सौरभ हत्याकांड मेरठ: जेल से 'लॉयर' बनने की ख्वाहिश! मुस्कान अब खुद लड़ना चाहती है अपना केस
मेरठ जेल में बंद आरोपी ने जेल अधीक्षक से किया संपर्क, LLB करने की जताई इच्छा; 8वीं पास मुस्कान के सामने नियमों की चुनौती
May 29, 2025, 21:26 IST
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मेरठ, उत्तर प्रदेश – 29 मई 2025: मेरठ के सनसनीखेज सौरभ हत्याकांड की मुख्य आरोपी, मुस्कान रस्तोगी, ने अब अपनी किस्मत की लड़ाई खुद लड़ने का मन बना लिया है! मेरठ जेल में बंद मुस्कान ने अपनी इस चौंकाने वाली इच्छा से जेल प्रशासन को अवगत कराया है कि वह वकालत (LLB) की पढ़ाई करना चाहती है, ताकि अदालत में वह अपना पक्ष स्वयं रख सके। यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है जब पुलिस इस मामले में अपनी चार्जशीट पहले ही दाखिल कर चुकी है। मुस्कान की यह ख्वाहिश कानूनी गलियारों में एक नई बहस छेड़ सकती है, खासकर जब उसकी शैक्षिक पृष्ठभूमि केवल 8वीं पास है।READ ALSO:-🛑मेरठ में कोरोना की नई दस्तक: दिल्ली से लौटी छात्रा पॉजिटिव, JN.1 वैरिएंट की आहट से बढ़ी चिंता!
'मैं अपना केस खुद लड़ूँगी': मुस्कान की अनोखी मांग
अपने पति सौरभ की हत्या के आरोप में 19 मार्च से मेरठ जेल में बंद मुस्कान रस्तोगी ने हाल ही में वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेश राज से संपर्क किया। उसने उनसे सीधे कहा, "मैं अपना केस खुद लड़ना चाहती हूँ। मैं जेल में रहते हुए वकालत की पढ़ाई कैसे कर सकती हूँ? कृपया मुझे इसके प्रॉसेस के बारे में बताएं, ताकि मैं LLB करके आगे अपनी लड़ाई खुद लड़ सकूँ।" मुस्कान की यह दृढ़ इच्छा उसके अंदर के जुझारूपन को दर्शाती है।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेश राज ने मुस्कान की इस इच्छा को गंभीरता से लिया है। उन्होंने बताया, "जेल एक सुधार गृह है। अगर कोई कैदी अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहता है, तो हम उसे हर संभव सुविधा मुहैया कराने का प्रयास करते हैं। हम इस बात पर विचार कर रहे हैं कि मुस्कान की इस इच्छा को किस तरह पूरा किया जा सकता है।" यह भी उल्लेखनीय है कि मुस्कान को जेल में बंद हुए दो महीने से अधिक हो गए हैं, लेकिन इस दौरान उससे मिलने कोई नहीं आया है। फिलहाल, जेल प्रशासन द्वारा उसे एक सरकारी वकील मुहैया कराया गया है।
वकालत की राह में पहाड़ जैसी चुनौतियां: शिक्षा और नियमों की दीवार
मुस्कान की LLB करने की इच्छा जितनी अनोखी है, उसकी राह उतनी ही कठिन है। उसकी वर्तमान शैक्षिक योग्यता - केवल 8वीं पास - कानूनी शिक्षा प्राप्त करने के नियमों के सामने एक बड़ी बाधा है। वरिष्ठ अधिवक्ता अनिल बख्शी ने इस बारे में दैनिक भास्कर को विस्तार से जानकारी दी:
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शैक्षिक सीढ़ियाँ: बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) के कठोर नियमों के अनुसार, LLB करने के लिए मुस्कान को पहले 10वीं कक्षा पास करनी होगी, और उसके बाद 12वीं कक्षा भी उत्तीर्ण करनी होगी। यह एक लंबी और समय लेने वाली प्रक्रिया है।
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नियमित कोर्स की अनिवार्यता: LLB कोई डिस्टेंस लर्निंग (दूरस्थ शिक्षा) कोर्स नहीं है। यह एक नियमित (रेगुलर मोड) कोर्स है, जिसका अर्थ है कि इसे जेल में रहते हुए पूरा करना संभव नहीं होगा।
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जमानत की शर्त: अनिल बख्शी ने स्पष्ट किया कि मुस्कान को यदि जमानत मिलती है, तभी वह 5 वर्षीय LLB कोर्स कर पाएगी। कोर्ट से सिर्फ परीक्षाओं में बैठने की अनुमति मिलने पर ही कुछ प्राइवेट या डिस्टेंस लर्निंग वाले कोर्स किए जा सकते हैं, लेकिन LLB की प्रकृति इसके अनुकूल नहीं है।
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LLB के विकल्प: BCI के मुताबिक, LLB दो मुख्य तरीकों से की जा सकती है: 12वीं के बाद 5 वर्षीय बीए-एलएलबी या बीकॉम-एलएलबी कोर्स; या ग्रेजुएशन (स्नातक) के बाद 3 वर्षीय LLB कोर्स।
स्पष्ट है कि मुस्कान को अपनी कानूनी पढ़ाई शुरू करने से पहले अपनी मूलभूत शिक्षा पूरी करनी होगी और फिर अदालत से जमानत भी हासिल करनी होगी। यह उसके लिए एक दोहरा संघर्ष है।
सौरभ हत्याकांड: चार्जशीट दाखिल, अब कोर्ट में सुनवाई का इंतजार
इस बीच, सौरभ हत्याकांड का कानूनी घटनाक्रम तेजी से आगे बढ़ रहा है। पुलिस ने बीते 12 मई को ही मेरठ की अदालत में अपनी चार्जशीट दाखिल कर दी है। पुलिस ने अपनी चार्जशीट में मुस्कान और साहिल को सौरभ की हत्या का मुख्य आरोपी ठहराया है। पुलिस ने इस मामले में 36 लोगों को गवाह बनाया है और उनके खिलाफ मजबूत सबूत भी जुटाए हैं, ताकि आरोपियों को उनके किए गए अपराध की सजा मिल सके। अब इस बहुचर्चित मामले पर जल्द ही कोर्ट में सुनवाई शुरू होने की उम्मीद है।

मुस्कान की LLB करने की यह इच्छा उसके भविष्य और इस हत्याकांड के कानूनी नतीजों पर क्या प्रभाव डालेगी, यह देखना निश्चित रूप से दिलचस्प होगा। क्या आपको लगता है कि मुस्कान जेल में रहते हुए अपनी पढ़ाई की चुनौतियों को पार कर पाएगी?