बिजनौर में सोशल मीडिया पर 'जहरीली' पोस्ट: देवताओं पर टिप्पणी करने वाला चढ़ा पुलिस के हत्थे, भेजा गया जेल
बजरंग दल ने दर्ज कराई शिकायत, धार्मिक भावनाओं को भड़काने का आरोप; पुलिस ने दिखाई तत्परता
May 19, 2025, 12:20 IST
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बिजनौर: उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के झालू कस्बे में सोशल मीडिया पर देवी-देवताओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी पोस्ट करने के मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इस घटना ने क्षेत्र में धार्मिक भावनाओं को भड़काने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कड़ा संदेश दिया है।READ ALSO:-🔥🌦️मेरठ को 'तपती आग' से बचाने आ रही बारिश: मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान-आज और कल बूंदाबांदी संभव
क्या था मामला?
घटना शनिवार देर रात हुई। आरोपी मोहम्मद ओसाफ तुर्क ने सोशल मीडिया पर कुछ ऐसी टिप्पणियाँ लिखीं जो हिंदू देवी-देवताओं के प्रति बेहद अपमानजनक थीं। इन टिप्पणियों में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले शब्दों का इस्तेमाल किया गया था, जिससे लोगों में गुस्सा फैल गया।
#BijnorPolice
— Bijnor Police (@bijnorpolice) May 18, 2025
थाना हल्दौर पुलिस द्वारा मु0अ0सं0 126/2025 धारा 299/353(2) बीएनएस में वांछित अभियुक्त को किया गया गिरफ्तार।#UPPolice pic.twitter.com/W1bUMGGiv4
बजरंग दल की सक्रियता
जब बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को इस पोस्ट के बारे में पता चला तो उन्होंने तुरंत कार्रवाई की। बजरंग दल के विभाग संयोजक शिवम वर्मा ने इस मामले को गंभीरता से लिया और झालू थाने में आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में कहा गया कि आरोपी ने जानबूझकर धार्मिक विद्वेष फैलाने और समुदायों के बीच तनाव पैदा करने का प्रयास किया।
पुलिस की तेज़ी
पुलिस ने बजरंग दल की शिकायत पर तुरंत हरकत में आते हुए मामला दर्ज किया। थाना प्रभारी राजेश कुमार बैंसला ने व्यक्तिगत रूप से मामले की निगरानी की। उन्होंने बताया कि आरोपी मोहम्मद ओसाफ तुर्क को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
आरोपी को जेल
गिरफ्तारी के बाद आरोपी मोहम्मद ओसाफ तुर्क को स्थानीय अदालत में पेश किया गया। अदालत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस का कहना है कि वे सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं और किसी भी तरह की आपत्तिजनक सामग्री पोस्ट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह घटना ऐसे लोगों के लिए एक चेतावनी है जो सोशल मीडिया का इस्तेमाल करके समाज में अशांति फैलाने की कोशिश करते हैं।
