प्रेम की कीमत: एक किशोरी के फैसले ने उजाड़ दिए दो घर, बिचौलिए की हार्ट अटैक से मौत, पिता ने भी लगाई फांसी
मेरठ: किशोरी के प्रेम प्रसंग के चलते बिचौलिए की हार्ट अटैक से मौत, पिता ने भी फांसी लगाकर दी जान | गांव में पसरा सन्नाटा
Jun 29, 2025, 11:39 IST
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मेरठ - उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के खरखौदा थाना क्षेत्र में एक युवा प्रेम कहानी ने ऐसा दर्दनाक मोड़ लिया कि दो परिवारों की खुशियाँ पल भर में राख हो गईं। एक किशोरी के अपने प्रेमी के साथ घर से भाग जाने के बाद, न केवल उसका रिश्ता तय कराने वाले बिचौलिए ने सदमे में दम तोड़ दिया, बल्कि उसके पिता ने भी खुद को फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली। चौंकाने वाली बात यह है कि दोनों मौतों के बाद भी परिजनों ने पुलिस को कोई सूचना नहीं दी और चुपचाप अंतिम संस्कार कर दिया, जिससे इलाके में मातम और रहस्य का गहरा साया मंडरा रहा है।READ ALSO:-क्रिकेटर नहीं, शिकार बन गई 'भारत की बेटी'! मेरठ में महिला क्रिकेटर के साथ खौफनाक वारदात, नौकरी का झांसा, गैंगरेप की कोशिश और ₹3.5 लाख की ठगी
प्यार की राह में सामाजिक बंधन और दर्दनाक अंत:
खरखौदा के आसपास के गाँवों के रहने वाले एक किशोरी और युवक के बीच प्रेम पनपा। ग्रामीणों के अनुसार, स्कूल जाते समय दोनों की आँखें चार हुईं और दिल मिल बैठे। लेकिन उनकी राह आसान नहीं थी, क्योंकि दोनों अलग-अलग जातियों से ताल्लुक रखते थे। किशोरी के परिवार में चार बड़ी बहनें और एक छोटा भाई हैं। जब परिजनों को उनके प्रेम संबंध की जानकारी हुई, तो उन्होंने कड़ा विरोध जताया।
खरखौदा के आसपास के गाँवों के रहने वाले एक किशोरी और युवक के बीच प्रेम पनपा। ग्रामीणों के अनुसार, स्कूल जाते समय दोनों की आँखें चार हुईं और दिल मिल बैठे। लेकिन उनकी राह आसान नहीं थी, क्योंकि दोनों अलग-अलग जातियों से ताल्लुक रखते थे। किशोरी के परिवार में चार बड़ी बहनें और एक छोटा भाई हैं। जब परिजनों को उनके प्रेम संबंध की जानकारी हुई, तो उन्होंने कड़ा विरोध जताया।
गुपचुप कोर्ट मैरिज की कोशिश और फिर परिवार का दबाव:
अपने प्यार को अंजाम देने के लिए, किशोरी और उसके प्रेमी ने दो महीने पहले गुप्त रूप से कोर्ट मैरिज के लिए आवेदन कर दिया था। हालांकि, यह बात जल्द ही किशोरी के घरवालों तक पहुँच गई। परिवार ने आनन-फानन में किशोरी का रिश्ता परतापुर थाना क्षेत्र के एक गाँव के युवक से तय कर दिया। यहाँ तक कि उनकी गोद भराई की रस्म भी धूमधाम से संपन्न हो गई, शायद यह सोचकर कि अब सब ठीक हो जाएगा।
अपने प्यार को अंजाम देने के लिए, किशोरी और उसके प्रेमी ने दो महीने पहले गुप्त रूप से कोर्ट मैरिज के लिए आवेदन कर दिया था। हालांकि, यह बात जल्द ही किशोरी के घरवालों तक पहुँच गई। परिवार ने आनन-फानन में किशोरी का रिश्ता परतापुर थाना क्षेत्र के एक गाँव के युवक से तय कर दिया। यहाँ तक कि उनकी गोद भराई की रस्म भी धूमधाम से संपन्न हो गई, शायद यह सोचकर कि अब सब ठीक हो जाएगा।
प्यार की उड़ान और पीछे छूटती तबाही:
लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। 14 जून को, सभी को चौंकाते हुए, किशोरी अपने प्रेमी के साथ घर से भाग गई। बेबस परिजनों ने तुरंत खरखौदा थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए किशोरी को उसके प्रेमी के घर से बरामद कर लिया और थाने ले आई। शुरुआती पूछताछ और दोनों पक्षों की कुछ सहमति के बाद, किशोरी को उसके परिवार वालों को सौंप दिया गया। शायद उस वक्त किसी को अंदाजा नहीं था कि यह समझौता एक और बड़ी त्रासदी का कारण बनेगा।
लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। 14 जून को, सभी को चौंकाते हुए, किशोरी अपने प्रेमी के साथ घर से भाग गई। बेबस परिजनों ने तुरंत खरखौदा थाना पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए किशोरी को उसके प्रेमी के घर से बरामद कर लिया और थाने ले आई। शुरुआती पूछताछ और दोनों पक्षों की कुछ सहमति के बाद, किशोरी को उसके परिवार वालों को सौंप दिया गया। शायद उस वक्त किसी को अंदाजा नहीं था कि यह समझौता एक और बड़ी त्रासदी का कारण बनेगा।
आत्महत्या का प्रयास और गहरे सदमे:
घर लौटने के अगले ही दिन, 15 जून को, किशोरी ने एक अत्यंत निराशाजनक कदम उठाते हुए जहरीला पदार्थ खा लिया। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहाँ दो दिन तक उसका इलाज चला। बाद में, उसे उसके मामा के घर भेज दिया गया। इस घटना से न केवल किशोरी के माता-पिता, बल्कि वह बिचौलिया भी गहरा सदमे में आ गया था जिसने इस रिश्ते को तय कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
घर लौटने के अगले ही दिन, 15 जून को, किशोरी ने एक अत्यंत निराशाजनक कदम उठाते हुए जहरीला पदार्थ खा लिया। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहाँ दो दिन तक उसका इलाज चला। बाद में, उसे उसके मामा के घर भेज दिया गया। इस घटना से न केवल किशोरी के माता-पिता, बल्कि वह बिचौलिया भी गहरा सदमे में आ गया था जिसने इस रिश्ते को तय कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
एक के बाद एक दो मौतें, पसरा सन्नाटा:
18 जून को, उस बिचौलिए को अचानक दिल का दौरा पड़ा और उसने अपने घर पर ही अंतिम सांस ली। परिजनों ने किसी तरह की कानूनी पचड़े से बचने के लिए या शायद बदनामी के डर से, पुलिस को सूचित किए बिना ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया। इस अप्रत्याशित मौत ने किशोरी के पिता को अंदर तक झकझोर कर रख दिया। वह गहरे सदमे में चले गए और खुद को घर के अंदर बंद कर लिया। फिर, 26 जून को, उनका शव उनके घर में फंदे से लटका मिला। परिवार ने इस बार भी पुलिस को कोई खबर नहीं दी और चुपचाप उनका अंतिम संस्कार कर दिया।
18 जून को, उस बिचौलिए को अचानक दिल का दौरा पड़ा और उसने अपने घर पर ही अंतिम सांस ली। परिजनों ने किसी तरह की कानूनी पचड़े से बचने के लिए या शायद बदनामी के डर से, पुलिस को सूचित किए बिना ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया। इस अप्रत्याशित मौत ने किशोरी के पिता को अंदर तक झकझोर कर रख दिया। वह गहरे सदमे में चले गए और खुद को घर के अंदर बंद कर लिया। फिर, 26 जून को, उनका शव उनके घर में फंदे से लटका मिला। परिवार ने इस बार भी पुलिस को कोई खबर नहीं दी और चुपचाप उनका अंतिम संस्कार कर दिया।
गाँव में शोक, पुलिस अनजान:
एक ही गाँव में एक के बाद एक हुई इन दो मौतों से पूरे इलाके में मातम छा गया है। ग्रामीण दबी जुबान में इस दुखद घटना पर चर्चा कर रहे हैं और किशोरी के एक फैसले को दो परिवारों के लिए कभी न भरने वाले घाव के रूप में देख रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि जब इस पूरी घटना के बारे में खरखौदा थाने के इंस्पेक्टर धीरज सिंह से पूछा गया, तो उन्होंने किसी भी जानकारी से इनकार कर दिया, जिससे इस त्रासदी पर और भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
एक ही गाँव में एक के बाद एक हुई इन दो मौतों से पूरे इलाके में मातम छा गया है। ग्रामीण दबी जुबान में इस दुखद घटना पर चर्चा कर रहे हैं और किशोरी के एक फैसले को दो परिवारों के लिए कभी न भरने वाले घाव के रूप में देख रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि जब इस पूरी घटना के बारे में खरखौदा थाने के इंस्पेक्टर धीरज सिंह से पूछा गया, तो उन्होंने किसी भी जानकारी से इनकार कर दिया, जिससे इस त्रासदी पर और भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
यह घटना प्रेम, सामाजिक दबाव और मानवीय भावनाओं की जटिलताओं को उजागर करती है, साथ ही यह भी दर्शाती है कि किस प्रकार एक необдуझे कदम के गंभीर और दुखद परिणाम हो सकते हैं। पुलिस की कथित अनिच्छा या अनभिज्ञता इस पूरे मामले को और भी रहस्यमय बना रही है।
