मेरठ में सनसनीखेज आरोप: तांत्रिक पर 2.20 लाख ठगने का आरोप, पुलिस प्रताड़ना से महिला की मौत का दावा; जांच के घेरे में चौकी इंचार्ज!

रेलवे रोड क्षेत्र की निवासी सीमा (40) ने एक कथित तांत्रिक जुबैर के खिलाफ ठगी की शिकायत की, लेकिन उसे न्याय की जगह पुलिसिया प्रताड़ना का सामना करना पड़ा। पुलिस की बेरुखी और लगातार अपमान ने महिला को इतना सदमे में डाल दिया कि उसकी जान चली गई।
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MRT-C
मेरठ, उत्तर प्रदेश: मेरठ में एक बेहद ही गंभीर और हृदय विदारक मामला सामने आया है, जिसने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं। रेलवे रोड क्षेत्र निवासी इरशाद पठान ने आरोप लगाया है कि ब्रह्मपुरी क्षेत्र के एक कथित तांत्रिक जुबैर ने उनकी पत्नी सीमा (40) से इलाज के नाम पर 2.20 लाख रुपये हड़प लिए। इससे भी चौंकाने वाला दावा यह है कि जब सीमा ने इसकी शिकायत की, तो माधवपुरम चौकी प्रभारी ने तांत्रिक पर कार्रवाई करने के बजाय, सीमा और उनके पति को कई बार चौकी बुलाकर कथित रूप से प्रताड़ित किया। इरशाद के मुताबिक, इसी सदमे में सीमा की तबीयत बिगड़ी और 13 जून को उनकी मौत हो गई। अब इरशाद पठान ने एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह से न्याय की गुहार लगाते हुए दोषी पुलिसकर्मियों और तांत्रिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।READ ALSO:-मेरठ में टैक्स क्रांति का आगाज़: अब खुद तय करें अपना हाउस टैक्स, निगम पहुंचाएगा घर-घर 'स्वकर' फॉर्म!

 

क्या है 'तांत्रिक के जाल' और 'पुलिस प्रताड़ना' की दर्दनाक कहानी?
रेलवे रोड क्षेत्र के ईदगाह भटीपुरा निवासी इरशाद पठान ने मंगलवार को एसएसपी कार्यालय पहुंचकर अपनी आपबीती सुनाई। इरशाद के अनुसार, उनकी पत्नी सीमा ने 18 मई, 2025 को ब्रह्मपुरी थाने में तांत्रिक जुबैर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। सीमा का आरोप था कि जुबैर ने इलाज के नाम पर उनसे 2.20 लाख रुपये की मोटी रकम ठग ली थी। इस मामले की जांच माधवपुरम चौकी इंचार्ज को सौंपी गई।

 

इरशाद का आरोप है कि जांच के दौरान चौकी इंचार्ज ने सीमा और उन्हें कई बार पुलिस चौकी बुलाया और उनके साथ "अपमानजनक व्यवहार" किया। उनका दावा है कि चौकी इंचार्ज ने सीमा को "जेल भेजने की धमकी" तक दे डाली। इरशाद का कहना है कि चौकी इंचार्ज ने आरोपी तांत्रिक जुबैर के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया, बल्कि पीड़ितों के सामने ही उसे "शरीफ" बताते हुए करीब 20 मिनट तक फोन पर बात की। इरशाद के मुताबिक, चौकी इंचार्ज ने उन पर दबाव बनाया कि जब भी उन्हें जांच के लिए बुलाया जाए, उन्हें आना होगा। सबसे गंभीर आरोप यह है कि चौकी इंचार्ज अकेले में सीमा से पूछताछ करता था और विरोध करने पर उन्हें जेल भेजने की धमकी देता था।

 

सदमे ने ली जान? 12 घंटे बाद गई सीमा की सांसें, पोस्टमार्टम भी नहीं
इरशाद पठान का दावा है कि पुलिस की इस कथित प्रताड़ना से उनकी पत्नी सीमा गहरे सदमे में चली गईं और उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें 12 जून, 2025 को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन अगले ही दिन, 13 जून, 2025 को सीमा ने दम तोड़ दिया। यह बात और भी चौंकाने वाली है कि इरशाद के अनुसार, सीमा के शव का पोस्टमार्टम तक नहीं कराया गया।

 

दो बार की शिकायत, FIR अभी भी दूर
इरशाद पठान यहीं नहीं रुके। उन्होंने बताया कि अपनी पत्नी की मौत के बाद, उन्होंने 23 जून, 2025 को एसएसपी डॉ. विपिन ताडा से भी इस पूरे मामले की शिकायत की थी। एसएसपी ने तब रेलवे रोड थाना प्रभारी को तुरंत रिपोर्ट दर्ज करने के निर्देश दिए थे। लेकिन, इरशाद का आरोप है कि इन निर्देशों के बावजूद, अभी तक कोई FIR दर्ज नहीं की गई है।

 

मंगलवार को, इरशाद पठान एक बार फिर न्याय की आस में एसएसपी कार्यालय पहुंचे, जहां एसएसपी के न मिलने पर उन्होंने एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह से मुलाकात की। एसपी सिटी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इरशाद की शिकायत सुनी और उन्हें आश्वस्त किया कि "मामले की जांच कराई जा रही है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।"

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यह घटना मेरठ पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है, जहां न केवल धोखाधड़ी का आरोप है, बल्कि पुलिस द्वारा कथित प्रताड़ना से मौत और उसके बाद FIR दर्ज न होने जैसे गंभीर सवाल भी खड़े हो गए हैं। क्या इस मामले में निष्पक्ष जांच हो पाएगी और सीमा को न्याय मिल पाएगा?
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