दहला देने वाली क्रूरता: मेरठ में रिश्तों का खून! 95 साल की दादी को पोतियों ने पीटा, हत्या की कोशिश की; जमीन हड़पने की साज़िश का खुलासा
⚖️मेरठ में संपत्ति के लिए दो पोतियों ने 95 साल की दादी को मारने की कोशिश, एसएसपी ऑफिस पहुंचकर लगाई इंसाफ की गुहार
Jun 21, 2025, 17:27 IST
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मेरठ, [आज की तारीख]: उत्तर प्रदेश के मेरठ में रिश्तों को शर्मसार करने वाला एक बेहद दर्दनाक मामला सामने आया है। यहां एक 95 वर्षीय बुजुर्ग महिला राजदुलारी ने अपनी ही दो सगी पोतियों पर जानलेवा हमला करने और उनकी ज़मीन हड़पने की कोशिश का संगीन आरोप लगाया है। यह घटना समाज में बुजुर्गों के प्रति बढ़ती संवेदनहीनता को दर्शाती है। बूढ़ी दादी शनिवार को बड़ी मुश्किल से लड़खड़ाते कदमों से एसएसपी कार्यालय पहुंचीं और अपनी आपबीती सुनाई, जिसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया।READ ALSO:-🟥मेरठ में सड़क किनारे मिला खून से लथपथ शव – अब भी नहीं हुई पहचान, सोशल मीडिया बनी आखिरी उम्मीद!
ज़मीन के लालच में 'पोती' बनी हैवान: मारपीट और हत्या का प्रयास
ब्रह्मपुरी के शिव शक्ति नगर की निवासी राजदुलारी देवी ने एसएसपी को दिए अपने शिकायती पत्र में बताया कि उनकी दो पोतियां, पूनम और रेनू, उनकी सारी ज़मीन-जायदाद अपने नाम कराना चाहती हैं। उनका आरोप है कि कुछ दिन पहले दोनों पोतियां उन्हें जबरन रजिस्ट्रार कार्यालय ले गईं ताकि संपत्ति का बैनामा अपने नाम करवा सकें। जब राजदुलारी ने इसके लिए साफ इनकार कर दिया, तो गुस्से में आकर पोतियों ने कथित तौर पर उन्हें बेरहमी से पीटा और उनकी हत्या करने का भी प्रयास किया। किसी तरह राजदुलारी बच निकलीं, लेकिन इस घटना के बाद से वह गहरे सदमे में हैं और न्याय के लिए दर-दर भटक रही थीं।
बेटों को दिया हिस्सा, अब तीसरे बेटे का भाग हड़पने की साज़िश!
राजदुलारी ने एसएसपी को बताया कि उनके तीन बेटे हैं और वह पहले ही अपने बड़े बेटों विनोद और संजय को उनका हिस्सा दे चुकी हैं। तीसरे बेटे सतीश का हिस्सा उन्होंने अभी अपने नाम पर रखा हुआ है। राजदुलारी का कहना है कि इसी हिस्से को सतीश की बेटियां, रेनू और पूनम, जबरन अपने नाम कराना चाहती हैं।
बुजुर्ग दादी का यह भी आरोप है कि उनकी दोनों पोतियों का चाल-चलन ठीक नहीं है, जिस कारण उन्होंने सतीश के हिस्से की ज़मीन उनके नाम करने से मना कर दिया था। इसी बात को लेकर दोनों पोतियां नाराज़ हो गईं और उन्होंने दादी के साथ मारपीट की और उन्हें जान से मारने की कोशिश भी की। राजदुलारी की शिकायत है कि स्थानीय थाना पुलिस उनकी बात सुनने को तैयार नहीं थी, जिसके बाद उन्हें सीधे एसएसपी के पास आना पड़ा।
एसएसपी ने लिया सख्त संज्ञान: "यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है!"
मेरठ के एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इसे "अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण" करार दिया। उन्होंने कहा कि यह देखकर बहुत दुख होता है कि लोग अपने ही घरों में बुजुर्गों के साथ ऐसा अमानवीय व्यवहार करते हैं। एसएसपी ने तत्काल थाना ब्रह्मपुरी को इस मामले में कड़ी कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए हैं और राजदुलारी देवी को भरोसा दिलाया है कि पुलिस उन्हें पूरा सहयोग देगी और न्याय सुनिश्चित करेगी।
यह मामला एक बार फिर समाज में संपत्ति के लालच में टूटते रिश्तों और बुजुर्गों के प्रति बढ़ती क्रूरता को उजागर करता है। क्या पुलिस की सख्त कार्रवाई के बाद राजदुलारी देवी को न्याय मिल पाएगा और उनकी पोतियों को उनके किए की सज़ा मिलेगी? यह देखना बाकी है।
