मेरठ में 'सब्जी वाला' ड्रग रैकेट ध्वस्त: 61 लाख का गांजा जब्त, 5 तस्कर गिरफ्तार!
पुलिस ने खोला ओडिशा से दिल्ली तक फैले नशा कारोबार का राज; पिकअप में लौकी-खीरे के नीचे छिपी थी नशे की बड़ी खेप
May 26, 2025, 10:17 IST
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मेरठ, [वर्तमान तारीख]: मेरठ पुलिस और एंटी नॉरकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) ने मिलकर नशे के कारोबारियों पर अब तक की सबसे बड़ी चोट की है। टीपीनगर पुलिस के साथ चलाए गए एक साझा अभियान में, पुलिस ने 5 गांजा तस्करों को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से बाजार में करीब 61 लाख रुपये मूल्य का 122 किलो गांजा बरामद किया है। ये शातिर तस्कर ओडिशा से गांजा मंगाकर उसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में सप्लाई करते थे।READ ALSO:-मेरठ में 'ऑपरेशन क्लीन': होटल में चल रहे सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, 2 गिरफ्तार!
कैसे पकड़े गए 'सब्जी वाले' ड्रग तस्कर?
रविवार को पुलिस और एंटी नॉरकोटिक्स टास्क फोर्स की टीम वेदव्यासपुरी पुलिस चौकी के पास वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान, उन्हें सब्जी से लदी एक पिकअप संदिग्ध लगी। जब पुलिस ने पिकअप की तलाशी ली, तो दंग रह गई। ऊपर से देखने पर पिकअप में लौकी और खीरे की बोरियां लदी थीं, लेकिन उनके नीचे बड़े करीने से गांजे के पैकेट छिपाए गए थे। यह गांजा दिल्ली ले जाया जा रहा था। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए गाड़ी में मौजूद पांचों आरोपियों को धर दबोचा। पुलिस ने तस्करों के पास से पिकअप, एक बाइक और दो मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं।
कौन हैं इस 'नेटवर्क' के चेहरे?
पुलिस ने मौके से जिन पांचों आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उनके नाम हैं:
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अनुज कुमार (निवासी आदमपुर, शाहपुर, मुजफ्फरनगर)
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रचित कुमार (निवासी रामजी नगर बस्ती, कैहरई, ताजगंज कमिश्नरेट, आगरा)
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जोनी कुमार (निवासी जलालपुर, आदर्श मंडी, शामली)
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जतिन कुमार (निवासी पेलखा, गढ़ी पुख्ता, शामली)
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अनिकेत (निवासी गढ़ी सखावतपुर, बुढाना, मुजफ्फरनगर)
जेल से छूटकर फिर 'धंधे' में: तस्करों ने उगले राज
पुलिस पूछताछ में आरोपी अनुज ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए। उसने बताया कि वह पहले भी दो बार गांजे की अवैध तस्करी के आरोप में जेल जा चुका है। जेल से छूटने के बाद भी उसने यह अवैध कारोबार नहीं छोड़ा और फिर से गांजा तस्करी में सक्रिय हो गया।
अनुज ने बताया कि यह गांजा ओडिशा से लाया जाता था और फिर अनुज अपने साथियों के साथ मिलकर इसे शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ और एनसीआर के कई इलाकों में सप्लाई करता था। चालक जोनी कुमार इस गिरोह का अहम सदस्य था, जो पिकअप में गांजा लेकर सप्लाई करता था। हर सप्लाई के लिए उसे तय रकम मिलती थी। रविवार को दिल्ली में सप्लाई के लिए 40 हजार रुपये तय किए गए थे। रचित कुमार भी गांजे की खरीद-फरोख्त में अनुज का साथ देता था, जबकि जतिन और अनिकेत गांजा चढ़ाने, उतारने और बेचने में मदद करते थे। उन्हें हर सप्लाई के मुनाफे में 20-20 हजार रुपये मिलते थे।
जांच जारी: गिरोह की जड़ें खंगाल रही पुलिस
एएसपी ब्रह्मपुरी अंतरिक्ष जैन ने बताया कि यह गिरोह पुलिस की नजर से बचने के लिए सब्जियों और फलों की बोरियों और पेटियों के नीचे गांजा छिपाकर ले जाता था। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि इस काम में और कितने लोग शामिल हैं, गिरोह के कितने सदस्य और हैं, और वे किन-किन जगहों पर गांजा सप्लाई करते थे। यह कार्रवाई नशे के खिलाफ पुलिस के बड़े अभियान का हिस्सा है, जिससे समाज में नशे के फैलते जाल को तोड़ने में मदद मिलेगी।