Ring Road: मेरठ में बनेगा नया रिंग रोड, 24 मीटर चौड़ा होगा; इस जिले के किसानों से ली जा सकती है जमीन!
मेरठ में हापुड़ रोड से दून बाईपास तक बनने वाली रिंग रोड का खर्च मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) को उठाना होगा। सरकार तभी धनराशि उपलब्ध कराएगी, जब मेडा अपने हिस्से के 150-200 करोड़ रुपये का इंतजाम कर लेगा। बैठक में राजस्व जुटाने के विकल्पों पर चर्चा की गई। सड़क की चौड़ाई 24 मीटर तय की गई है। भूमि अधिग्रहण और निर्माण के लिए उद्यमियों से सहयोग लिया जाएगा।
Updated: Feb 16, 2025, 12:10 IST
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शासन की ओर से लगभग तय कर लिया गया है कि हापुड़ रोड से झुर्रानपुर, दिल्ली रोड होते हुए दून बाईपास तक रिंग रोड पर जो भी लागत आएगी, उसका आधे से अधिक हिस्सा मेरठ विकास प्राधिकरण (MEDA) को देना होगा। READ ALSO:-उत्तर प्रदेश रोडवेज में 5000 महिला कंडक्टरों की भर्ती, इन तारीखों पर लगेगा रोजगार मेला, शीघ्र करें आवेदन
पीडब्ल्यूडी को शासन से पैसा तभी मिलेगा, जब मेडा अपने हिस्से के पैसे का इंतजाम कर लेगा। मेडा को अपने हिस्से के लिए 150 से 200 करोड़ रुपये का इंतजाम करना होगा। इस रकम का इंतजाम कैसे हो, इस पर चर्चा के लिए शुक्रवार को मेडा सभागार में प्रारंभिक बैठक हुई।
विकासकर्ताओं के साथ बैठक कर राजस्व उपायों पर चर्चा की गई। निवेश और राजस्व की संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा के बाद अगली बैठक 22 फरवरी को करने का निर्णय लिया गया। अगली बैठक सभी जनप्रतिनिधियों के साथ होगी, जिसमें अंतिम निर्णय लिया जाएगा। हालांकि, यह बात सामने आई है कि रिंग रोड की चौड़ाई 24 मीटर होगी।
जनप्रतिनिधियों के साथ इन बिंदुओं पर होगा निर्णय
- 22 फरवरी को होने वाली अंतिम बैठक में तय होगा कि राजस्व प्राप्ति का तरीका क्या होगा।
- मेडा किन नियमों में छूट दे सकता है।
- कौन सा शुल्क बढ़ाया जा सकता है।
- सड़क की चौड़ाई 45 मीटर, 24 मीटर या उससे कम रखी जाए।
- सड़क तैयार करने की समय सीमा क्या हो सकती है।
- डेवलपर्स, उद्यमियों आदि से विकास शुल्क के रूप में अग्रिम राशि वसूलना क्या उचित होगा।
45 मीटर चौड़ी सड़क के लिए 291 करोड़ की जरूरत
अब संभावना है कि रिंग रोड 45 मीटर की जगह 24 मीटर चौड़ी बनाई जाएगी। इसके लिए मेड़ा को करीब 150 करोड़ रुपए ही जुटाने होंगे। मेड़ा को यह राशि विभिन्न मानचित्रों, रिंग रोड के अलाइनमेंट से संबंधित औद्योगिक भू-उपयोग की जमीन की बिक्री को प्रोत्साहित करने से मिलेगी।
अब संभावना है कि रिंग रोड 45 मीटर की जगह 24 मीटर चौड़ी बनाई जाएगी। इसके लिए मेड़ा को करीब 150 करोड़ रुपए ही जुटाने होंगे। मेड़ा को यह राशि विभिन्न मानचित्रों, रिंग रोड के अलाइनमेंट से संबंधित औद्योगिक भू-उपयोग की जमीन की बिक्री को प्रोत्साहित करने से मिलेगी।
इस तरह करीब 200 करोड़ रुपए में जमीन खरीदी जाएगी। फिर पीडब्ल्यूडी इस पर सड़क बनाएगा। वैसे तो जमीन 24 मीटर खरीदी जाएगी, लेकिन दोनों तरफ 10-10 मीटर जमीन आरक्षित रहेगी, ताकि भविष्य में जरूरत के हिसाब से खरीदी जा सके।
पूठा के पास 100 हेक्टेयर जमीन बनेगी वरदान
रिंग रोड का दूसरा हिस्सा दिल्ली रोड से दीवार रबर मिल होते हुए वेदव्यासपुरी की 45 मीटर चौड़ी सड़क तक बनेगा। यह करीब 1.2 किमी है। यहां करीब 100 हेक्टेयर जमीन औद्योगिक है। सड़क न होने के कारण औद्योगिक जमीन नहीं बिक पा रही थी। यह जमीन किसानों की है।
रिंग रोड का दूसरा हिस्सा दिल्ली रोड से दीवार रबर मिल होते हुए वेदव्यासपुरी की 45 मीटर चौड़ी सड़क तक बनेगा। यह करीब 1.2 किमी है। यहां करीब 100 हेक्टेयर जमीन औद्योगिक है। सड़क न होने के कारण औद्योगिक जमीन नहीं बिक पा रही थी। यह जमीन किसानों की है।
अब जब रिंग रोड बन जाएगी तो उद्यमी इस जमीन को खरीदना चाहेंगे। राजस्व बढ़ाने के लिए उद्यमियों से जमीन खरीदने की सहमति ली जाएगी। जनप्रतिनिधि किसानों से जमीन बेचने के लिए बातचीत करेंगे। ऐसे में जमीन खरीद की प्रक्रिया शुरू होने तक कोई न कोई हल निकल ही जाएगा।