रोडरेज का वो भयानक 'पल' और इंसाफ़ का 'पहला कदम': मेरठ के प्रियांशु हत्याकांड की अहमदाबाद कोर्ट में सुनवाई शुरू
-शीर्षक: अहमदाबाद कोर्ट में कांस्टेबल के खिलाफ ट्रायल आज से, 138 पन्नों की चार्जशीट बनी बुनियाद; इकलौते बेटे को खोए माता-पिता की आस अदालत पर
May 5, 2025, 13:08 IST
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गुजरात के अहमदाबाद शहर में पिछले साल नवंबर में एक दर्दनाक रोडरेज की घटना में अपनी जान गंवाने वाले मेरठ के होनहार छात्र प्रियांशु जैन को न्याय दिलाने की दिशा में आज एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ा है। अहमदाबाद कोर्ट में प्रियांशु हत्याकांड मामले में आज से नियमित सुनवाई का आगाज़ हो गया है। इस मामले में अहमदाबाद बोपल थाना पुलिस द्वारा दाखिल की गई 138 पन्नों की विस्तृत चार्जशीट कोर्ट में विचाराधीन है, और इसी चार्जशीट के आधार पर आगे की कानूनी कार्यवाही बढ़ेगी।READ ALSO:-इंसानियत शर्मसार! 61 साल का दरिंदा बना 'अंकल', 12 साल की बच्ची से दुष्कर्म की कोशिश; मेरठ के बाज़ार हुए बंद, फूटा गुस्सा
यह पूरा मामला 11 नवंबर 2024 का है, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। मेरठ के पल्लवपुरम निवासी व्यवसायी पंकज जैन के इकलौते बेटे प्रियांशु जैन अहमदाबाद के प्रतिष्ठित माइका कॉलेज से एमबीए की पढ़ाई कर रहे थे। उस fateful night, प्रियांशु का एक कार चालक से तेज़ रफ़्तार से गाड़ी चलाने को लेकर मामूली विवाद हो गया था। चौंकाने वाली बात यह थी कि कार चला रहा व्यक्ति गुजरात पुलिस का कांस्टेबल वीरेंद्र सिंह पढ़ियार निकला। आरोप है कि मामूली कहासुनी इस कदर बढ़ी कि कांस्टेबल वीरेंद्र सिंह ने आवेश में आकर प्रियांशु पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वारदात को अंजाम देकर आरोपी कांस्टेबल फरार हो गया था।
इस घटना के बाद प्रियांशु के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था। इकलौते बेटे को खोने के दर्द में डूबे माता-पिता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर इंसाफ की गुहार लगाई थी। इस हाई-प्रोफाइल मामले में अहमदाबाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी की पहचान के लिए स्केच जारी किया और तकनीकी सबूतों, जैसे सीसीटीवी फुटेज और मौके से मिले अन्य सुरागों के आधार पर आरोपी कांस्टेबल वीरेंद्र सिंह पढ़ियार को पंजाब से गिरफ्तार किया। वीरेंद्र सिंह पढ़ियार तभी से, यानी 15 नवंबर 2024 से अहमदाबाद की जेल में बंद है।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए जल्द से जल्द जांच पूरी कर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी। 138 पन्नों की इस चार्जशीट में पुलिस ने घटना से जुड़े तमाम सबूत, गवाहों के बयान और अन्य दस्तावेज़ शामिल किए हैं, जो आरोपी को सजा दिलाने में अहम भूमिका निभाएंगे।
आज से शुरू हुई सुनवाई प्रियांशु जैन को न्याय दिलाने की लंबी कानूनी लड़ाई का पहला पड़ाव है। प्रियांशु के परिजन और उनके शुभचिंतक उम्मीद कर रहे हैं कि कोर्ट में निष्पक्ष और तीव्र सुनवाई होगी और दोषी को कठोरतम सजा मिलेगी ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। यह मामला पुलिस कर्मियों के व्यवहार और सड़क पर बढ़ते aggressive बर्ताव के dangerous परिणामों को भी रेखांकित करता है। पूरे देश की निगाहें अब अहमदाबाद कोर्ट की कार्यवाही पर टिकी हैं।
