क्रिकेटर नहीं, शिकार बन गई 'भारत की बेटी'! मेरठ में महिला क्रिकेटर के साथ खौफनाक वारदात, नौकरी का झांसा, गैंगरेप की कोशिश और ₹3.5 लाख की ठगी

 नौकरी का सपना दिखाकर होटल में बंधक बनाया, दुष्कर्म का प्रयास और खाते से लूट लिए ₹3.5 लाख | मेरठ में सनसनी
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मेरठ: क्रिकेट की पिच पर अपने खेल से विरोधियों को मात देने वाली एक महिला क्रिकेटर, जिंदगी के मैदान में धोखेबाजों के एक शातिर गिरोह का शिकार हो गई। नौकरी का सपना दिखाकर उसे मेरठ बुलाया गया और फिर जो हुआ, वो किसी बुरे सपने से कम नहीं। एक होटल के बंद कमरे में उसके साथ न सिर्फ दुष्कर्म का प्रयास किया गया, बल्कि उसे बंधक बनाकर उसकी जिंदगी भर की कमाई, लगभग साढ़े तीन लाख रुपये, भी लूट ली गई। इस सनसनीखेज वारदात में युवक के साथ-साथ उसकी महिला मित्रों का शामिल होना और भी चौंकाने वाला है।READ ALSO:-महाप्रभु के द्वार पर महा-त्रासदी: पुरी में आस्था के सैलाब में भगदड़, 3 भक्तों की दर्दनाक मौत

 

इंस्टाग्राम से होटल के कमरे तक: धोखे का पूरा जाल
यह खौफनाक सिलसिला पिछले साल अगस्त में शुरू हुआ, जब महाराजगंज की रहने वाली यह प्रतिभावान क्रिकेटर एक टूर्नामेंट के लिए मेरठ आई थी। यहीं उसकी पहचान इंस्टाग्राम पर महाराजगंज के ही रहने वाले दिनेश से हुई। जब वह अपनी दादी की बीमारी के कारण घर लौट रही थी, तो दिनेश ने उसे दिल्ली की एक बड़ी कंपनी में नौकरी दिलाने का झांसा दिया।

 

29 नवंबर को जब पीड़िता इंटरव्यू के लिए दिल्ली जा रही थी, तभी रैपिड ट्रेन स्टेशन पर प्रीति जायसवाल नाम की एक युवती उससे मिली। उसने भरोसा दिलाया कि दिल्ली जाने की जरूरत नहीं, मेरठ में ही अच्छी नौकरी मिल जाएगी। प्रीति उसे इंटरव्यू के बहाने एक होटल में ले गई, जहाँ इस साजिश का मुख्य किरदार अनुज उर्फ सागर पहले से ही मौजूद था।

 

दरिंदगी की हदें पार: मारपीट, शराब और अस्मत पर हमला
होटल के कमरे में दाखिल होते ही अनुज ने पीड़िता के साथ मारपीट शुरू कर दी और उसे कमरे में बंद कर दिया। वह शराब पीने लगा और नशे में धुत होकर उसने क्रिकेटर के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। पीड़िता ने हिम्मत दिखाते हुए उसे धक्का दिया और किसी तरह कमरे से बाहर भागी, लेकिन उसकी मुश्किलें खत्म नहीं हुई थीं।

 

लेडी गैंग का खौफनाक चेहरा: बंधक बनाया और लूटे लाखों
होटल के बाहर अनुज की साथी, प्रिया और भावना, पहले से मौजूद थीं। उन्होंने पीड़िता को पकड़ लिया और जान से मारने की धमकी देकर उसे बंधक बना लिया। इसके बाद शुरू हुआ लूट का सिलसिला:

 

  • ₹1.5 लाख पंजाब नेशनल बैंक के खाते से निकलवाए।
  • ₹1.5 लाख उज्जीवन बैंक से चेक के जरिए वसूले।
  • ₹44,000 पेटीएम के माध्यम से ट्रांसफर करवाए।

 

जब पीड़िता के खाते से सारे पैसे खत्म हो गए, तो गिरोह ने उसके साथ फिर से मारपीट शुरू कर दी।

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पुलिस का रवैया और इंसाफ की गुहार
किसी तरह 13 मई को पीड़िता उनके चंगुल से भाग निकली और सीधे परतापुर थाने पहुँची। आरोप है कि वहाँ पुलिस ने उसकी फरियाद सुनने और कार्रवाई करने से इनकार कर दिया। इंसाफ के लिए भटकने के बाद, उसने हिम्मत नहीं हारी और मेरठ के एएसपी अंतरिक्ष जैन से गुहार लगाई।

 

वरिष्ठ अधिकारी के हस्तक्षेप के बाद ही मामले ने तूल पकड़ा। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया, "महिला खिलाड़ी की तहरीर पर दुष्कर्म के प्रयास, बंधक बनाने और धोखाधड़ी जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अनुज, प्रीति, प्रिया और भावना समेत सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।"

 

यह घटना न सिर्फ नौकरी के नाम पर हो रही धोखाधड़ी को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे अपराधी गिरोह में महिलाओं को शामिल कर अपने खौफनाक मंसूबों को अंजाम दे रहे हैं।
SONU

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