मेरठ से अब सीधे 'प्रभु श्री राम' और 'बाबा विश्वनाथ' के धाम! सिर्फ 12 घंटे में पूरी होगी धार्मिक यात्रा
दिल्ली-लखनऊ रूट की वंदे भारत एक्सप्रेस अब अयोध्या और वाराणसी तक दौड़ेगी, 12 घंटे में पूरी होगी पावन यात्रा
Jul 3, 2025, 00:55 IST
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मेरठ, उत्तर प्रदेश। मेरठ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के करोड़ों लोगों का अयोध्या धाम और काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचने का सपना अब एक ही ट्रेन से साकार होने जा रहा है! भारतीय रेल मंत्रालय ने मेरठ से लखनऊ के बीच चलने वाली अपनी प्रीमियम वंदे भारत एक्सप्रेस को अब वाराणसी तक विस्तारित करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। यह सेवा 27 अगस्त, 2025 से शुरू होगी, जो श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए एक बड़ी सौगात है।READ ALSO:-रेलवे का 'बाहुबली' ऐप: 'RailOne' करेगा हर मुश्किल आसान, टिकट से लेकर खाना तक, सब कुछ एक क्लिक पर!
यात्रा का नया अध्याय: रूट और समय-सीमा
अब ट्रेन संख्या 22489/22490 मेरठ सिटी से शुरू होकर सीधे धार्मिक और सांस्कृतिक नगरी वाराणसी तक जाएगी। इसका विस्तारित रूट इस प्रकार होगा:
अब ट्रेन संख्या 22489/22490 मेरठ सिटी से शुरू होकर सीधे धार्मिक और सांस्कृतिक नगरी वाराणसी तक जाएगी। इसका विस्तारित रूट इस प्रकार होगा:
- मेरठ सिटी
- मुरादाबाद
- बरेली
- लखनऊ जंक्शन
- अयोध्या धाम (नया ठहराव)
- वाराणसी (अंतिम गंतव्य)
यह विस्तार न केवल कनेक्टिविटी बढ़ाएगा, बल्कि यात्रा के अनुभव को भी बेहतर बनाएगा।
कितना समय लेगी यह वंदे भारत?
- मेरठ से वाराणसी तक की यह पूरी यात्रा लगभग 782.22 किलोमीटर की होगी।
- मेरठ से वाराणसी तक: इस सफर को पूरा करने में लगभग 11 घंटे 50 मिनट का समय लगेगा।
- वाराणसी से मेरठ तक: वापसी की यात्रा लगभग 11 घंटे 55 मिनट की होगी।
यह सुविधा उन यात्रियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगी, जिन्हें पहले इन पवित्र स्थानों तक पहुंचने के लिए कई ट्रेनें बदलनी पड़ती थीं या सड़क मार्ग पर लंबा समय बिताना पड़ता था। अब, एक ही आरामदायक और हाई-स्पीड ट्रेन में यात्रा कर सीधे गंतव्य तक पहुंचा जा सकेगा।
धार्मिक पर्यटन को मिलेगी नई ऊंचाइयां
इस फैसले से उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को एक नई दिशा मिलेगी। अयोध्या धाम में ठहराव होने से रामलला के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए सीधा और सुविधाजनक विकल्प उपलब्ध होगा। इसी तरह, मेरठ और आसपास के क्षेत्रों से आने वाले भक्त अब बिना किसी परेशानी के बाबा विश्वनाथ और संकटमोचन हनुमान मंदिर के दर्शन के लिए सीधे वाराणसी पहुंच सकेंगे।
इस फैसले से उत्तर प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को एक नई दिशा मिलेगी। अयोध्या धाम में ठहराव होने से रामलला के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए सीधा और सुविधाजनक विकल्प उपलब्ध होगा। इसी तरह, मेरठ और आसपास के क्षेत्रों से आने वाले भक्त अब बिना किसी परेशानी के बाबा विश्वनाथ और संकटमोचन हनुमान मंदिर के दर्शन के लिए सीधे वाराणसी पहुंच सकेंगे।
मेरठ, मुरादाबाद, बरेली और लखनऊ जैसे शहरों के लोगों के लिए यह सेवा अयोध्या और वाराणसी की यात्रा को बेहद सुलभ बना देगी, जिससे इन शहरों में पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।
जनप्रतिनिधियों का प्रयास रंग लाया
लंबे समय से मेरठ के सांसद और अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि रेल मंत्री से इस वंदे भारत एक्सप्रेस के रूट को बढ़ाने की मांग कर रहे थे। उनकी लगातार कोशिशों और जनता की मांग का ही यह परिणाम है कि रेल मंत्रालय ने यह महत्वपूर्ण फैसला लिया है। इस नई सेवा के शुरू होने से मेरठ की रेलवे कनेक्टिविटी और भी सुदृढ़ होगी, जो क्षेत्र के विकास में सहायक सिद्ध होगी।
लंबे समय से मेरठ के सांसद और अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि रेल मंत्री से इस वंदे भारत एक्सप्रेस के रूट को बढ़ाने की मांग कर रहे थे। उनकी लगातार कोशिशों और जनता की मांग का ही यह परिणाम है कि रेल मंत्रालय ने यह महत्वपूर्ण फैसला लिया है। इस नई सेवा के शुरू होने से मेरठ की रेलवे कनेक्टिविटी और भी सुदृढ़ होगी, जो क्षेत्र के विकास में सहायक सिद्ध होगी।
