UP पुलिस की बड़ी कार्रवाई, पूर्व सांसद शाहिद अखलाक की फैक्ट्री में छापा, CCTV फुटेज कब्जे में ली
मेरठ में पूर्व सांसद शाहिद अखलाक की मीट फैक्ट्री पर छापा मारा गया है। फैक्ट्री पर हंगामा मच गया है। बताया जा रहा है कि हाल ही में एनसीआर में एक मीट फैक्ट्री पर कार्रवाई की गई है।
Nov 26, 2024, 00:00 IST
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नोएडा के सूरजपुर थाना पुलिस रविवार को पूर्व सांसद शाहिद अखलाक की अलीपुर जिजमाना स्थित अल साकिब मीट फैक्ट्री पर पहुंची। नोएडा सूरजपुर में मीट तस्करी के एक आरोपी द्वारा दी गई सूचना और हिंदू संगठनों की शिकायत के आधार पर यह कार्रवाई की गई। छापेमारी के दौरान पुलिस, प्रशासनिक और निगम की टीम ने फैक्ट्री की गहनता से जांच की। हालांकि उन्हें वहां कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला। READ ALSO:-मेरठ का 'सुपर हीरो' दूल्हा: शादी छोड़ चोर को पकड़ने के लिए चढ़ गया हाइवे पर दौड़ रही गाड़ी में, फिर जो हुआ देखें Video
पूर्व सांसद ने बताया कि फैक्ट्री से मीट का निर्यात नहीं हो रहा है। अक्टूबर तक मीट की बिक्री स्थानीय स्तर पर ही होती थी। अक्टूबर से फैक्ट्री बंद है। जांच टीम ने फैक्ट्री की सीसीटीवी फुटेज कब्जे में ले ली है। इसकी जांच की जा रही है।
9 नवंबर को नोएडा के सूरजपुर थाना क्षेत्र के लुहारली टोल पर हिंदू संगठनों ने मीट से लदे वाहन को पकड़ लिया था। उन्होंने इसे गाय का मीट बताकर हंगामा किया था। सूरजपुर थाना पुलिस ने मीट के सैंपल जांच के लिए मथुरा लैब भेजे थे। सैंपल की रिपोर्ट आने पर मीट गाय का निकला था। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों में पूरन जोशी भी शामिल है।
पुलिस को दिए बयान में उसने बताया था कि बरामद मांस वह मेरठ के पूर्व सांसद शाहिद अखलाक की मीट फैक्ट्री से लेकर आया था। इसके बाद रविवार को नोएडा के सूरजपुर थाने की पुलिस जांच के लिए मेरठ पहुंची। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट अनिल कुमार, नगर निगम की टीम और सूरजपुर थाने की पुलिस के साथ पूर्व सांसद शाहिद अखलाक की मीट फैक्ट्री पहुंचे। यहां टीम ने करीब दो घंटे तक जांच की।
जांच में पता चला कि मांस आखिरी बार जुलाई में एक्सपोर्ट किया गया था। इसके बाद स्थानीय स्तर पर हर दिन 70 से 80 पशुओं का वध किया जाता था। सितंबर तक मांस बेचा जाता था। टीम ने इसके दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए। फैक्ट्री मैनेजर और अन्य कर्मचारियों से भी अधिकारियों ने पूछताछ की। जांच के दौरान टीम को फैक्ट्री में मांस नहीं मिला। यहां कुछ जिंदा पशु मिले। टीम ने फैक्ट्री की सीसीटीवी फुटेज जांच के लिए अपने कब्जे में ले ली है। अधिकारियों का कहना है कि इसकी जांच से पता चलेगा कि मीट आखिरी बार फैक्ट्री से कब निकाला गया था।
जिलाधिकारी दीपक मीना ने बताया- रविवार को सिटी मजिस्ट्रेट, एसपी सिटी और नगर निगम की टीम ने पूर्व सांसद की फैक्ट्री पर छापा मारा। दस्तावेजों से पता चला है कि जुलाई के बाद मांस का निर्यात नहीं किया जा रहा है। सितंबर तक स्थानीय स्तर पर ही इसकी बिक्री होती रही। अक्टूबर से फैक्ट्री बंद बताई जा रही है। सीसीटीवी फुटेज जब्त कर ली गई है। जांच जारी रहेगी।
पूर्व सांसद शाहिद अखलाक ने कहा- मेरी फैक्ट्री से मांस निर्यात होने का आरोप गलत है। अक्टूबर से फैक्ट्री बंद है। जिस कंपनी का माल जब्त किया गया है, उससे पहले फैक्ट्री से मांस की सप्लाई होती थी। जब्त माल के इनवॉयस व अन्य दस्तावेजों से इसकी पुष्टि हो सकती है। अधिकारी गहनता से जांच करें, हम ऐसा कारोबार नहीं करते। गिरफ्तार आरोपियों से गहनता से पूछताछ की जाए।