लखनऊ से पीछा कर मेरठ में पकड़े गए महिला समेत बिहार के दो नशा तस्कर, 10 किलो चरस बरामद
अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश, मेरठ और पश्चिम यूपी में होनी थी चरस की सप्लाई; 80 लाख रुपये आंकी गई कीमत
Updated: Apr 23, 2025, 10:12 IST
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मेरठ: केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो (सीएनबी) की टीम ने नशा तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए लखनऊ से पीछा कर मेरठ में बिहार के दो ड्रग पेडलर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में एक महिला और एक पुरुष शामिल हैं। उनके कब्ज़े से करीब 10 किलोग्राम चरस बरामद की गई है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 80 लाख रुपये बताई जा रही है।READ ALSO:-लखनऊ के केसरी खेड़ा में भीषण अग्निकांड: 200 से ज़्यादा झुग्गियां खाक, घंटों बाद भी सुलगती रहीं बस्ती
सीएनबी की दिल्ली और लखनऊ इकाइयों को सूचना मिल रही थी कि नेपाल और बिहार के रास्ते मेरठ में चरस की बड़ी खेप पहुंचाई जा रही है। इस इनपुट पर कार्रवाई करते हुए सीएनबी की टीम ने मंगलवार को लखनऊ में निगरानी रखी।
निगरानी के दौरान, रोडवेज बस में यात्रा कर रहे पूर्वी चंपारण, बिहार निवासी बबीता देवी (पत्नी विषय गिरी) और मोतिहारी, बिहार निवासी निखिलेश कुमार की संदिग्ध गतिविधि सामने आई। टीम ने बस का पीछा किया और मेरठ में दोनों को रोककर तलाशी ली। तलाशी के दौरान उनके बैग से 10 किलोग्राम चरस बरामद हुई, जिसके बाद सीएनबी टीम ने दोनों को हिरासत में ले लिया।
प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि चरस की यह खेप मेरठ में खपाई जानी थी। यह गिरोह पिछले कई महीनों से मेरठ और पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई अन्य जिलों में भी चरस की सप्लाई कर रहा था।
सीएनबी टीम ने गिरफ्तार किए गए तस्करों और बरामद चरस के संबंध में नौचंदी पुलिस को सूचना दी। मंगलवार देर रात नौचंदी थाने में दोनों आरोपियों के खिलाफ नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।
एसपी सिटी आयुष विक्रम ने बताया कि केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की टीम इस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है। पुलिस सीएनबी टीम के साथ समन्वय स्थापित कर आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वे मेरठ और पश्चिम यूपी के किन-किन इलाकों में चरस की सप्लाई करते थे और इस गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान की जा सके। इस कार्रवाई को नशा तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।
