सौरभ हत्याकांड में साहिल और मुस्कान की गिरफ्तारी के बाद जेल में बिगड़ी हालत, नशा मुक्ति केंद्र में इलाज जारी

 सौरभ की दर्दनाक हत्या के बाद, साहिल और मुस्कान को जेल में सख्त निगरानी में रखा गया, पुलिस ने जांच तेज की
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मेरठ: सौरभ हत्याकांड के मुख्य आरोपी मुस्कान और साहिल अब जेल में अपने किए पर बुरी तरह पछता रहे हैं। साथ जीने-मरने की कसमें खाने वाले इस जोड़े को अब अपने अपराध का एहसास हो रहा है और वे अंजाम को लेकर भयभीत हैं। रविवार को जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा के सामने मुस्कान और साहिल बुरी तरह रोते बिलखते हुए पेश हुए। उन्होंने बताया कि उनके माता-पिता उनसे नाराज हैं और कोई भी उनकी मदद नहीं कर रहा है, इसलिए उन्हें कानूनी सहायता प्रदान की जाए।READ ALSO:-मेरठ के शान्ति फार्म हाउस में गूंजी रिश्तों की बात: युवा ब्राह्मण समाज संगठन द्वारा युवक-युवती परिचय सम्मेलन का सफल आयोजन

 

जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने तत्काल उनके प्रार्थना पत्र को जिला विधिक प्राधिकरण को भेज दिया है। जिस क्रूरता से दोनों ने मिलकर सौरभ को दर्दनाक मौत दी, उससे जेल के अन्य कैदी भी गुस्से में हैं। इस कारण जेल प्रशासन ने उन्हें सामान्य कैदियों से अलग रखा है। दोनों ही नशे के बुरी तरह आदी हैं, जिसके चलते नशा मांगने पर उन्हें जेल के नशा मुक्ति केंद्र में रखकर उपचार किया जा रहा है। जेल में साहिल और मुस्कान को देखने के लिए अन्य बंदियों में उत्सुकता है, जिसे देखते हुए जेल प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। पुलिस सोमवार को साहिल और मुस्कान को रिमांड पर लेने के लिए न्यायालय में प्रार्थना पत्र दाखिल करेगी।

 


गौरतलब है कि 18 मार्च को सौरभ हत्याकांड का खुलासा हुआ था। मुस्कान के माता-पिता ने स्वयं थाने जाकर अपनी बेटी की करतूत के बारे में ब्रह्मपुरी पुलिस को जानकारी दी थी। इससे स्तब्ध पुलिस ने तुरंत दो टीमें गठित कर साहिल को गिरफ्तार कर लिया। दूसरी टीम ने मुस्कान के घर से उस ड्रम को बरामद किया, जिसमें 3 मार्च को हत्या करने के बाद सौरभ के शव को सीमेंट से जमा दिया गया था।

 

हत्या के बाद 4 मार्च को दोनों मौज-मस्ती के लिए हिमाचल प्रदेश के शिमला, मनाली और कसोल में 13 दिनों तक रहे। सौरभ का शव क्षत-विक्षत अवस्था में मिला था, उसका धड़ अलग था और हाथ-पैर व गर्दन को किसी तेज हथियार से बेरहमी से काट दिया गया था। इस दिल दहला देने वाली घटना से लोगों में गहरा डर और गुस्सा है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है, जहां वे अपने गुनाहों की सजा भुगत रहे हैं।

 

जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने बताया कि साहिल और मुस्कान दोनों ही नशे के आदी हैं। साहिल सूखा (चरस व अन्य नशा) लेता था, जबकि मुस्कान इंजेक्शन से भी नशा करती थी। दोनों अत्यधिक शराब भी पीते थे। जेल में नशा न मिलने के कारण जब उनकी हालत बिगड़ी, तो उन्हें नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया। दोनों को एक-दूसरे से दूर रखा गया है।

 

जांच में यह भी सामने आया है कि सौरभ का हत्यारोपी साहिल आईपीएल में सट्टेबाजी में भी शामिल था। पता चला है कि कई बार वह सट्टे में 50 हजार तो कभी 25 हजार रुपये तक जीतता था। वह यह पैसा ऑनलाइन मुस्कान को भेजता था और दोनों मिलकर उससे ऐश करते थे। दोनों के शौक इतने अधिक थे कि सौरभ द्वारा भेजे गए पैसे कुछ ही दिनों में खर्च हो जाते थे। साहिल आईपीएल और सट्टेबाजी से भी पैसे कमाता था।

 

सौरभ हत्याकांड की जांच में लापरवाही बरतने पर एडीजी डीके ठाकुर, डीआईजी कलानिधि नैथानी और एसएसपी डॉ. विपिन बेहद नाराज हैं। जिस तेजी से साहिल के कमरे का वीडियो बनाकर लोगों ने सोशल मीडिया पर वायरल किया, उसे अधिकारियों ने गंभीरता से लिया है। घटनास्थल पर लोगों का आना-जाना और वीडियो बनना यह दर्शाता है कि पुलिस ने कमरे को सील नहीं किया था। इतने गंभीर मामले में घटनास्थल पर लापरवाही बरतने के लिए इंस्पेक्टर रमाकांत पचौरी के खिलाफ जांच बैठा दी गई है। अधिकारियों का मानना है कि इससे कई महत्वपूर्ण सबूत प्रभावित हुए हैं, जिसका लाभ आरोपियों को मिल सकता है।

 

सौरभ के शव का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों की रिपोर्ट पुलिस को मिल गई है। रिपोर्ट के अनुसार, सौरभ की मौत का कारण ब्रेन हेमरेज है। रिपोर्ट में सौरभ के सीने पर दिल के पास चाकू के तीन वार के निशान मिले हैं। उसके दोनों हाथ, पैर और गर्दन किसी धारदार हथियार से काटे गए थे। उसकी ठुड्डी और कान के नीचे भी चोट के निशान थे, साथ ही शरीर पर खरोंच के निशान भी पाए गए हैं। डॉक्टरों ने शव को 14 दिन पुराना बताया है। जांच में सौरभ को बेहोशी की दवा दिए जाने की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन उसने शराब पी रखी थी। डॉक्टरों का मानना है कि दिल के पास किए गए तीन वार से सौरभ की मौत हुई होगी, जिसके बाद उसकी गर्दन, हाथ और पैर को किसी कटर जैसी चीज से काटा गया।

 

रविवार को ब्रह्मपुरी पुलिस हिमाचल प्रदेश के शिमला पहुंची। कैब चालक अजब सिंह के साथ पहुंची पुलिस ने हर उस होटल, रेस्टोरेंट, दुकान और कमरे की तलाशी ली, जहां साहिल और मुस्कान गए थे। पुलिस ने इन स्थानों से सीसीटीवी फुटेज के साथ ही वहां के कर्मचारियों के बयान भी दर्ज किए। पुलिस दोनों आरोपियों के खिलाफ हर संभव सबूत जुटा रही है ताकि उन्हें कड़ी सजा दिलाई जा सके।

 OMEGA

जेल में साहिल और मुस्कान की नशे के कारण बिगड़ती हालत को देखते हुए जेल प्रशासन ने उनकी स्वास्थ्य जांच कराई। इस दौरान मुस्कान का प्रेग्नेंसी टेस्ट भी कराया गया, जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। नशे, डिप्रेशन और रात में नींद न आने के कारण मुस्कान की हालत खराब है और फिलहाल डॉक्टर उसके स्वास्थ्य पर लगातार निगरानी रख रहे हैं।
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