मेरठ में 'वर्दी' पर लगा दाग! डेढ़ लाख की रिश्वत लेते अंडरट्रेनी दरोगा रंगेहाथ गिरफ्तार
डिफेंस ऑफिसर से FIR में 'क्लीन चिट' देने के लिए मांगी थी घूस, विजिलेंस टीम ने बिछाया जाल
May 23, 2025, 08:24 IST
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मेरठ में कानून के रखवालों में से ही एक ने अपनी वर्दी को शर्मसार कर दिया। रोहटा थाने की कल्याणपुर चौकी पर तैनात अंडरट्रेनी दरोगा सनी सिंह को बृहस्पतिवार को विजिलेंस टीम ने डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार कर लिया। दरोगा ने एक डिफेंस ऑफिसर से उनके खिलाफ दर्ज दहेज उत्पीड़न के मुकदमे में अंतिम रिपोर्ट (FR) लगाने के लिए यह मोटी रकम मांगी थी।READ ALSO:-मेरठ में मौसम का 'तूफानी' तांडव: मई में बरसा 15 साल का रिकॉर्ड, शहर को 20 घंटे तक अंधेरे में धकेला!
ऐसे बिछाया गया 'जाल'
मामला तब सामने आया जब भारतीय सेना के जन सूचना महानिदेशालय में तैनात ओमवीर सिंह आर्य (जिनके बेटे और परिवार पर दहेज उत्पीड़न का मुकदमा चल रहा था) को दरोगा सनी सिंह ने परेशान करना शुरू कर दिया। ओमवीर के बेटे आदित्य तोमर के खिलाफ 18 फरवरी को दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसकी विवेचना सनी सिंह को सौंपी गई थी।
विजिलेंस टीम के अनुसार, दरोगा सनी सिंह ने ओमवीर और उनके बेटे आदित्य से मुकदमे में मदद करने की बात कही, और मिलने के लिए दबाव डाला। शुरुआती मुलाकात के बाद, दरोगा ने सीधे-सीधे केस खत्म करने के लिए 3 लाख रुपये की मांग की। काफी मोलभाव के बाद, दरोगा डेढ़ लाख रुपये लेने पर सहमत हुआ।
रिकॉर्डिंग बनी सबूत, रंगेहाथों गिरफ्तारी
दरोगा की इस हरकत से परेशान ओमवीर सिंह आर्य ने तुरंत विजिलेंस की एएसपी इंदू सिद्धार्थ से संपर्क किया। उन्होंने अपनी पूरी आपबीती सुनाई और दरोगा के साथ हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध कराई। रिकॉर्डिंग सुनने के बाद विजिलेंस टीम ने बिना देरी किए कार्रवाई की योजना बनाई।
बृहस्पतिवार को विजिलेंस टीम पूरी तैयारी के साथ ओमवीर के घर पहुंची। ओमवीर ने दरोगा को रिश्वत की रकम लेने के लिए अपने घर बुलाया। जैसे ही रायबरेली का रहने वाला 2023 बैच का दरोगा सनी सिंह, जो थाने में अपनी पहली पोस्टिंग पर था, ने डेढ़ लाख रुपये की नकदी ली, घर के बाहर खड़ी विजिलेंस टीम ने उसे मौके पर ही दबोच लिया।
भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि अंडरट्रेनी दरोगा सनी सिंह को विजिलेंस टीम ने मुकदमे में अंतिम रिपोर्ट लगाने के लिए पैसे मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इस घटना ने एक बार फिर पुलिस विभाग में फैले भ्रष्टाचार की समस्या को उजागर किया है।
