी और वेट मिक्स मैकडैम (WMM) का काम भी 84 फीसदी तक पूरा किया जा चुका है। डेंस बिटुमिनस मैकडैम (DBM) के काम की बात करें, तो यह भी 82 फीसदी पूरा किया गया है। हर सेक्शन में अभी कुछ न कुछ काम बाकी है, जिसकी प्रगति को देखते हुए अभी तक कुल मिलाकर करीब 79 फीसदी काम में प्रगति देखने को मिल रही है।
मेरठ से प्रयागराज तक इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 594 किलोमीटर है। एक बार चालू होने के बाद, यह एक्सप्रेसवे मुजफ्फरनगर, बिजनौर, ठाकुरद्वारा, चांदपुर, मेरठ, अमरोहा, मुरादाबाद, हापुड़, रामपुर, दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर [नोएडा], बुलन्दशहर, बरेली, शाहजहांपुर, अलीगढ़, हाथरस, सीतापुर, मथुरा, आगरा, लखनऊ, गोरखपुर, आजमगढ़, जौनपुर, बलिया और प्रयागराज तक के लोगों का सफर आसान बना देगा। यह एक्सप्रेसवे दो राज्यों - दिल्ली और उत्तर प्रदेश - को सीधे तौर पर जोड़ने का काम भी करेगा, जिससे दोनों राज्यों के बीच यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस महत्वपूर्ण एक्सप्रेसवे को जुलाई 2025 में यातायात के लिए खोलने की योजना पर काम किया जा रहा है। परियोजना की मौजूदा गति को देखते हुए तय समय पर इसके शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है।
